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Epstein Files: क्लिंटन हैं, माइकल जैक्सन और बिल गेट्स भी.. लेकिन ट्रंप 'गायब', डेमोक्रेट्स बोले - ‘कहीं सच को...'

एपस्टीन फाइल्स में डोनाल्ड ट्रंप का नाम न के बराबर होने पर अमेरिका में सियासी बवाल मच गया है. डेमोक्रेट नेताओं ने आरोप लगाया है कि अहम जानकारियां जानबूझकर छुपाई जा रही हैं. वहीं, ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि ट्रंप के मामले में आपराधिक जैसा कुछ नहीं है. जानिए, पूरा मामला और इसका अमेरिका की राजनीति पर कितना पड़ेगा असर.

Epstein Files: क्लिंटन हैं, माइकल जैक्सन और बिल गेट्स भी.. लेकिन ट्रंप गायब, डेमोक्रेट्स बोले - ‘कहीं सच को...
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अमेरिका में जारी जेफरी एपस्टीन केस एक बार फिर राजनीतिक विवाद के केंद्र में है. 19 दिसंबर को ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी दस्तावेजों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम न होने को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. विपक्ष का आरोप है कि यह महज संयोग नहीं बल्कि ‘सुनियोजित सफाई अभियान’ हो सकता है, जिससे सच्चाई जनता तक न पहुंचे. इसके उलट दस्तावेज में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, बिल गेट्स, माइकल जैक्सन, सहित दर्जनों नामचीन हस्तियों के नाम इसमें शामिल है.

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इन हस्तियों के नाम फाइल में शामिल

एपस्टीन फाइलों में डोनाल्ड ट्रंप का बहुत कम जिक्र है, लेकिन इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ-साथ संगीतकार डायना रॉस, मिक जैगर और माइकल जैक्सन को प्रमुखता से दिखाया गया है. अन्य हाई-प्रोफाइल हस्तियों में बिल गेट्स, पूर्व यूके प्रिंस एंड्रयू, उनकी पूर्व पत्नी सारा फर्ग्यूसन, अभिनेता केविन स्पेसी और ब्रिटिश टाइकून रिचर्ड ब्रैनसन शामिल हैं.

न्यूज़18 ने रायटर के हवाले से बताया है कि एपस्टीन फाइलों में डोनाल्ड ट्रंप का बहुत कम जिक्र है, लेकिन इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ-साथ संगीतकार डायना रॉस, मिक जैगर और माइकल जैक्सन को प्रमुखता से दिखाया गया है. अन्य हाई-प्रोफाइल हस्तियों में बिल गेट्स, पूर्व यूके प्रिंस एंड्रयू, उनकी पूर्व पत्नी सारा फर्ग्यूसन, अभिनेता केविन स्पेसी और ब्रिटिश टाइकून रिचर्ड ब्रैनसन शामिल हैं.

3 लाख पेज का दस्तावेज

अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को बदनाम फाइनेंसर और यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन की अवैध गतिविधियों की जांच से जुड़े लंबे समय से प्रतीक्षित दस्तावेजों का पहला सेट जारी किया. विभाग ने लगभग तीन लाख पेज के दस्तावेज जारी किए हैं. इसे जारी करने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महीनों से उनकी पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ से दबाव था, जिसके कारण उन्होंने 19 नवंबर को एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट पर कानून के रूप में हस्ताक्षर किए, जिसे कांग्रेस ने भारी बहुमत से मंजूरी दी थी.

दस्तावेज के अहम हिस्से गायब

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने दस्तावेजों में कुछ हिस्से हटाए भी हैं, जिसमें कहा गया है कि कई के नाम सार्वजनिक नहीं किया जा सकते हैं. सात पन्नों पर 254 मालिश करने वालों के नाम काले कर दिए गए थे. जबकि एक अन्य फाइल में दर्जनों सेंसर की गई तस्वीरें थीं, जिनमें नग्न या कम कपड़े पहने हुए लोग दिखाए गए थे.

जेफरी एपस्टीन से संबंधित तस्वीरों में देखना किसी गलत काम का संकेत नहीं है, जिन लोगों की पहचान अन्य तस्वीरों या दस्तावेजों में की गई है, उनमें से कई ने गलत काम या एपस्टीन की अवैध गतिविधियों में शामिल होने से इनकार किया है.

बिल क्लिंटन निशाने पर क्यों?

अमेरिकी न्याय विभाग ने क्लिंटन पर मामले को ज्यादा फोकस किया है. ट्रंप ने कहा कि वह अधिकारियों को पूर्व राष्ट्रपति के एपस्टीन के साथ संबंधों की जांच करने का आदेश दे सकते हैं. क्लिंटन के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ, एंजेल उरेना ने कहा कि व्हाइट हाउस डेमोक्रेटिक पूर्व राष्ट्रपति पर ध्यान केंद्रित कर खुद को जांच से बचाने की कोशिश कर रहा है.

