Begin typing your search...

ब्रिटेन में फिर क्यों तूल पकड़ रहा ग्रूमिंग गैंग का मामला, क्या है इसका पाकिस्तान से कनेक्शन?

एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर एक विवाद खड़ा कर दिया है, उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर पर डायरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रॉसिक्यूशन के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 'पाकिस्तानी ग्रूमिंग गिरोहों' के खिलाफ इनएक्शन के लिए निशाना साधा है.

ब्रिटेन में फिर क्यों तूल पकड़ रहा ग्रूमिंग गैंग का मामला, क्या है इसका पाकिस्तान से कनेक्शन?
X
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 7 Jan 2025 1:16 PM IST

यूनाइटेड किंगडम में ग्रूमिंग गैंग का काला इतिहास रहा है. यह गैंग कई सालों से युवा लड़कियों का यौन शोषण कर रहा है. इसके चलते लंबे समय से ब्रिटेन की राजनीति विभाजित है. इतना ही नहीं, इस हाई-प्रोफाइल मामलों का कनेक्शन पाकिस्तान से भी है. अब यह मामला दोबारा से तूल पकड़ रहा है, क्योंकि अब इसमें एलन मस्क की एंट्री हो गई है.

जहां एलन मस्क ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह युवा लड़कियों को ग्रूम करने और उनका यौन शोषण करने वाले गिरोहों के खतरे को रोकने में नाकामयाब रहे. साथ ही, उन्होंने स्टारमर को जेल में डालने की मांग की. चलिए ऐसे में जानते हैं क्या है ग्रूमिंग गैंग और इसका पाकिस्तानी कनेक्शन.

क्या है ग्रूमिंग गैंग?

ये गिरोह कम उम्र की लड़कियों के साथ दोस्ती करते हैं. इसके बाद शराब, नशीले पदार्थों और गिफ्ट्स ने उन्हें मेन्युप्लेट करते हैं. ज़्यादातर मामलों में पीड़ित कमजोर बच्चे होते हैं, जो स्टेट केयर या टूटे-फूटे घरों में रहते हैं.रिपोर्ट में पाया गया कि युवा लड़कियों को नशीला पदार्थ खिलाकर टेकअवे दुकानों के ऊपर बलात्कार किया जाता था और कैश के बदले में उन्हें टैक्सियों के ज़रिए ले जाया जाता था.

क्या है इस गैंग का पाकिस्तानी कनेक्शन?

2024 में ग्रेटर मैनचेस्टर के मेयर एंडी बर्नहैम द्वारा कमीशन की गई एक इंडिपेंडेंट रिव्यू में पाया गया कि रोशडेल में युवा लड़कियों का बड़े पैमाने पर शोषण किया जा रहा है. इसमें 2004 से 2013 के बीच इन मामलों की सही तरीके से जांच न करने में अधिकारियों की कमी के बारे में भी बताया गया है. जहां इस मामले में नौ अपराधियों को दोषी ठहराया गया, जिनमें से आठ ब्रिटिश-पाकिस्तानी पुरुष थे.

1,400 बच्चों का किया शोषण

रोशडेल समीक्षा प्रोफेसर एलेक्सिस जे की 2014 की रिपोर्ट पर आधारित है, जिसमें 1997 से 2013 के बीच रॉदरहैम में ग्रूमिंग गिरोहों की एक्टिविटी की जांच की गई थी. इस रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान 1,400 बच्चों का शोषण किया गया, जिनमें से कुछ की उम्र 11 साल थी. इसमें बताया गया है कि कैसे बच्चों को पेट्रोल या बंदूकों से धमकाया गया. रिपोर्ट बताती है कि पीड़ितों में से ज्यादातर लड़कियां श्वेत थीं. टेलफ़ोर्ड, ऑक्सफ़ोर्ड, ब्रिस्टल और अन्य कस्बों और शहरों में भी इसी तरह के मामले पाए गए हैं.

मंत्री ने जांच से कर दिया था इनकार

सुरक्षा मंत्री जेस फिलिप्स ने ओल्डम शहर में बाल शोषण के इतिहास की सरकारी जांच को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि रॉदरहैम और टेलफोर्ड में स्थापित किए गए आयोगों की तर्ज पर एक स्थानीय आयोग स्थापित किया जाना चाहिए.कंजर्वेटिवों ने सत्तारूढ़ लेबर पार्टी की आलोचना करते हुए दावा किया है कि उन्होंने इन अपराधों के पीड़ितों को छोड़ दिया है.

क्या कहता है डेटा?

पुलिस द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार 2023 में यूके में बच्चों के खिलाफ़ 1.15 लाख से अधिक यौन अपराधों की रिपोर्ट की गई, जिनमें से 4,228 (3.7 प्रतिशत) समूह-आधारित अपराध थे. इनमें से 26 प्रतिशत अपराध परिवारों के भीतर हुए, जबकि 17 प्रतिशत में ग्रूमिंग गैंग सहित समूह शामिल थे.समूह-आधारित अपराधों में नौ प्रतिशत स्कूल, धार्मिक स्थल, सामुदायिक केंद्र और ऐसे अन्य संस्थान शामिल हैं.

ऋषि सुनक की कार्रवाई

अप्रैल 2023 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा ग्रूमिंग गिरोहों से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स बनाई थी. जहां इस टीम ने ऑपरेशन के पहले साल में 550 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया.

अगला लेख