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EXCLUSIVE: 'जनाब जनरल मुनीर साहब तुरंत 'सीजफायर' चाहते हैं, उन्हें भारत की हर शर्त कुबूल है!'

ऑपरेशन सिंदूर के बीच सीजफायर कोई दया नहीं, डर से उपजा था. जनरल असीम मुनीर ने तब गिड़गिड़ाकर भारत से सीजफायर मांगा जब 16 बम लदे भारतीय फाइटर जेट पाक की खुफिया सुरंगों को निशाना बनाने उड़ान भर चुके थे. डीजीएमओ कॉल मिस होने से पाकिस्तान में खलबली मच गई. अंदरूनी खबर बताती है कि भारत की हर शर्त पर पाकिस्तान झुक गया था.

EXCLUSIVE: जनाब जनरल मुनीर साहब तुरंत सीजफायर चाहते हैं, उन्हें भारत की हर शर्त कुबूल है!
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संजीव चौहान
By: संजीव चौहान

Updated on: 26 May 2025 11:30 AM IST

ऑपेरशन सिंदूर (Operation Sindoor) को बीच में ही रोककर (कुछ वक्त के लिए स्थगित करके) हिंदुस्तान की सरकार द्वारा ‘सीजफायर’ (Ceasefire) लागू कर दिए जाने को लेकर, जितने मुंह उतनी बातें हो रही हैं. खुद की घर बैठे खुशी की खातिर कोई घर बैठकर सीजफायर को लेकर भारत को कोस रहा है. तो कोई इस फैसले को कूटनीतिक और विदेश नीति के स्तर पर भारत की बड़ी जीत बता रहा है. इन तमाम वाहियात की बातों के बीच स्टेट मिरर हिंदी के हाथ सीजफायर को लेकर अंदर की जो खबर लगी है, वह भले ही हाल-फिलहाल पुष्ट न हो, मगर धुंआ वहीं उठता है जहां आग लग चुकी हो.

लिहाजा हमारे पास मौजूद इस खबर को आसानी से नजरंदाज करना भी मुमकिन नहीं है. खबर है सीजफायर और पाकिस्तान के मिलिट्री चीफ जनरल असीम मुनीर (Asim Munir Chief of Army Staff of Pakistan) को लेकर. खबर के मुताबिक, “भारत ने सीजफायर अपनी मर्जी से कतई नहीं लगाया. भारतीय फौजें और हुकूमत तो ऑपरेशन सिंदूर जैसे अघोषित युद्ध का पूरा-पूरा लाभ लेने पर तुली हुई थीं. ताकि पाकिस्तान को उसकी औकात और लाचारी का चेहरा दिखाया जा सके.

भारत द्वारा एक कॉल रिसीव न कर पाने का ‘कमाल’

इस वक्त अमेरिका में मौजूद भारतीय थलसेना के रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी (Indian Army Retired Major General Sudhakar Jee) स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर (क्राइम इनवेस्टीगेशन) के पास मौजूद इस बड़ी खबर की पुष्टि करते हैं. हालांकि साथ ही वह यह भी कहते हैं कि, यह खबरें पब्लिक डोमेन पर भी कहीं-कहीं मौजूद है. उनके मुताबिक, “यह खबर बिलकुल सही है कि 10 मई 2025 को सुबह करीब 10 बजे पाकिस्तान के DGMO और वहां की फौज के मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्लाह (Pakistan DGMO Major General Kashif Abdullah) ने, भारत में अपने समकक्ष यानी भारतीय डीजीएमओ (भारत के महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशंस) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (DGMO Director General Military Operations India Lieutenant General Rajeev Ghai) को कॉल की थी. अज्ञात वजहों से भारत के डीजीएमओ राजीव घई अपने समकक्ष पाकिस्तानी डीजीएमओ की वह फोन-कॉल रिसीव नहीं कर सके.”

हड़बड़ाया हुआ मुनीर अपने मेजर जनरल से बोला...

एक्सक्लूसिव बातचीत को दौरान रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी बताते हैं कि, ‘दरअसल पाकिस्तानी समकक्ष की जो कॉल भारत के डीजीएमओ अज्ञात वजहों से पिक नहीं कर सके थे. उसकी जानकारी पाकिस्तानी डीजीएमओ ने अपने बॉस और पाकिस्तानी फौज के मुखिया असीम मुनीर को बताई. तब उस वक्त तो मुनीर ने अपने मातहत डीजीएमओ से कहा कि वह, लगातार और जल्दी से जल्दी कोशिश करे किसी भी सूरत में भारत के डीजीएमओ से बात करना जरूरी है.’

भारतीय वायुसेना पाक में तबाही को तैयार थी तभी...

बकौल सुधाकर जी, ‘इसी बीच पाकिस्तानी आर्मी चीफ को सूचना मिल गई कि भारतीय फौज और उसकी वायुसेना के, बम-बारूद से लदे 16 लड़ाकू विमानों का एक बेड़ा पाकिस्तान की बेहद संवेदनशील 7 में से उन 5 उन घाटियों के ऊपर उड़ान भरकर तबाही मचाने वाले हैं. जोकि न केवल पाकिस्तान में, बल्कि चीन और आसपास के देशों में भी तबाही का सबब बन जाएंगे. यह खबर पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर तक पहुंचते-पहुंचते 10 मई 2025 को दोपहर का एक बज गया. भारतीय वायुसेना के 16 बमों से लदे और पाकिस्तान की ओर उड़ान भरने को रेडी खड़े फाइटर जैट्स के बारे में, पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर तक पहुंची.

