TTP Attack in Kurram: तहरीक-ए-तालिबान ने फिर मचाई तबाही, पाकिस्तानी आर्मी के कैप्टन नोमान समेत 7 जवान ढेर; 17 घायल
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में TTP आतंकियों के हमले में पाकिस्तानी सेना के सात जवान, जिनमें एक कैप्टन भी शामिल है, मारे गए. वही, 17 सैनिक घायल हुए हैं. हमले की जिम्मेदारी TTP के 'फील्ड मार्शल' अहमद क़ाज़िम गुट पर बताई जा रही है. यह हमला हालिया आतंकवाद विरोधी अभियान के बदले के रूप में देखा जा रहा है.
Tehrik-e-Taliban Pakistan Attack in Kurram: पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत में आतंकवादियों के एक बड़े हमले ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों ने कुर्रम जिले के सुल्तान कलाय इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया, जिसमें एक कैप्टन समेत सात सैनिक मारे गए और 17 जवान घायल हुए हैं.
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, मारे गए अधिकारी की पहचान कैप्टन नोमान के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि यह हमला बेहद योजनाबद्ध और घातक तरीके से किया गया, जिसमें आतंकियों ने भारी बमबारी और लगातार फायरिंग की. पाकिस्तानी सेना ने इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है.
TTP के कुख्यात कमांडर अहमद क़ाज़िम के गिरोह ने किया हमला
सूत्रों ने बताया कि यह हमला TTP के कुख्यात कमांडर अहमद क़ाज़िम के गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया, जो स्थानीय स्तर पर 'TTP फील्ड मार्शल' के नाम से जाना जाता है. क़ाज़िम पर 10 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का इनाम घोषित है और वह अब तक 100 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की हत्या के लिए जिम्मेदार माना जाता है.
TTP का पलटवार या बदले की कार्रवाई?
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब कुछ दिन पहले ही खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मरवत जिले में सुरक्षा बलों ने TTP के आठ आतंकियों को मार गिराया था और पांच अन्य को घायल किया था. उस ऑपरेशन को इंटेलिजेंस-बेस्ड एक्शन बताया गया था. सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि कुर्रम का यह हमला संभवतः उसी ऑपरेशन का प्रतिशोध है.
तेजी से बिगड़ रहे सुरक्षा हालात
खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में हाल के महीनों में आतंकी गतिविधियों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. पाकिस्तान सरकार अफगान तालिबान पर लगातार आरोप लगा रही है कि वह TTP को शरण और समर्थन दे रही है, जबकि अफगानिस्तान इन आरोपों को नकारता रहा है. पाकिस्तान के भीतर भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, खासकर तब से जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं. ऐसे में सेना पर दबाव लगातार बढ़ रहा है.
CTD रिपोर्ट: 2025 में अब तक 298 मौतें
हाल ही में जारी काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 जनवरी से 22 अक्टूबर 2025 तक खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद के कारण 298 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 117 पुलिसकर्मी और 181 आम नागरिक शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में 486 लोग घायल हुए, जबकि 2,366 इंटेलिजेंस-बेस्ड ऑपरेशंस किए गए. इन अभियानों में 1,124 आतंकियों को गिरफ्तार और 368 को मार गिराया गया. इसके अलावा 6,181 संदिग्धों के खिलाफ केस दर्ज किए गए.
TTP का लगातार बढ़ रहा असर
विश्लेषकों का कहना है कि TTP की ताकत और रणनीति पिछले एक साल में फिर से उभरकर सामने आई है, खासकर अफगान सीमा से लगे इलाकों में... पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और अफगान तालिबान से रिश्तों में खटास के चलते आतंकियों को नए ठिकाने और समर्थन तंत्र मिल रहे हैं. सुरक्षा विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अगर पाकिस्तान ने जल्द नीति और खुफिया स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में आतंकवाद एक बार फिर 2014 जैसे स्तर पर लौट सकता है.