अभी तक जारी एपस्टीन फाइलों में क्लिंटन को एपस्टीन की सहयोगी घिसलेन मैक्सवेल और एक अन्य व्यक्ति के साथ एक स्विमिंग पूल में देखा जा सकता है, जिसका चेहरा काला किया हुआ है. एक अन्य तस्वीर में उन्हें एक हॉट टब में एक और व्यक्ति के साथ देखा जा सकता है, जिसका चेहरा काला किया हुआ है. क्लिंटन ने पहले एपस्टीन के साथ मेलजोल रखने पर पछतावा व्यक्त किया था और कहा था कि उन्हें किसी भी आपराधिक गतिविधि के बारे में पता नहीं था.

व्हाइट हाउस पर जरूरी फाइल दबाने का आरोप

1990 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत में बदनाम फाइनेंस की पहली गिरफ्तारी से पहले, क्लिंटन की एपस्टीन के साथ कई बार तस्वीरें खींची गईं. 2019 में एक प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को उन भयानक अपराधों के बारे में कुछ नहीं पता था जिनके लिए एपस्टीन ने दोषी ठहराया था. कई फाइलों में बहुत ज्यादा बदलाव किए गए थे और न्याय विभाग ने माना कि वह संभावित रिलीज के लिए अभी भी लाखों अतिरिक्त पन्नों की समीक्षा कर रहा है. डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच ने कांग्रेस को लिखे एक पत्र में कहा कि 1,200 से ज्यादा पीड़ित या उनके रिश्तेदार थे जिनके नाम फाइलों से हटाए जाने थे.

एपस्टीन जांच के सबसे बड़े चर्चा के विषयों में से यह था कि फाइलों में ट्रंप कितनी प्रमुखता से शामिल होंगे. ऐसा इसलिए कि 1990 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत में उनके और बदनाम फाइनेंस के बीच करीबी रिश्ता था, जिसके बाद उनके बीच मनमुटाव हो गया था.

एपस्टीन की एक अकेली तस्वीर थी जिसमें वह ट्रंप के नाम वाला चेक पकड़े हुए दिख रहे थे, और एक अलग तस्वीर एपस्टीन के मैनहट्टन टाउनहाउस के अंदर ली गई थी, जहां ट्रंप की 1997 की किताब, 'ट्रंप: द आर्ट ऑफ द कमबैक', एक बुकशेल्फ में रखी हुई थी. ट्रंप का नाम एपस्टीन के प्राइवेट प्लेन में यात्रियों की सूची वाली फ्लाइट मैनिफेस्ट में भी था, जो न्याय विभाग द्वारा फरवरी में जारी की गई सामग्री के पहले बैच में शामिल थे.

व्हाइट हाउस ने कहा कि इस रिलीज ने एपस्टीन के पीड़ितों के लिए न्याय के प्रति उसकी पारदर्शिता और प्रतिबद्धता को दिखाया है. पिछले डेमोक्रेटिक प्रशासनों की आलोचना की कि उन्होंने ऐसा नहीं किया.

समर्थकों ने भी लगाए मामले को दबाने का आरोप

कई ट्रंप समर्थकों ने उनके प्रशासन पर एपस्टीन के शक्तिशाली लोगों से संबंधों को छिपाने और मैनहट्टन जेल में उनकी मौत से जुड़े विवरणों को छिपाने का आरोप लगाया था. जहाँ वह नाबालिग लड़कियों की तस्करी और दुर्व्यवहार के आरोपों में मुकदमे का इंतजार कर रहे थे.

चक शूमर का दावा - 119 पन्ने क्यों हटाए

कई डेमोक्रेटिक सांसदों ने सभी फ़ाइलों को जारी न करने के लिए ट्रंप प्रशासन की आलोचना की. डेमोक्रेटिक सीनेट अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने कहा, "न्याय विभाग द्वारा आज जारी किए गए इन भारी बदलाव वाले दस्तावेजों का सेट पूरे सबूतों का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है." उन्होंने कहा कि एक दस्तावेज के 119 पन्ने पूरी तरह से हटा दिए गए.

रिपब्लिकन अमेरिकी प्रतिनिधि थॉमस मैसी, जो एपस्टीन फाइलों को जारी करने के कानून के पीछे एक मुख्य शक्ति थे, ने X पर कहा कि शुक्रवार की रिलीज "कानून की भावना और अक्षर दोनों का घोर उल्लंघन करती है." डेमोक्रेटिक कांग्रेसी रो खन्ना ने भी कहा कि DOJ के "लाखों पन्नों के दस्तावेज के ढेर ने कानून का पालन नहीं किया." इसलिए, वह और मैसी कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहे हैं.

दरअसल, यह मामला अमेरिकी मीडिया और राजनीति में बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बना हुआ है. खासकर नए Epstein फाइलों के बैच में ट्रंप का नाम प्रमुख रूप से नहीं दिख रहा है. इसको लेकर डेमोक्रेट नेताओं ने इस पर बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है. ऐसा इसलिए कि एपस्टीन फाइल्स में ट्रंप को लेकर कोई सबूत नहीं हैं. इन दस्तावेजों में ट्रंप का नाम न होना खासा चर्चा का विषय है.

