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टमाटर बना लाल सोना! पाकिस्तान में आम आदमी की प्लेट से हुए गायब, क्यों अचानक बढ़ते जा रहे रेट?

पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा बंद होने के बाद पाकिस्तान में टमाटर की कीमतें 400% तक बढ़ गई हैं. रोजमर्रा की सब्जियों और फलों की आपूर्ति ठप होने से आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है. दोनों देशों के बीच व्यापार $2.3 अरब का था, लेकिन सीमा पर 5,000 कंटेनर फंसे हुए हैं. सरकार और व्यापारी राहत की उम्मीद कर रहे हैं.

टमाटर बना लाल सोना! पाकिस्तान में आम आदमी की प्लेट से हुए गायब, क्यों अचानक बढ़ते जा रहे रेट?
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( Image Source:  sora ai )
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 24 Oct 2025 9:09 AM

पाकिस्तान में टमाटर की कीमतें अचानक चार गुना बढ़ गई हैं. अफगानिस्तान के साथ सीमा बंद होने के कारण सब्ज़ियों की आपूर्ति रुक गई है. पाकिस्तानी रसोई में रोजाना इस्तेमाल होने वाला टमाटर अब 400 प्रतिशत बढ़कर 600 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है, जो पहले सिर्फ 120 रुपये प्रति किलो था.

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 11 अक्टूबर से सीमा पार व्यापार बंद है. दोनों देशों के बीच हालिया झड़पों और पाकिस्तानी हवाई हमलों के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. 2,600 किलोमीटर लंबी सीमा पर हुई इस हिंसा में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार पूरी तरह ठप हो गया.

हर दिन करोड़ों का नुकसान

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पाक-अफगान चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख खान जान अलोकोजई ने बताया कि दोनों देशों को रोजाना करीब 10 लाख डॉलर (लगभग 8 करोड़ रुपये) का नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा, “हर बीतते दिन के साथ नुकसान बढ़ रहा है, क्योंकि न तो सामान भेजा जा रहा है और न ही नया स्टॉक मिल रहा है.”

सड़-गल रहे सब्जियां और फल

अलोकोजई ने बताया कि रोज़ करीब 500 कंटेनर सब्जियों के निर्यात के लिए तैयार रहते थे, लेकिन अब वे सभी खराब हो चुके हैं. लगभग 5,000 कंटेनर सामान दोनों तरफ सीमा पर फंसे हुए हैं. पाकिस्तान के मुख्य तौरखम बॉर्डर पर तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, टमाटर, सेब और अंगूर की भारी कमी बाजार में देखने को मिल रही है.

दोनों देशों के बीच 2.3 अरब डॉलर का व्यापार ठप

फलों, सब्ज़ियों, गेहूं, चावल, चीनी, मांस और डेयरी उत्पादों सहित दोनों देशों के बीच हर साल लगभग 2.3 अरब डॉलर का व्यापार होता था. अब जब सीमा बंद है, तो सबसे ज्यादा असर रोज़मर्रा की जरूरत की चीज़ों की कीमतों पर पड़ रहा है.

बनी सीजफायर की उम्मीद

सीमा संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर आतंकी ठिकानों को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया, जबकि तालिबान ने इसे खारिज कर दिया. कतर और तुर्की की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच फिलहाल सीजफायर कायम है, लेकिन सीमा व्यापार अब भी बंद है. 25 अक्टूबर को इस्तांबुल में नई वार्ता प्रस्तावित है, जिससे उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच व्यापार फिर से शुरू हो सकेगा.

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