कनाडा का अगला पीएम अब कौन? जस्टिन ट्रूडो के बाद कितने कतार में
कनाडा के अगले प्रधानमंत्री की रेस में अनीता आनंद, पियरे पोलीवरे, क्रिस्टिया फ्रीलैंड, और मार्क कार्नी जैसे प्रमुख नाम सामने आ रहे हैं. इनमें से भारतीय मूल की नेता अनीता आनंद अपने प्रभावशाली शासन और सार्वजनिक सेवा के अच्छे रिकॉर्ड के कारण सबसे मजबूत दावेदारों में एक मानी जा रही हैं.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अंततः अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. व्यक्तिगत आलोचनाओं और राजनीतिक दबावों के बीच, उन्होंने यह कदम उठाया. इस्तीफे की घोषणा के दौरान ट्रूडो ने अपनी कुछ अधूरी आकांक्षाओं का जिक्र किया. जिसमें सबसे बड़ा मलाल चुनावी प्रक्रिया में बदलाव न कर पाने का था. जिसके बाद यह चर्चा तेजी से हो गई है कि कनाडा का अब अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
इसके साथ कनाडा के अगले प्रधानमंत्री की रेस में कौन- कौन है? जिसमें कई प्रमुख दावेदार माने जा रहा है. जिसमें अनीता आनंद, पियरे पोलीवरे, क्रिस्टिया फ्रीलैंड और मार्क कार्नी हैं. तो आइए इस खबर में विस्तार से जानते हैं कि जस्टिन ट्रूडो के कितने कतार में?
चर्चाओं में आगे अनीता आनंद
कनाडा में लिबरल पार्टी के भीतर अगले प्रधानमंत्री को लेकर दावेदारी तेज हो गई है. इस राजनीतिक हलचल के बीच, संसद का सत्र 27 जनवरी से 24 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है, ताकि लिबरल पार्टी को अपने नए नेता का चुनाव करने का पर्याप्त समय मिल सके. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल की नेता अनीता आनंद को उन पांच प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल किया गया है, जो जस्टिन ट्रूडो की जगह ले सकते हैं. अनीता आनंद, अपनी प्रभावशाली राजनीतिक छवि, प्रशासनिक क्षमता, और भारतीय मूल के कारण अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अहम भूमिका निभा सकती हैं. इस दौड़ में अन्य नाम भी शामिल हैं, लेकिन अनीता आनंद का नाम खासतौर पर चर्चा में है, जिससे यह चुनाव लिबरल पार्टी और कनाडा की राजनीति के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण बन गया है.
इस्तीफे के बाद जस्टिन ट्रूडो की कौन लेगा जगह?
अनीता आनंद, जो भारतीय मूल की हैं, अपनी प्रभावशाली शासन शैली और सार्वजनिक सेवा के उत्कृष्ट रिकॉर्ड के कारण सबसे मजबूत दावेदारों में से एक मानी जा रही हैं. अगर वह कनाडा की प्रधानमंत्री बनती हैं, तो भारत-कनाडा के रिश्तों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है. ट्रूडो के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावपूर्ण रहे, लेकिन अनीता आनंद की भारतीय पृष्ठभूमि और कूटनीतिक दृष्टिकोण इसे बेहतर बना सकते हैं.
पियरे पोलीवरे, जो कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं, आर्थिक नीतियों और कर सुधारों के प्रति उनके मजबूत दृष्टिकोण के कारण लोकप्रिय हैं. वहीं, क्रिस्टिया फ्रीलैंड, जो कनाडा की डिप्टी प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री हैं, उनकी नीतिगत विशेषज्ञता और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अनुभव उन्हें एक प्रभावशाली दावेदार बनाता है.
मार्क कार्नी, जो बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर रह चुके हैं, अपने आर्थिक ज्ञान और प्रबंधन क्षमता के लिए जाने जाते हैं. इन नामों के बीच, आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में चुना जाता है और देश की राजनीति को किस दिशा में ले जाता है.