क्या बस नाम के लिए चुनाव लड़ेगी जन सुराज, वक्फ बिल पर क्या है सोच; प्रशांत किशोर ने खोल दिए पत्ते
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने The Indian Express को दिए एक इंटरव्यू में कई अहम राजनीतिक बयान दिए हैं. उन्होंने न सिर्फ आगामी चुनावों के फैक्टर पर बात की, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. इसके साथ ही वक्फ बिल से लेकर NDA के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर वो सभी राज खोल दिए है. आइए जानते हैं इस इंटरव्यू की बड़ी बातें और चुनावी राजनीति में इसका क्या असर हो सकता है.

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. एक ओर जहां NDA सक्रिय है, तो वहीं इंडिया गठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस की जोर-आजमाइश चल रही है. इसी बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने The Indian Express को दिए एक इंटरव्यू में कई अहम राजनीतिक बयान दिए हैं. उन्होंने न सिर्फ आगामी चुनावों के फैक्टर पर बात की, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. इसके साथ ही वक्फ बिल से लेकर NDA के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर वो सभी राज खोल दिए है. आइए जानते हैं इस इंटरव्यू की बड़ी बातें और चुनावी राजनीति में इसका क्या असर हो सकता है.
प्रशांत किशोर ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने अब तक 38 में से 20 जिलों की पदयात्रा पूरी की है और इस दौरान यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार की जनता पिछले 35 वर्षों से कायम पुराने राजनीतिक ढांचे से अब तंग आ चुकी है. राम विलास पासवान, लालू प्रसाद यादव, सुशील मोदी और नीतीश कुमार जैसे नेता या तो अब इस दुनिया में नहीं हैं या फिर काफी कमजोर हो चुके हैं. जनता अब बदलाव चाहती है — एक नया नेतृत्व और नई सोच. उन्होंने बताया कि इस दौरान अफसरशाही, भ्रष्टाचार, पलायन, खराब शिक्षा व्यवस्था और बेरोजगारी जैसी समस्याएं सबसे ज्यादा सामने आईं.
वक्फ कानून पर क्या बोले किशोर?
वक्फ कानून पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यह बिल लाने से पहले मुस्लिम समुदाय को भरोसे में नहीं लिया गया, यही वजह है कि विपक्ष ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश जैसे नेताओं को मुस्लिमों का रहनुमा माना जाता था, लेकिन इस बिल पर उनके रुख से यह साफ हो गया है कि मुस्लिम समुदाय अब नए नेतृत्व की तलाश में है. इसी जगह जन सुराज पार्टी (JSP) एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में उभर रही है.
चुनाव के लिए पीके की क्या तैयारी?
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर कोई राजनीतिक दल जन सुराज पार्टी से डर महसूस कर रहा है, तो यह इस बात का संकेत है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जन सुराज पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर समय से पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी, और ये उम्मीदवार सामाजिक व धार्मिक जनसंख्या के अनुपात में चुने जाएंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का पूरा फोकस 2025 के विधानसभा चुनाव पर है. किशोर का मानना है कि इस बार युवाओं और छात्रों की भागीदारी यह तय करेगी कि राज्य को बदलाव की कितनी गहरी जरूरत है.
नीतीश के निशांत पर ये क्या कह दिया पीके ने?
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव को लेकर कहा कि उनकी सबसे बड़ी पहचान यही है कि वे लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं. चिराग पासवान को उन्होंने अपनी पार्टी का स्पष्ट नेता माना, जबकि कन्हैया कुमार और कांग्रेस की भूमिका को उन्होंने सीमित और प्रभावहीन बताया. उन्होंने कहा कि जब से नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हुए हैं, भाजपा नेता सम्राट चौधरी की राजनीतिक भूमिका भी लगभग खत्म हो गई है, क्योंकि राज्य स्तर पर उनका कोई व्यापक जनाधार नहीं दिखता. जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में कदम रखेंगे, तो पीके ने साफ कहा कि अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है और वे उन लोगों पर टिप्पणी नहीं करते जो सक्रिय राजनीति में नहीं हैं.