EXCLUSIVE: भारत तय करे कि पाकिस्तान में छिपी ‘परमाणु- सामग्री’ किस देश की है? मेजर जनरल (रि.) सुधाकर जी का सवाल

‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के हमले से पाकिस्तान में किसी भी तरह के रेडियशन की लीक होने की खबर ही मुझे तो गड़बड़ लगती है. क्योंकि मक्कार पाकिस्तान, भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तंदूर की धधकती लपटों से अपनी जान बचाने के लिए किसी भी हद का झूठ बोल सकता है.';

By :  संजीव चौहान
Updated On : 26 May 2025 11:29 AM IST

ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर ‘सीजफायर’ (Ceasefire) की आड़ में भले ही अस्थाई ‘रोक’ लग गई हो. इसके बाद भी मगर पाकिस्तान की हदों में ऑपरेशन सिंदूर के ‘तंदूर’ की आग रुक-रुक कर भभक-धधक रही है. ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में लगी आग और धुंए के डरावने ‘गुबार’ के भीतर से खबर आ रही है कि, भारत द्वारा पाकिस्तान की हदों में लांच ऑपरेशन सिंदूर के चलते वहां (पाकिस्तान) परमाणु-सामग्री (परमाणु-हथियार या परमाणु बम बनाने का सामान) लीक (Nuclear Leakage) हो गई है. जिसके चलते इलाके में जानलेवा रेडियशन (Radiation) फैलने लगा है. इस खतरनाक रेडियशन को काबू करने के लिए अमेरिका ने, अपने दो विशेषज्ञ जेट घटना के तुरंत बाद ही पाकिस्तान भेज दिए थे.

भारतीय थलसेना (Indian Army) के रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी (Retired Major General Sudhakar Jee) ने, अब इस सबके ऊपर सवाल खड़े कर दिए हैं. हैं. इन सवालों के जवाब हाल-फिलहाल तो सच्चाई पता करने के लिए भारत को ही तलाशने होंगे.

  1. भारत सबसे पहले यह तय करे कि पाकिस्तान में जिस परमाणु सामग्री के ‘लीक’ होने की बात कही जा रही है, इन खबरों में कितना दम है?
  2. दूसरा सवाल यह है कि पाकिस्तान में लीक होने वाली परमाणु-सामग्री आखिर है किसकी? पाकिस्तान की या अमेरिका की?
  3. तीसरा सवाल, अगर लीक हुई परमाणु सामग्री अमेरिका की नहीं थी तो फिर, “अमेरिका” ने ही सबसे पहले क्यों ‘रेडिएशन-कंट्रोल’ के लिए पाकिस्तान में अपने दो विशेषज्ञ विमान भेजे?

पाकिस्तान खुद की खाल बचाने को झूठ बोलेगा

भारतीय थलसेना में 40 साल तक कई अहम पदों पर सेवाएं देकर मेजर जनरल के पद से रिटायर होने वाले सुधाकर जी इन दिनों अमेरिका प्रवास पर हैं. वह नई दिल्ली में मौजूद स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर (क्राइम-इनवेस्टीगेशन) से एक्सक्लूसिव बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के हमले से पाकिस्तान में किसी भी तरह के रेडियशन की लीक होने की खबर ही मुझे तो गड़बड़ लगती है. क्योंकि मक्कार पाकिस्तान, भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तंदूर की धधकती लपटों से अपनी जान बचाने के लिए किसी भी हद का झूठ बोल सकता है. संभव है कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारी वायुसेना द्वारा उसके (पाकिस्तान के) परमाण-हथियारों वाली जगह पर आंशिक हमला करके, उससे पैदा हुए रेडियशन की खबर मक्कार पाकिस्तान ने मतलबपरस्त अमेरिका को अपने प्रभाव में लेने के लिए हवा में ही उड़ा दी हो.’

स्टेट मिरर हिंदी के एक सवाल के जवाब में भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल बोले, “40 साल की भारतीय फौज की सेवा के अनुभव से मैं तो कहता हूं कि, अमेरिका और पाकिस्तान दोनों ही मतलबपरस्त देशों को जमाने में नंगा करने के लिए, अब भारत यह साबित करके दिखा दे कि उसकी वायुसेना के हमलों से पाकिस्तान में हुए रेडियशन का दूर-दूर तक कोई वास्ता ही नहीं है. दूसरी बात मुझे यह खटक रही है कि, एक परसेंट को मान भी लिया जाए कि जाने-अनजाने में ऑपेरशन सिंदूर के दौरान, पाकिस्तान के परमाणु स्थलों के इर्द-गिर्द हुए दूरस्थ हमलों से कोई नुकसान भी हुआ है. या उसी के चलते रेडिएशन लीकेज होने लगी. तो फिर अमेरिका को इतनी ज्यादा जल्दी किस बात की थी कि, उसने तुरंत पाकिस्तान में जहां परमाणु लीकेज-रेडिएशन का हल्ला मचाया, वहां अमेरिका ने तुरंत अपने दो विशेष हवाई जहाज उस रेडिएशन को नियंत्रित करने के लिए पाकिस्तान भेज दिए. जबकि मक्कार और पाकिस्तान का बड़ा भाई चीन खामोश ही रहा.”

