File 468 में क्या था जिसे US सरकार ने Epstein Files से हटाया? Democrats ने कहा- Trump की फोटो और 16 फाइलें गायब
Jeffrey Epstein से जुड़े दस्तावेज़ों के ताज़ा रिलीज़ के बाद अमेरिका की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है. डेमोक्रेट नेताओं ने आरोप लगाया है कि Epstein Files से Donald Trump से जुड़ी एक अहम तस्वीर (File 468) और कम से कम 16 दस्तावेज़ अचानक हटा दिए गए. Justice Department की चुप्पी ने पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हाउस ओवरसाइट कमेटी ने Attorney General से जवाब मांगा है, जबकि पीड़ित और सांसद पूरे रिकॉर्ड सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं.
जेफ़री एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज़ों की नई खेप सामने आते ही अमेरिका की राजनीति में फिर भूचाल आ गया है. जिन फाइलों को “पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम” बताया जा रहा था, वही रिलीज़ अब संदेह, आरोप और सियासी टकराव का कारण बन गई है. खासतौर पर तब, जब डेमोक्रेट सांसदों ने दावा किया कि कुछ बेहद संवेदनशील फाइलें जिनमें एक तस्वीर भी शामिल है जानबूझकर सार्वजनिक पोर्टल से हटा दी गईं.
यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इसमें सीधे तौर पर Donald Trump का नाम जोड़ा जा रहा है. डेमोक्रेट्स का कहना है कि एपस्टीन फाइल्स में ट्रंप से जुड़ी एक फोटो (फाइल 468) पहले मौजूद थी, लेकिन अब गायब है. इसके साथ ही कुल 16 दस्तावेज़ों के अचानक हटने ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर अमेरिकी न्याय विभाग क्या छुपा रहा है और किसके लिए.
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फाइल 468 क्या थी और विवाद क्यों भड़का?
डेमोक्रेट्स के मुताबिक फाइल नंबर 468 एक तस्वीर थी, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप एक महिला के साथ दिखाई दे रहे थे. महिला के कपड़ों को लेकर “revealing” शब्द का इस्तेमाल किया गया, जिससे तस्वीर को और सनसनीखेज बना दिया गया. यह फोटो कथित तौर पर उन दस्तावेज़ों का हिस्सा थी, जिन्हें United States Department of Justice ने सार्वजनिक किया था, लेकिन कुछ ही घंटों में यह पोर्टल से हटा ली गई.
16 फाइलें कैसे और कब गायब हुईं?
रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को फाइलें अपलोड की गईं और शनिवार तक आते-आते कम से कम 16 दस्तावेज़ वेबसाइट से गायब हो चुके थे. इनमें सिर्फ तस्वीरें ही नहीं, बल्कि कुछ ऐसे विज़ुअल और संदर्भ भी थे, जो एपस्टीन के सामाजिक नेटवर्क और हाई-प्रोफाइल संपर्कों की झलक देते थे.
डेमोक्रेट्स का सीधा हमला
हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सदस्यों ने सोशल मीडिया पर सीधे सवाल उठाए, “क्या यह सच है कि ट्रंप वाली तस्वीर हटा दी गई? और अगर हां, तो और क्या-क्या कवर किया जा रहा है?” उन्होंने अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी से सार्वजनिक जवाब की मांग की और कहा कि अमेरिकी जनता को पूरी सच्चाई जानने का हक है.
DOJ की रहस्यमयी चुप्पी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि न्याय विभाग ने अब तक यह साफ नहीं किया कि फाइलें हटाना तकनीकी गलती थी या जानबूझकर लिया गया फैसला. किसी आधिकारिक बयान के अभाव में यह चुप्पी संदेह को और मजबूत कर रही है और “चयनात्मक पारदर्शिता” के आरोपों को हवा दे रही है.
ट्रंप का नाम: मौजूदगी और गैर-मौजूदगी का विरोधाभास
दिलचस्प बात यह है कि हजारों पन्नों के इन दस्तावेज़ों में Jeffrey Epstein से जुड़े कई बड़े नाम सामने आए जैसे पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन लेकिन लिखित रिकॉर्ड्स में ट्रंप का जिक्र बहुत सीमित रहा. यह तब है, जब पहले जारी किए गए फ्लाइट लॉग्स में ट्रंप का नाम सामने आ चुका था. ट्रंप लगातार कहते आए हैं कि उनका एपस्टीन के अपराधों से कोई लेना-देना नहीं है.
कौन से अहम दस्तावेज़ अभी भी बाहर हैं?
सबसे ज़्यादा प्रतीक्षित फाइलें जैसे FBI द्वारा पीड़ितों के इंटरव्यू, ग्रैंड जूरी से जुड़े रिकॉर्ड और DOJ के आंतरिक मेमो इस रिलीज़ में शामिल नहीं हैं. इन्हीं दस्तावेज़ों से यह समझ आता कि 2000 के दशक में एपस्टीन को इतनी नरमी क्यों मिली और फेडरल केस आगे क्यों नहीं बढ़ा.
हाई-प्रोफाइल नेटवर्क पर अधूरी रोशनी
एपस्टीन से जुड़े कई अंतरराष्ट्रीय नाम जैसे ब्रिटेन के पूर्व प्रिंस एंड्रयू का ज़िक्र भी बेहद सीमित है. इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या जांच वास्तव में सभी के लिए समान रही या कुछ लोगों को “लो-प्रोफाइल” रखकर बचाया गया.
जो नया सामने आया, वह क्या बताता है?
नई फाइलों में 1996 की एक शिकायत का जिक्र है, जिसमें एपस्टीन पर बच्चों की तस्वीरें चुराने का आरोप लगाया गया था. इसके अलावा कुछ संकेत ऐसे भी हैं, जो बताते हैं कि फेडरल अभियोजन से पीछे हटने का फैसला कैसे लिया गया. लेकिन ये टुकड़े पूरे सच को जोड़ने के लिए नाकाफी हैं.
रेडैक्शन और ‘ब्लैक फाइल्स’
कई दस्तावेज़ या तो भारी तौर पर रेडैक्टेड हैं या पूरी तरह ब्लैक कर दिए गए हैं. एक 119-पन्नों का “Grand Jury–NY” दस्तावेज़ पूरी तरह काला है, जिससे साफ है कि असली जानकारी अभी भी पर्दे के पीछे है.
पीड़ितों और सांसदों की नाराज़गी
DOJ का कहना है कि फाइलें “rolling basis” पर जारी होंगी ताकि पीड़ितों की पहचान सुरक्षित रहे. लेकिन पीड़ितों और पारदर्शिता के लिए लड़ रहे सांसदों का मानना है कि यह देरी जवाबदेही से बचने का तरीका बनती जा रही है.
एपस्टीन फाइल्स की यह रिलीज़ किसी निष्कर्ष पर नहीं, बल्कि नए सवालों पर खत्म होती है. फाइल 468 और 16 दस्तावेज़ों का गायब होना यह संकेत देता है कि अमेरिका में भी ताकत, राजनीति और न्याय के बीच की रेखा कितनी धुंधली हो सकती है. जब तक न्याय विभाग स्पष्ट और पूर्ण जानकारी सामने नहीं रखता, तब तक “पारदर्शिता” सिर्फ एक दावा ही बनी रहेगी.





