New Income Tax Act: FY28 से पहले आएंगे फॉर्म, क्या होंगे बदलाव, जानना क्यों जरूरी? 10 अहम बातें
New Income Tax Act 2025: केंद्र सरकार नए इनकम टैक्स एक्ट लाने की तैयारी में जुटी है. इस योजना के तहत FY 28 से पहले ITR फॉर्म नोटिफाई किए जाएंगे. उसी के अनुरूप सभी अपना आईटीआर (ITR) भरेंगे. जानें नया कानून क्या है, ITR फॉर्म में 10 बड़े बदलाव और टैक्सपेयर्स के लिए यह जानकारी क्यों जरूरी है?;
केंद्र सरकार इनकम टैक्स व्यवस्था को सरल, पारदर्शी और टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने वाली है. नए इनकम टैक्स एक्ट के तहत FY 28 (आकलन वर्ष 2028-29) से पहले ही ITR फॉर्म नोटिफाई किए जाएंगे. ताकि टैक्सपेयर्स को रिटर्न फाइलिंग में ज्यादा समय और उसे सही तरीके से भरने के लिए समय मिल सके. यह बदलाव सिर्फ तारीखों का नहीं बल्कि पूरे टैक्स सिस्टम की सोच बदलने का संकेत माना जा रहा है.
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क्या है नया इनकम टैक्स एक्ट?
नया इनकम टैक्स एक्ट मौजूदा Income Tax Act, 1961 की जगह लेने के लिए लाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है जटिल कानूनी भाषा को सरल बनाना. सेक्शन और क्लॉज की संख्या कम करना, टैक्स कंप्लायंस को आसान करना, डिजिटल और ऑटो-फिल सिस्टम को मजबूत करना, सरकार इसे टैक्सपेयर्स-फ्रेंडली कानून के तौर पर पेश कर रही है.
FY 28 से पहले ITR फॉर्म नोटिफाई करने का क्या मतलब?
अब तक ITR फॉर्म अक्सर वित्त वर्ष खत्म होने के बाद आते थे. टैक्सपेयर्स को तैयारी का समय कम मिलता था. अब FY 28 से पहले ही ITR फॉर्म जारी होंगे. टैक्सपेयर्स पूरे साल अपनी आय और निवेश उसी हिसाब से प्लान कर सकेंगे.
ITR फॉर्म FY 28 की जरूरी बातें 10 प्वाइंट में
1. आईटीआर फार्म को सरल भाषा में लाने की तैयारी. यानी कठिन कानूनी शब्दों की जगह आसान शब्द और वाक्य जिसे आम लोग समझ सकें.
2. आईटीआर फार्म में पहले की तुलना में कम सेक्शन होंगे. साथ ही वो स्पष्ट होंगे. अनावश्यक कॉलम हटाए जाएंगे
3. आईटीआर में सैलरी, बैंक ब्याज, शेयर डिविडेंड पहले से भरे होंगे.
4. नई और पुरानी टैक्स व्यवस्था की साफ तुलना का जिक्र होगा. ताकि टैक्सपेयर्स आसानी से सही विकल्प चुन सकें.
5. डिजिटल एसेट्स जैसे क्रिप्टो, वर्चुअल डिजिटल एसेट के लिए अलग से कॉलम होंगे.
6. कैपिटल गेन को जानकारी के लिए शेयर, म्यूचुअल फंड, प्रॉपर्टी के लिए अलग सेक्शन होंगे.
7. छोटे टैक्सपेयर्स को राहत मिलेगी. सेलरी और पेंशन वालों के लिए छोटा फार्म होगा.
8. नया आईटीआर फार्म आने के बाद रिफंड प्रोसेस में तेजी आएगी. सही डेटा भरने पर जल्दी रिफंड होगा.
9. गलती सुधारना आसान होगा. रिवाइज्ड और अपडेट रिटर्न की प्रक्रिया सरल होगी.
10. सभी तरह की शिकायतें नोटिस, जवाब और ट्रैकिंग ऑनलाइन के जरिए संभव होगा.
नया इनकम टैक्स एक्ट जानना जरूरी क्यों?
आपकी टैक्स प्लानिंग बदलेगी, निवेश के फैसले सही समय पर होंगे, नोटिस और पेनाल्टी से बचाव होगा, नई टैक्स व्यवस्था को समझना आसान होगा, भविष्य की फाइलिंग सरल होगी. यानी यह कानून हर सैलरीड, बिजनेस और पेंशनर टैक्सपेयर को सीधे प्रभावित करेगा.
क्या है नया इनकम टैक्स एक्ट?
इनकम टैक्स एक्ट 2025 जिसे इस साल 21 अगस्त को लागू किया गया था, वह छह दशक पुराने 1961 के इनकम टैक्स एक्ट की जगह लेगा और 1 अप्रैल, 2026 से लागू होगा. केंद्र सरकार 2027-28 वित्तीय वर्ष शुरू होने से पहले इनकम टैक्स एक्ट 2025 के आधार पर नए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फॉर्म नोटिफाई करेगी. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेशन (CBDT) ITR फ्रेमवर्क को फिर से डिजाइन करने के लिए टैक्स विशेषज्ञों, उद्योग निकायों और फील्ड अधिकारियों के साथ बड़े पैमाने पर बातचीत कर रहा है.
इनकम टैक्स एक्ट 2025 छह दशक पुराने 1961 के इनकम टैक्स एक्ट की जगह लेगा और 1 अप्रैल, 2026 से लागू होगा. इस नए कानून का मकसद टैक्स प्रावधानों को आसान बनाना, कानून में शब्दों की कुल संख्या कम करना और टैक्सपेयर्स के लिए कंप्लायंस को आसान बनाना है।