कनाडा के पीएम पद की रेस में सबसे आगे भारतवंशी अनीता आनंद? जानें कौन
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रूडो ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब इस बात को लेकर चर्चा काफी तेज है कि आखिर अब अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? हालांकि इस रेस में कई नाम मौजूद हैं. लेकिन भारत की अनीता आनंद का नाम स्ट्रांग कंटेंडर के रूप में सामने आ रहा है. ऐसे में कौन हैं अनीता आनंद? आइए जानते हैं.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रूडो ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. इस संंबंध में उन्होंने सोमवार को एलान किया है. हालांकि अब उनके इस्तीफा देने के बाद आखिर अगला प्रधानमंत्री कौन होगा इस पर चर्चा काफी तेज है. इस रेस में कई नाम शामिल हैं. लेकिन इसमें भारत की अनीता आनंद, पियरे पोलीवरे, क्रिस्टिया फ्रीलैंड, मार्क कार्नी आदि जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं.
अनीता आनंद बन सकती कनाडा पीएम
अनीता आनंद के शानदार प्रभावशाली शासन और अच्छे रिकॉर्ड के कारण सबसे मजबूत दावेदारों में से एक उनका नाम माना जा रहा है. वहीं यदी अनीता आनंद ही कनाडा की प्रधानमंत्री बनती है, तो भारत और कनाडा के बीच जारी खराब रिश्ते सुधर सकते हैं. अनीता आनंद कनाडा वकील और पॉलिटीशियन हैं. इस समय कनाडा की ट्रोसंपोर्ट और इंटरनल ट्रेड मिनिस्टर का पद संभाल रही हैं. साल 2019 में पार्टी में शामिल होने के बाद से ही प्रमुख हस्तियों में से एक बनी हुई हैं.
इस यूनिवर्सिटी से पूरी की पढ़ाई
आपको बता दें अनीता आनंद ने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल स्टडीज में बैचलर्स ऑफ आर्ट्स. ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी से न्यायशास्त्र बैचलर्स, डलहौजी और टोरंटो यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स डिग्री की हासिल की है. उनका जन्म नोवा स्कोटिया के केंटविले में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम सरोज डी. राम और एस.वी. (एंडी) आनंद हैं. जानकारी के अनुसार दोनों ही भारतीय डॉक्टर थे. अनीता आनंद की दो बहने भी हैं. जिनका नाम गीता और सोनिया आनंद है. वो दोनों भी अपने-अपने क्षेत्रों में सफल हैं. राजनीति में उनकी एंट्री साल 2019 में हुई थी. तब से लेकर सबसे महत्वाकांक्षी सदस्यों में से एक बन गई.
ऐसा रहा पॉलिटीकल सफर
अपने पॉलिटीकल करियर के दौरान उन्होंने कोविड 19 जैसी महामारी में पब्लिक सर्विस और खरीद मंत्री के रूप में अहम भूमिका निभाई है. इस दौरान वैक्सीन खरीदने के उनके प्रयास की काफी तारीफ की गई. उन्हें साल 2021 में कनाडा की रक्षा मंत्री भी बनाया गया. उस समय उन्होंने यूक्रेन की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आनंद कैबिनेट मंत्रियों में सबसे पसंदीदा लोगों में से एक हैं.