पनौती निकला आसिम मुनीर! लीबिया के आर्मी चीफ की प्लेन क्रैश में मौत, पाकिस्तान से हुई थी डिफेंस डील
लीबिया के आर्मी चीफ जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद की तुर्की से लौटते समय विमान दुर्घटना में मौत ने क्षेत्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है. यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर हाल ही में लीबिया दौरे पर थे और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग व फाइटर जेट डील पर बातचीत हुई थी. तुर्की के अधिकारियों के अनुसार, प्राइवेट Falcon-50 जेट में तकनीकी खराबी के बाद आपात लैंडिंग की कोशिश के दौरान विमान रडार से गायब हो गया. हादसे में आठ लोगों की मौत हुई. इस घटना ने लीबिया की सैन्य कमान और उभरते रणनीतिक समीकरणों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
लीबिया के आर्मी चीफ की रहस्यमयी विमान दुर्घटना अब सिर्फ एक तकनीकी हादसा नहीं रह गई है, बल्कि इसे हालिया भू-राजनीतिक घटनाक्रम, खासकर पाकिस्तान के सेना प्रमुख Asim Munir के लीबिया दौरे से जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि लीबिया के लिए पाकिस्तान पनौती बन गया. जिस समय लीबिया तुर्की और पाकिस्तान जैसे देशों के साथ सैन्य सहयोग को नई दिशा देने में जुटा था, उसी वक्त उसकी शीर्ष सैन्य कमान का यूं अचानक खत्म हो जाना कई सवाल खड़े कर रहा है.
आसिम मुनीर के लीबिया दौरे, संभावित डिफेंस डील, और उसके तुरंत बाद हुए इस भीषण हादसे ने सोशल मीडिया से लेकर रणनीतिक हलकों तक चर्चाओं को तेज कर दिया है. आधिकारिक तौर पर इसे तकनीकी खराबी बताया जा रहा है, लेकिन समय, संयोग और संदर्भ तीनों मिलकर इस घटना को साधारण से कहीं आगे ले जाते दिखते हैं.
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तुर्की से वापसी और मौत का सफर
लीबिया के आर्मी चीफ Mohammed Ali Ahmed Al-Haddad तुर्की की राजधानी अंकारा से एक प्राइवेट जेट में सवार होकर लौट रहे थे. उनके साथ चार वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और तीन क्रू मेंबर्स थे. उड़ान भरने के करीब 40 मिनट बाद विमान क्रैश हो गया और सभी आठ लोगों की मौत हो गई.
पीएम की पुष्टि और राष्ट्रीय क्षति
लीबिया के प्रधानमंत्री Abdul Hamid Dbeibah ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि यह देश के लिए “अपूरणीय क्षति” है. अल-हद्दाद पश्चिमी लीबिया के सबसे ताकतवर सैन्य कमांडर थे और सेना को एकजुट करने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों का अहम चेहरा थे.
कौन-कौन अधिकारी मारे गए
दुर्घटना में जिन वरिष्ठ अधिकारियों की मौत हुई, उनमें
- जनरल अल-फितौरी घ्रैबिल (ग्राउंड फोर्सेज प्रमुख)
- ब्रिगेडियर जनरल महमूद अल-कतावी (मिलिट्री कंस्ट्रक्शन अथॉरिटी प्रमुख)
- मोहम्मद अल-असावी दियाब (चीफ ऑफ स्टाफ के सलाहकार)
- मोहम्मद उमर अहमद महजूब (चीफ ऑफ स्टाफ कार्यालय के सैन्य फोटोग्राफर)
तीनों क्रू मेंबर्स की पहचान प्रारंभिक चरण में सार्वजनिक नहीं की गई.
तकनीकी खराबी या कुछ और?
तुर्की अधिकारियों ने बताया कि यह Falcon-50 बिजनेस जेट था, जिसने उड़ान के दौरान बिजली/तकनीकी खराबी की सूचना दी और आपात लैंडिंग का अनुरोध किया. विमान को वापस अंकारा के एसेनबोगा एयरपोर्ट की ओर मोड़ा गया, लेकिन उतरते वक्त वह रडार से गायब हो गया.
आसमान में चमक और धमाके जैसी आवाज़
स्थानीय टीवी चैनलों पर दिखाए गए फुटेज में हयमाना जिले के ऊपर रात के आसमान में तेज रोशनी और धमाके जैसी चमक दिखाई दी. इसके बाद अंकारा एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा और कई उड़ानों को डायवर्ट किया गया.
यहीं से जुड़ता है आसिम मुनीर का नाम
यह हादसा ऐसे समय हुआ है, जब कुछ ही दिन पहले आसिम मुनीर ने लीबिया का आधिकारिक दौरा किया था. उन्होंने बेनगाजी में Khalifa Haftar और उनके डिप्टी से मुलाकात की थी. इसी दौरे के दौरान पाकिस्तान-लीबिया के बीच डिफेंस कोऑपरेशन और फाइटर जेट सप्लाई को लेकर बातचीत हुई थी.
डिफेंस डील और अचानक हादसा
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान लीबिया को अपने फाइटर जेट्स और सैन्य ट्रेनिंग सपोर्ट देने पर सहमत हुआ था. ऐसे में लीबिया की शीर्ष सैन्य कमान का अचानक खत्म हो जाना, उस डिफेंस डील की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े करता है.
संयोग या रणनीतिक झटका?
हालांकि कोई आधिकारिक एजेंसी इस हादसे को आसिम मुनीर के दौरे से सीधे नहीं जोड़ रही है, लेकिन क्षेत्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ संयोग नहीं भी हो सकता. लीबिया पहले ही आंतरिक विभाजन, विदेशी हस्तक्षेप और सैन्य अस्थिरता से जूझ रहा है.
जांच में तुर्की-लीबिया की साझा भूमिका
तुर्की के न्याय मंत्रालय ने चार अभियोजक नियुक्त किए हैं और लीबिया ने भी अपनी जांच टीम अंकारा भेजने का ऐलान किया है. दोनों देश मिलकर फ्लाइट डेटा, मलबे और मेंटेनेंस रिकॉर्ड की जांच करेंगे.
लीबिया की सेना और क्षेत्रीय संतुलन
आर्मी चीफ की मौत से लीबिया की सैन्य कमान में खालीपन पैदा हो गया है. साथ ही, पाकिस्तान, तुर्की और लीबिया के बीच उभर रहे नए सैन्य समीकरण भी अस्थायी रूप से झटके में आ गए हैं. अब जांच के नतीजे ही तय करेंगे कि यह हादसा महज़ तकनीकी विफलता था या इसके पीछे कोई गहरी कहानी छिपी है.





