काजल कुमारी के कथित MMS लीक से सियासी भूचाल! क्या खेसारी लाल यादव थे निशाने पर? टाइमिंग पर भी उठ रहे सवाल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी का फेक MMS लीक मामले ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. काजल ने साफ किया कि वीडियो AI-एडिटेड और फर्जी है, जिसका मकसद भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव की छवि खराब करना है, जो छपरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस फेक वीडियो के साथ ₹30 लाख की फिरौती की डिमांड भी सामने आई. चुनावी माहौल में इस कांड ने खेसारी के वोट बैंक और फैमिली इमेज पर असर डालने का खतरा बढ़ा दिया है.;
Kajal Kumari MMS Leak, Khesari Lal Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण (6 नवंबर) से ठीक पहले भोजपुरी सिनेमा और राजनीति, दोनों में जबरदस्त हलचल मच गई. भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी का कथित MMS वीडियो वायरल होने से माहौल गर्म हो गया है. जांच में यह वीडियो AI-एडिटेड और फर्जी पाया गया, लेकिन सोशल मीडिया पर इसकी टाइमिंग और साजिश के एंगल को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. क्या यह सब भोजपुरी स्टार और आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है?
काजल कुमारी, जो भोजपुरी सिनेमा की उभरती अभिनेत्री हैं, ने खेसारी लाल यादव के साथ कई म्यूजिक वीडियोज और स्टेज शोज किए हैं. वह हाल ही में 25 अक्टूबर को छपरा में खेसारी की चुनावी सभा में नजर आई थीं. इसके कुछ ही दिन बाद, 1 नवंबर को उनका फेक MMS वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो के साथ ही ₹30 लाख की फिरौती मांगने का आरोप भी सामने आया.
काजल ने खुद बयान जारी कर कहा, “यह वीडियो फेक है, कोई मेरी इज्जत को खराब करने की कोशिश कर रहा है.” उन्होंने कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी है.
चुनावी साजिश या बदले की राजनीति?
छपरा विधानसभा सीट (SC रिजर्व) इस चुनाव की सबसे हॉट सीटों में से एक है. यहां खेसारी लाल यादव (RJD) को BJP उम्मीदवार छोटी कुमारी और निर्दलीय राखी गुप्ता से कड़ी टक्कर मिल रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि MMS लीक की टाइमिंग, वोटिंग से सिर्फ 5 दिन पहले, काफी संदिग्ध है. निर्दलीय राखी गुप्ता के चुनावी मैदान में आने से वोट स्प्लिट का खतरा बढ़ गया है. राजनीतिक समीकरण बताते हैं कि राखी को वैश्य-मुस्लिम वोट (15-20%) मिल सकते हैं, जो खेसारी के OBC-यादव वोट बेस (35%) को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
मतदाताओं की भूमिका और असर
छपरा विधानसभा के 3.2 लाख वोटरों में करीब 45% युवा और 48% महिलाएं हैं, जो खेसारी की 'फैमिली मैन' छवि से काफी प्रभावित हैं, लेकिन MMS लीक के बाद, महिला और युवा वोटरों के बीच नाराजगी देखी जा रही है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर यह साजिश साबित हुई, तो खेसारी को सहानुभूति वोट भी मिल सकते हैं.
काजल कुमारी कौन हैं?
रोहतास जिले के बिक्रमगंज की रहने वाली काजल (उम्र 15 वर्ष) ने बचपन से ही भोजपुरी म्यूजिक वीडियोज और लोकल इवेंट्स में काम किया है. खेसारी के साथ उनका लोकप्रिय एल्बम 'कलम चबा गईनी' (Kalam Chaba Gaini) यूट्यूब पर करोड़ों बार देखा गया. उनकी मासूम छवि ने फैमिली ऑडियंस को खूब लुभाया, लेकिन फेक MMS लीक ने उनकी और खेसारी दोनों की छवि पर असर डाला. भोजपुरी इंडस्ट्री ने सोशल मीडिया पर #SupportKajal ट्रेंड शुरू किया है.
चुनावी समीकरण, खेसारी का प्लस-माइनस
- खेसारी की ताकत: लोकप्रियता (50M+ फैंस), यादव-OBC बेस, RJD का मजबूत कैडर
- कमजोरी: निर्दलीय राखी गुप्ता से वोट स्प्लिट (10-15%)
- MMS का असर: फैमिली इमेज पर झटका, लेकिन साजिश साबित होने पर सहानुभूति वोट की संभावना
MMS लीक की यह घटना सिर्फ एक फेक वीडियो का मामला नहीं, बल्कि छपरा की सियासत को हिला देने वाली साजिश मानी जा रही है. अब देखना होगा कि 14 नवंबर को नतीजों में जनता क्या फैसला सुनाती है- क्या खेसारी को नुकसान होगा, या यह हमला उन्हें और मजबूती देगा.