शक के दायरे में अमेरिका भी है...

‘मुझे तो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी परमाणविक स्थलों के आसपास, भारतीय वायुसेना द्वारा हमला किए जाने की खबर ही बेदम लगती है. दूसरे, सीजफायर पाकिस्तान और भारत के बीच होता है. उसकी भी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत या पाकिस्तान से पहले करने की जल्दबाजी में क्यों रहे? कहीं ऐसा तो नहीं कि अमेरिका ने अपनी ही अन-असेंबल्ड परमाणु-सामग्री, साज-ओ-सामान को, पाकिस्तान की गुफाओं में छिपा कर रख दिया हो. ताकि उसे (अमेरिका को) जब ईरान-इराक, अफगानिस्तान-चीन और मौका पड़ने पर जरूरत के हिसाब से पाकिस्तान की ही जमीन से भारत के साथ गद्दारी करनी पड़ जाए, तो पाकिस्तान की गुफाओं में मौजूद अपनी इस परमाणु सामग्री को असेंबल (इकट्ठा करके) करके, उसका इस्तेमाल कर लिया जाए.’

RAW के लिए यह काम बाएं हाथ का खेल है

अपने पास मौजूद अपुष्ट खबरों और एक पूर्व फौजी अफसर होने के नाते दिमाग में मची उथल-पुथल का जिक्र करते हुए मेजर जनरल सुधाकर जी कहते हैं, “अब इस रेडिएशन लीकेज के बारे में भारत को दूध का दूध और पानी का पानी करना है. भारत को यह तय करके दुनिया को बताना होगा कि पाकिस्तान की चगाई हिल्स की गुफाओं-पहाड़ियों-सुरंगों के नीचे मौजूद अन-असेंबल्ड परमाणु सामग्री किसकी थी या है? पाकिस्तान की या फिर अमेरिका की? यह काम भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के लिए बाएं हाथ का खेल है.” हालांकि 10 मई 2025 की रात से इस रेडिएशन लीकेज वाली खबरों पर भारत खामोश है. भारत ने इतना ही दावा किया है कि, उसकी सेनाओं ने पाकिस्तान में कही भी उसके किसी भी परमाणु-सामग्री वाले स्थान के आसपास भी हमला नहीं किया है.

अमेरिका को सीजफायर की बात कैसे ‘लीक’ हुई

चलिए भारत ने तो हाल-फिलहाल के लिए अपना पक्ष साफ कर दिया है कि, उसकी फौजों ने पाकिस्तानी परमाणु-बम या उसकी सामग्री वाले स्थानों को छुआ तक नही है. फिर सवाल यह पैदा होता है कि 9-10 मई 2025 को रात 2 बजने से कुछ मिनट पहले अफगानिस्तान सीमा के पास स्थित बलूचिस्तान के चगाई हिल्स के इर्द-गिर्द महसूस किए गए भूकंप के झटके क्या सामन्य भूकंप के थे. जिसकी रिक्टर पैमाने पर 4 तीव्रता मापी गई. इसके ठीक 15-16 घंटे बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ट्वीट करते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो चुका है. और इसके चंद घंटों बाद ही यानी 10 मई 2025 को शाम के वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की पुष्ट खबर खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही दुनिया को ट्वीट के जरिए देते हैं. ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि तब फिर ट्रंप को कई घंटे पहले ही सीजफायर लागू होने की जानकारी कैसे लीक हो गई?

भारत के सिर रेडियशन का ठीकरा ‘झूठा’ तो नहीं

अपनी बात की पुष्टि में भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी कहते हैं, “ऊपर उल्लिखित तमाम सवालों को जोड़कर अगर देखूं तो, मुझे यह बात आसानी से नहीं पच रही है कि, 9-10 मई 2025 को आधी रात के बाद पाकिस्तान के चगाई हिल्स में आए भूकंप और अगले ही दिन अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत-पाकिस्तान से पहले ही सीजफायर की घोषणा के बीच क्या संबंध रहा? क्या 10 मई को वास्तव में चगाई हिल्स के आसपास प्राकृतिक भूकंप आया था. या फिर उस इलाके में खुद पाकिस्तान ने ही तब न्यूक्लियर टेस्टिंग की थी. जिसमें गलती से रेडिएशन पाकिस्तान के हाथों ही वहां लीक हुआ. और धूर्त पाकिस्तान ने अमेरिका के इशारे पर, उस रेडिएशन लीकेज का ठीकरा फोड़ दिया भारत के ऑपरेशन-सिंदूर के सिर?”

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