बस ये दो सीटें NDA कर ले फाइनल तो मान जाएंगे चिराग पासवान, क्या नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी होंगे राजी?
बिहार चुनाव 2025 में एनडीए और एलजेपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर जारी गतिरोध में चिराग पासवान सिर्फ दो सीटों पर अड़े हैं. सूत्रों के अनुसार, अगर ये दो सीटें एनडीए द्वारा फाइनल कर दी जाती हैं तो चिराग मानने को तैयार हो सकते हैं. सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गठबंधन के अन्य नेता जीतन राम मांझी इस फैसले को स्वीकार करेंगे.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. भाजपा और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के बीच सीट बंटवारे को लेकर मंथन चल रहा है, लेकिन अंतिम समझौता अभी तक नहीं हो सका है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय शुक्रवार को चौथी बार चिराग पासवान से मुलाकात करने पहुंचे हैं ताकि फंसे हुए मुद्दों को सुलझाया जा सके और सीट सहमति का पेंच क्लीयर हो जाए.
एनडीए के भीतर यह खिंचतान मुख्य रूप से लो मार्जिन सीटों को लेकर है. चिराग पासवान जमुई जिले की चकाई और सिकंदरा सीटों पर अड़े हुए हैं, जिससे गठबंधन में संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है.
चिराग पासवान की अडिग मांग
सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान का तर्क है कि फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव में इन दोनों सीटों पर एलजेपी के उम्मीदवारों को जीत मिली थी. इसके अलावा, जमुई लोकसभा सीट से उनके जीजा अरुण भारती सांसद हैं और इससे पहले चिराग स्वयं 2014 और 2019 में सांसद रह चुके हैं. उनका कहना है कि इन दोनों सीटों पर पार्टी का मजबूत जनाधार है.
चकाई और सिकंदरा सीटों का चुनावी परिदृश्य
चकाई सीट पर 2020 में निर्दलीय प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी हैं और वर्तमान में विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री भी हैं. सिकंदरा सीट पर जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ के प्रफुल्ल मांझी विधायक हैं. यदि ये सीटें एलजेपी (आर) को दी जाती हैं, तो एनडीए के दो बड़े नेता नाराज हो सकते हैं.
लो मार्जिन सीटों पर विवाद
लो मार्जिन सीटों में बखरी, शाहपुर कमाल, बेगूसराय की तीन और खगड़िया की दो सीटें शामिल हैं. चिराग पासवान इन सीटों पर अड़े हुए हैं क्योंकि पिछली बार इन जगहों पर एनडीए की जीत बहुत कम अंतर से हुई थी. इन सीटों का बंटवारा हल नहीं होने से गठबंधन में तनाव बढ़ा हुआ है.
केंद्रीय नेताओं की मध्यस्थता
बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान शुक्रवार को पटना पहुंचे और उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र प्रधान एलजेपी और बीजेपी के बीच संतुलन बनाने के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं. नित्यानंद राय और चिराग पासवान की शुक्रवार को फिर से बैठक होने की संभावना है.
बिहार चुनाव 2025- मतदान और परिणाम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा – 6 और 11 नवंबर. मतगणना 14 नवंबर को होगी. वर्तमान विधानसभा में एनडीए के पास 138 सदस्य हैं, जबकि विपक्षी गठबंधन के पास 103 सदस्य हैं. यह पहला चुनाव है जो मतदाता सूची के विशेष सघन निरीक्षण (SIR) के बाद हो रहा है, जिसे मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने "शुद्धिकरण" कहा है.