IPL 2025: कोहली की आंखों में आंसू, फैंस की जुबां पर 'ई साला कप नम दू'; RCB की जीत पर क्यों छाए गेल-एबी?
आईपीएल 2025 का फाइनल ऐतिहासिक बन गया, जब RCB ने 18 साल बाद खिताब जीता. विराट कोहली भावुक हो गए, एबी डिविलियर्स और गेल गले लगकर जश्न में शामिल हुए. अनुष्का के साथ विराट के भावुक लम्हों ने सभी को छू लिया. सोशल मीडिया पर ‘ई साला कप नम दू’ ट्रेंड हुआ. क्रुणाल पांड्या की गेंदबाज़ी ने मैच पलटा.;
दोनों हाथों से अपने चेहरे को ढके भावुक होते विराट कोहली. साथी खिलाड़ियों, एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल का दौड़ कर आना और कोहली से लिपट जाना. कोहली का मुड़ मुड़ कर स्टेडियम में मौजूद पत्नी अनुष्का को तब तक देखना जब तक वो नीचे आकर उन्हें गले न लगा लीं. ये वो लम्हें हैं जिन्हें आईपीएल का फ़ाइनल ख़त्म होने के बाद कैमरे ने क़ैद किया और टीवी पर बार-बार दिखाया गया. इन्हें सोशल मीडिया पर भी खूब शेयर किया गया क्योंकि यह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आईपीएल चैंपियन बनने का मौक़ा था. आखिर बरसों से बदस्तूर चली आ रही वो अवधारणा टूट ही गई कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम आईपीएल की विजेता नहीं बन सकती है.
टूर्नामेंट शुरू होने के पहले विराट कोहली का जर्सी नंबर-18 से आईपीएल-18 को जोड़ता एक विज्ञापन और आरसीबी के फ़ैन्स के बीच कन्नड़ भाषा के शब्द 'ई साला कप नम दे' बहुत लोकप्रिय हो रखा था. इसका अर्थ 'इस बार कप हमारा है' होता है. आरसीबी की जीत के बाद यह 'ई साला कप नम दू' हो गया, यानी 'इस बार यह कप अब हमारा हो गया है.' मैच के साथ भी और मैच के बाद भी ‘ई साला कप नम दू’ सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता रहा.
कोहली ने जीत के तुरंत बाद कहा, "यह जीत जितनी टीम के लिए है, उतनी ही फ़ैन्स के लिए भी है. 18 साल हो गए. मैंने इस टीम को अपना प्राइम टाइम, अपना बेस्ट और अपना अनुभव, सब कुछ दिया है. मैंने हर सीज़न में यह हासिल करना चाहा, अपना सबकुछ झोंक दिया. अब जाकर ये पल आया है जो ग़जब का एहसास है. इस टीम को मैंने अपनी पूरी ऊर्जा दी है."
IPL HIGHLIGHTS: फ़ाइनल मुक़ाबले में क्या हुआ?
ये तो फ़ाइनल की टीमें तय होने के साथ ही तय था कि बेंगलुरु और पंजाब में से किसी एक लिए आईपीएल की ट्रॉफ़ी को अब तक हासिल नहीं कर पाने का सूना ख़त्म हो जाएगा, तो दूसरी टीम की बदकिस्मती बरकरार रहेगी. केवल छह रन से फ़ाइनल हार कर यहां दूसरी टीम पंजाब किंग्स बनी.
Royal Challengers Bengaluru Vs Punjab Kings फ़ाइनल में आरसीबी ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए विराट कोहली (43 रन), मयंक अग्रवाल (24 रन) रजत पाटीदार (26 रन), लियाम लिविंग्स्टन (25 रन) औऱ जितेश शर्मा (24 रन) की छोटी पर महत्वपूर्ण पारियों की बदौलत 9 विकेट पर 190 रन बनाए. जवाब में पंजाब किंग्स की टीम 20 ओवरों में आठ विकेट पर 184 रन बना सकी.
पंजाब की ओर से शशांक सिंह (Shashank Singh) ने केवल 30 गेंदों पर 61 रनों की विस्फ़ोटक पारी खेली. छह छक्के जमाए. अंतिम चार गेंदों पर 6, 4, 6, 6 जमाए लेकिन पंजाब को जीत नहीं दिला सके.
आरसीबी की ओर से क्रुणाल पांड्या ने सबसे किफ़ायती और मैच जिताऊ गेंदबाज़ी की. अपने चार ओवरों में क्रुणाल ने केवल 17 रन खर्चे और प्रभसिमरन सिंह के साथ-साथ जॉश इंग्लिस के अहम विकेट चटकाए. उनकी 12 गेंदों पर कोई रन नहीं बने. पांड्या के ये चार ओवर टर्निंग पॉइंट साबित हुए और आवश्यक रन रेट लगातार ऊपर की ओर जाते हुए 15 तक पहुंच गया. क्रुणाल के बाद भुवनेश्वर ने नेहाल वढेरा और मार्कस स्टोयनिस को एक ही ओवर में पवेलियन लौटा दिया, और शशांक सिंह की कोशिशों के बावजूद आवश्यक रन रेट 20 के पार चला गया.
पंजाब को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन चाहिए थे. शशांक ने तीन छक्के समेत 22 रन बटोरे पर नतीजा आरसीबी के पक्ष में गया. क्रुणाल पांड्या को उनकी जबरदस्त गेंदबाज़ी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया. मैच के बाद क्रुणाल बोले, इस पिच पर अगर गेंद तेज़ डालते तो बैटिंग के लिए अच्छी साबित होगी. लेकिन गेंद की तेज़ी में लगातार बदलाव करते रहने पर यह बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल हो गई.”
