बिहार चुनाव 2025: 25 गरीब लड़कियों की करवा चुकी हैं शादी, जानें जन सुराज की उम्मीदवार प्रीति किन्नर के बारे में

प्रीति किन्नर को जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गोपालगंज के भोरे विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार चुना है. वे मूल रूप से सीतामढ़ी जिले की रहने वाली हैं और पिछले 22 वर्षों से भोरे प्रखंड के कल्याणपुर में समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं.;

Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 10 Oct 2025 11:42 AM IST

बिहार की राजनीति में इस बार एक अलग तरह की लहर उठती दिख रही है. यह लहर न किसी बड़ी जातीय समीकरण की है और न ही किसी पुराने राजनीतिक परिवार की. यह लहर है बदलाव की. इसी बदलाव की कहानी हैं प्रीति किन्नर, जिन्हें प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने गोपालगंज जिले की भोरे विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.

यह सिर्फ एक चुनावी घोषणा नहीं, बल्कि सामाजिक समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की आवाज बनने वाली प्रीति अब राजनीति में उतरकर इतिहास लिखने की तैयारी में हैं. वह सिर्फ एक उम्मीदवार नहीं, बल्कि उन लाखों लोगों की उम्मीद हैं जो आज भी व्यवस्था के किनारों पर खड़े हैं. चलिए जानते हैं कौन हैं प्रीति किन्नर.

कौन हैं प्रीति किन्नर?

प्रीति किन्नर मूल रूप से सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड के खाप गांव की रहने वाली हैं. हालांकि बीते 22 वर्षों से वे भोरे प्रखंड के कल्याणपुर गांव को ही अपना घर मानती हैं. राजनीति में आने से पहले प्रीति ने खुद की एक अलग पहचान समाजसेवा के माध्यम से बनाई. वे गरीबों के लिए आवाज उठाती हैं. 

25 से ज्यादा लड़कियों की करवाई शाादी

प्रीति उन्होंने अब तक 25 से ज्यादा आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों की शादियां करवाई हैं. दवा के अभाव में बीमार गरीबों की मदद की, विधवाओं के लिए राशन और सिलाई मशीनें जुटाईं और गरीबों के बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक सहायता दी.

पशुपालन से चलाती हैं घर

प्रीति किन्नर आठंवी कक्षा तक ही पढ़ाई की है. वह अपने गुजारे के लिए पशुपालन का काम करती हैं. इसके अलावा, वह बधाई गाना गाकर भी अपना घर चलाती हैं. 

सुनील कुमार से होगी टक्कर

भोरे सीट से अभी जेडीयू के नेता और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार विधायक हैं. 2020 के चुनाव में उन्होंने बेहद करीबी मुकाबले में सिर्फ 462 वोटों से जीत हासिल की थी. यानी यह सीट हमेशा से ही मुकाबले वाली रही है. इस बार प्रीति किन्नर की एंट्री से यह मुकाबला और रोचक हो गया है.

जन सुराज पार्टी का भरोसा और जनता की उम्मीद

प्रशांत किशोर ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'उनकी पार्टी ने उम्मीदवारों का चयन उनकी ईमानदारी और जनता के लिए काम के आधार पर किया है. अगर लोग ऐसे उम्मीदवारों को वोट नहीं देते हैं, तो यह बोझ प्रशांत किशोर पर नहीं, बल्कि बिहार की जनता के कंधों पर होगा.'  प्रीति को टिकट देकर पार्टी ने साबित किया है कि वह राजनीति में सामाजिक न्याय और समानता की नई परिभाषा लिखना चाहती है.

क्या बदलेगी तस्वीर?

भोरे की जनता आज भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रही है. पानी, सड़क, रोजगार और शिक्षा यहां सबसे बड़ी समस्याएं हैं. प्रीति इन मसलों को विधानसभा तक ले जाने का वादा करती हैं. प्रीति किन्नर सिर्फ एक उम्मीदवार नहीं, बल्कि एक आंदोलन हैं. उन्होंने अपनी पहचान समाज के आगे झुकाकर नहीं, बल्कि समाज के लिए काम करके बनाई है. अब देखना यह है कि क्या भोरे की तकदीर बदलने के लिए जनता इस नई सोच को मौका देती है.

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