क्या कह रहे डेमोक्रेट नेता? जारी की तस्वीर

Senate Minority Leader Chuck Schumer और अन्य डेमोक्रेट सांसदों का कहना है कि DOJ ने कानून के अनुसार पूरी सामग्री जारी नहीं की. उन्होंने कहा है यह एक संवैधानिक उल्लंघन है और पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आगे भी दबाव जारी रहेगा. Schumer ने कहा कि जो डॉक्यूमेंट्स पेश किए गए हैं, उनमें बहुत से पेज पूरी तरह काले हैं और इससे यह सवाल उठता है कि क्या सच को छुपाया जा रहा है.

डेमोक्रैट सांसदों ने Epstein के कंप्यूटर और ईमेल संग्रह से 68 नई तस्वीरें सार्वजनिक की हैं, जिनमें कई हस्तियां (ट्रंप समेत) दिखाई दे रहे हैं. यह कदम वे DOJ के आधिकारिक रिलीज की कमी के जवाब में उठाए गए हैं.

कानूनी जिम्मेदारी से दूर भाग रहा ट्रंप प्रशासन

मीडिया में डेमोक्रेट्स का कहना है कि केवल heavily redacted सामग्री जारी करना स्पष्ट और जवाबदेह नहीं है। वे DOJ से पूरा खुलासा चाहते हैं, ना कि सिर्फ़ वह भाग जो एडमिनिस्ट्रेशन को ठीक लगता है.

पिछले Epstein से जुड़ी कुछ रिपोर्टों और कोर्ट या फ्लाइट लॉग्स में ट्रंप के नाम दिखे हैं (जैसे उनकी उड़ानों के विवरण या तस्वीरें), लेकिन लेखों के अनुसार अभी जारी हुए भाग में वह मौजूदगी उतनी स्पष्ट नहीं है. वहीं, ट्रंप प्रशासन कह रहा है कि छांट पीड़ितों की पहचान को सुरक्षित रखने जैसी वजहों से ज़रूरी है, और कोई भी दोषी गतिविधि सामने नहीं आई है.

सोशल मीडिया, न्यूज चैनलों और राजनीतिक टॉक में यह सवाल उठ रहा है कि अगर ट्रंप के बारे में रिकॉर्ड पहले थे लेकिन अब कम दिख रहे हैं, तो क्या दस्तावेजों का चयन हो रहा है या कुछ सामग्री जानबूझकर जारी नहीं की गई.

ट्रंप का बचाव क्यों?

ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा है कि ट्रंप का नाम दस्तावेजों में आता है लेकिन उन्होंने कोई आपराधिक काम नहीं किया है. यह पुराने सामाजिक संबंधों तक सीमित है. यही वजह है कि नए जारी बैच में ट्रंप का उल्लेख बहुत कम है. जबकि बाकी कुछ और हाई-प्रोफाइल नाम ज्यादा ध्यान में हैं.

डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लांश ने बताया कि कांग्रेस की समयसीमा के तहत शुक्रवार को कई लाख दस्तावेज जारी किए गए हैं. जबकि आने वाले हफ्तों में और फाइलें सार्वजनिक की जाएगी. जारी फाइल में एपस्टीन से जुड़े कई कानून प्रवर्तन जांच के सबूत, तस्वीरें और दस्तावेज शामिल हैं. बिल क्लिंटन को गिसलेन मैक्सवेल के साथ स्विमिंग पूल में देखा गया है, जबकि एक अन्य फोटो में क्लिंटन माइकल जैक्सन के साथ नजर आते हैं, जहां गायिका डायना रॉस भी मौजूद हैं.

इन दस्तावेजों में ट्रंप का नाम न होना खासा चर्चा का विषय है, क्योंकि 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में एपस्टीन के साथ उनके सामाजिक संबंधों के रिकॉर्ड पहले सामने आ चुके हैं. फरवरी में जारी शुरुआती दस्तावेजों में ट्रंप का नाम एप्सटीन के निजी विमान की फ्लाइट लॉग्स में दर्ज था.

ट्रंप पर दस्तावेज जारी करने का था दबाव

बता दें कि राजनीतिक दबाव के बाद ट्रंप ने 19 नवंबर को एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत न्याय विभाग को एपस्टीन से जुड़े अधिकतर दस्तावेज 30 दिनों के भीतर सार्वजनिक करने थे. व्हाइट हाउस ने इसे प्रशासन की "सबसे पारदर्शी" कार्रवाई बताया. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने एपस्टीन पीड़ितों के लिए डेमोक्रेट्स से कहीं अधिक किया है.

क्लिंटन ने पेश की सफाई

वहीं, बिल क्लिंटन के प्रवक्ता ने साफ किया कि यह जांच क्लिंटन के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि 20 साल पुरानी धुंधली तस्वीर जारी करने से सच्चाई नहीं बदलेगी

न्याय विभाग के मुताबिक, इन फाइलों की समीक्षा के दौरान एपस्टीन या उनके परिवार से जुड़े 1,200 से अधिक पीड़ितों की पहचान की गई है. पीड़ितों के वकीलों से नाम साझा करने को कहा गया था, जिसके बाद यह आंकड़ा सामने आया.

वर्ल्‍ड न्‍यूजडोनाल्ड ट्रंप
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