“यह कप जितना मेरा है उतना ही इन दोनों का भी”
आरसीबी के इस फ़ाइनल के लिए उसके दो पूर्व क्रिकेटर्स वेस्टइंडीज़ के क्रिस गेल और दक्षिण अफ़्रीका के एबी डिविलियर्स भी आए थे. आईपीएल में बड़े रिकॉर्डधारी ये दोनों क्रिकेटर्स लंबे वक़्त तक आरसीबी के साथ थे और सबसे अधिक छक्के, सबसे अधिक 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' जैसे कई रिकॉर्ड आज भी उनके नाम पर दर्ज हैं. मैच ख़त्म होने से पहले अंतिम ओवरों के दौरान एबी डिविलियर्स बाउंड्री लाइन से बाहर खड़े थे. जीत के बाद उन्होंने विराट कोहली को गले लगाया, लाल टर्बन में क्रिस गेल भी आए. मैच के बाद कोहली ने इन दोनों से गले मिलते हुए कहा, "यह कप जितना मेरा है उतना ही इन दोनों का भी है." ये दोनों आरसीबी से लंबे समय तक जुड़े रहे हैं.
गेल ने आरसीबी के लिए 248 छक्कों समेत 3163 रन तो डिविलियर्स ने 237 छक्कों समेत 4491 रन जो बनाए हैं. विराट ने इन दोनों खिलाड़ियों के साथ मिलकर आरसीबी को कई यादगार जीत दिलाई हैं. कोहली ने कहा, "जो इन्होंने फ़्रेंचाइज़ी के लिए किया वो बहुत ही जबरदस्त रहा है. ये जीत जितनी मेरी है उतनी इनकी भी है. हम ट्रॉफ़ी उठाने का जश्न साथ मनाएंगे. क्योंकि इन्होंने जो आरसीबी के लिए किया वो बहुत ख़ास है. (डिविलियर्स की ओर इशारा करते हुए) इन्हें सबसे अधिक 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' मिला है. ये बताता है कि इस टीम में, इस लीग पर और एक शख़्स के रूप में मेरे लिए इनका कितना महत्व रहा है."
जीत के भावुक पलों पर कोहली ये बोले
इस दौरान कोहली ने अंतिम ओवर की पहली दो गेंदों पर जब कोई रन नहीं बने और जीत के लिए कम से कम पांच छक्कों की ज़रूरत थी, उस पल के बारे में बात की. कोहली ने डिविलियर्स से कहा, "अरे यार, आपको पता है आखिरी दो ओवरों में बाउंड्री लाइन के बाहर आपका खड़ा रहना सबसे ख़ास था. जब हॉफ़ (हेज़लवुड) ने दूसरी गेंद डाली और उस पर छक्का नहीं पड़ा, तब उन्हें (पंजाब को) जीतने के लिए पांच छक्कों की ज़रूरत थी. मैं पूरी तरह से गुम हो गया. मुझे नहीं पता कि अंतिम तीन गेंदों के दौरान मैंने अपने आंसू कैसे रोके. पर आप जानते हैं कि कैसा लगता है. और आप (क्रिस गेल) भी जानते हैं कि कैसा लगता है." तभी गेल ने कहा, "अरे यार 18 साल! वाह! क्या लकी नंबर है यार. आपको पता है मैं क्या...? मैं आपके और फ़्रेंचाइज़ी दोनों के लिए बहुत ख़ुश हूं."
"10 गुना ख़ास मौक़ा"
गेल की बात को बीच में ही काटते हुए विराट कोहली ने यह कह कर अपनी बात ख़त्म की कि यह ट्रॉफ़ी जितनी मेरी है उतनी ही गेल और डिविलियर्स की भी है. वे बोले, "आप जानते हैं, इन दोनों के साथ इस पल को शेयर करना इतना ख़ास क्यों है, क्योंकि मैंने अपने आईपीएल क्रिकेट के सबसे प्रमुख समय इनके साथ शेयर किए हैं. और मैं जानता हूं कि हमने इसे जीतने की कितनी कोशिशें साथ की हैं. हम कम से कम दो बार (2011 और 2016 में) इसे जीतने के बहुत क़रीब थे. तब हमारी टीम में एक से एक विस्फ़ोटक (बल्लेबाज़) थे. पर हम जीत की आखिरी दहलीज को कभी पार नहीं कर पाए."
विराट ने कहा, "अब जब आज यह जीत मिली है और ये दोनों यहां मौजूद हैं तो यह 10 गुना ख़ास मौक़ा बन गया है. और ईमानदारी से कहूं तो ये (ट्राफ़ी) जितनी मेरी है उतनी ही उनकी भी है. क्योंकि जब ये दोनों बेंगलुरु आते हैं तो सिर्फ़ मैं ही उनसे नहीं जुड़ता. आप देख सकते हैं कि लोग इन्हें कितना प्यार करते हैं. और इन्हें यहां देख कर पूरी तरह से पागल हो जाते हैं क्योंकि उन्हें पता है और वो इस बात की प्रशंसा करते हैं कि ये दोनों जब तक यहां खेले, पूरे दिलो जान से खेले. तो वो भी इसके उतने ही हक़दार हैं, जितना मैं."