‘सीजफायर’ के लिए हमें भारत की हर शर्त कुबूल!

तो उसने (जनरल असीम मुनीर) तकरीबन चीखती हुई आवाज में अपने डीजीएमओ से कहा कि, तुम क्या सब कुछ तबाह करा डालने के बाद ही भारत के डीजीएमओ से बात करोगे. तुरंत उनसे (भारत के डीजीएमओ मेजर जनरल राजीव घई) बात करो और उन्हें बोलो कि, जनरल साहब (पाकिस्तानी फौज का सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर) तुरंत, भारत से सीजफायर लागू करने की गुजारिश फरमा रहे हैं. सीजफायर के लिए इंडिया जो भी शर्त रखेगा वह हमें (पाकिस्तान) कुबूल है.’

सीजफायर के लिए मुनीर फोकट में नहीं रोया

स्टेट मिरर हिंदी से बातचीत में और पब्लिक डोमेन पर मौजूद खबरों के आधार पर रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी आगे कहते है, “दरअसल पाकिस्तानी फौज का अड़ियल और मक्कार सेनाध्यक्ष जरनल असीम मुनीर यूं ही सीजफायर के लिए भारत के आगे नहीं गिड़गिड़ा रहा था. उसे अंदाजा लग चुका था कि, भारतीय वायुसेना के बमों से लदे 16 लड़ाकू विमानों का पाकिस्तान में 10 मई 2025 को जो टारगेट फिक्स था, वह पाकिस्तान और चीन दोनो को तबाह कर डालता.

क्योंकि पाकिस्तानी पहाड़ियों के अंदर मौजूद जिन 7 में से पांच सुरंगों के मुहाने (सुरंगें नहीं) भारत की वायुसेना के लड़ाकू विमानों के टारगेट पर थे, अगर वहां भारत के फाइटर जेट पहुंच कर बम बरसा डालते, तो शायद चीन और पाकिस्तान में उसी दिन तबाही मच जाती. वह तबाही जिससे दुनिया कांप उठती. चूंकि पाकिस्तानी सेना का चीफ असीम मुनीर जानता था कि उन पहाड़ियों में उसने कितनी खतरनाक चीज छिपाकर रखी हुई है. उस जगह पर बम बरसाने का मतलब, उसी दिन पूरे पाकिस्तान का सफाया तय था.”

पाकिस्तान की सबसे कमजोर ‘नस’ पकड़ ली थी

अपनी बात जारी रखते हुए सुधाकर जी कहते हैं, “दरअसल गोला-बारूद के दम पर पाकिस्तान सबको गीदड़ भभकियां देता रहता था, पहाड़ियों के भीतर मौजूद उन 7 में से 5 सुरंगों में मौजूद वही बेहद संवेदनशील जगह भारत की वायुसेना ने ताड़ ली थी. लिहाजा जब भारतीय वायुसेना के एक साथ 16 लड़ाकू विमान उस जगह पर बम बरसाते, तो उससे होने वाली तबाही का अंदाज तो पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर को भी था. और जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय फौजें कहर बनकर पाकिस्तान के सैन्य अड्डों, आतंकवादी शिविरों पर टूटी हुई थीं. उससे मुनीर भारत और उसकी फौजों की आक्रामकता का अंदाजा बखूबी लगा चुका था.”

पाकिस्तान की उन 7 पहाड़ियों के नीचे सुरंगों का राज…

जब आपको इतने अंदर की बातें पता है तो फिर आप पाकिस्तान की उन पहाड़ियों के अंदर मौजूद 7 में से 5 सुरंगों के भीतर पाकिस्तान का ऐसा कौन सा गोला-बारुद था जो, भारतीय फौज के हवाई हमले में बर्बाद होने के चलते, पाकिस्तान संग चीन तक पहुंच कर तबाही मचाता? यह भी आपको पता होगा? स्टेट मिरर हिंदी के इस सवाल के जवाब में भारतीय थलसेना के रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी बोले, “मुझे तो काफी कुछ पता है. मगर भारतीय फौज का अफसर होने के नाते मैं पाकिस्तानी क्षेत्र की उन 5 पहाड़ियों के अंदर मौजूद सुरंगों में क्या था? जिसे सुरक्षित रखने की एवज में सीजफायर लगवाने के लिए जनरल मुनीर, भारत की हर शर्त मानने को घुटनों पर बैठकर गिड़गिड़ाने लगा था, बताना मैं हिंदुस्तान और अपनी फौज के हित में नहीं समझता हूं.

सीजफायर के लिए हमें (पाक) भारत की हर शर्त मंजूर!

हां इतना जरूर बता सकता हूं कि जब पाकिस्तानी डीजीएमओ की भारत के डीजीएमओ से 10 मई 2025 को सुबह 10 बजे के आसपास बात नहीं हो सकी. तो इससे बौखलाए हड़बडाए पाकिस्तानी जनरल असीम मुनीर ने दोपहर बाद, फिर से एक बार अपने मातहत और पाकिस्तानी डीजीएमओ को धमकाते हुए कहा कि, तुंरत डीजीएमओ भारत से बात करिए और उन्हें बताइए कि, जनरल मुनीर साहब तुरंत भारत से सीजफायर लागू करने की दरखास करते हैं. सीजफायर के लिए उनकी (भारत) हर शर्त हमें मंजूर है.”

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