पाकिस्तान एयरलाइन्स को खरीदने वाली कंपनी का कौन-कौन सा है बिजनेस? ऐसे बिकने को मजबूर हुई PIA
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी आरिफ हबीब ग्रुप ने 4320 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीद ली है. आरिफ हबीब लिमिटेड (AHL) शेयर बाजार में निवेश, ब्रोकरेज और बैंकिंग सेवाएं प्रदान करती है. इसके अलावा आरिफ हबीब ग्रुप का कारोबार फर्टिलाइजर, स्टील, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट जैसे अहम सेक्टरों में फैला हुआ है.
पाकिस्तान एक ओर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के खिलाफ सख्त तेवर दिखाता है, तो दूसरी ओर उसकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है. कर्ज के बोझ तले दबा यह पाकिस्तान अब ऐसी स्थिति में पहुंच गया है कि अपनी राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा है.
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पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा उदाहरण अब सामने आ चुका है. शहबाज शरीफ सरकार ने कर्ज चुकाने और अंतरराष्ट्रीय दबावों से निपटने के लिए देश की राष्ट्रीय एयरलाइन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की बड़ी हिस्सेदारी बेच दी है. यह फैसला न सिर्फ आर्थिक मजबूरी को दिखाता है, बल्कि पाकिस्तान की गहराती वित्तीय संकट की तस्वीर भी पेश करता है.
बिक गई PIA की 75% हिस्सेदारी
पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया. इसके लिए 23 दिसंबर को बोली जमा करने की आखिरी तारीख तय की गई थी. इस बोली में आरिफ हबीब ग्रुप ने 4320 करोड़ रुपये की बोली लगाकर PIA को अपने नाम कर लिया. हालांकि, PIA की शेष 25 प्रतिशत हिस्सेदारी फिलहाल पाकिस्तान सरकार के पास रहेगी.
PIA के बेड़े में मौजूद हैं 32 विमान
PIA के पास कुल 32 विमान हैं, जिनमें एयरबस A320, बोइंग 737, एयरबस A330 और बोइंग 777 जैसे आधुनिक विमान शामिल हैं. इसके बावजूद खराब मैनेजमेंट और वित्तीय संकट के चलते एयरलाइन लगातार घाटे में चल रही थी.
कौन है PIA को खरीदने वाला आरिफ हबीब ग्रुप
PIA को खरीदने वाला आरिफ हबीब ग्रुप पाकिस्तान का एक बड़ा कारोबारी समूह माना जाता है. इस ग्रुप की नींव 1970 में आरिफ हबीब ने रखी थी. शुरुआत में यह ग्रुप शेयर बाजार और ब्रोकरेज तक सीमित था, लेकिन समय के साथ इसका विस्तार कई क्षेत्रों में हुआ. ग्रुप की प्रमुख कंपनी आरिफ हबीब लिमिटेड (AHL) शेयर बाजार में निवेश, ब्रोकरेज और बैंकिंग सेवाएं प्रदान करती है. इसके अलावा आरिफ हबीब ग्रुप का कारोबार फर्टिलाइजर, स्टील, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट जैसे अहम सेक्टरों में फैला हुआ है.
सालों से बदहाली का शिकार रही है PIA
PIA की स्थिति पिछले कई सालों से खराब बनी हुई थी. कमजोर मैनेजमेंट, उड़ानों की कमी, यात्रियों की लगातार शिकायतें और बढ़ता कर्ज एयरलाइन की हालत बिगाड़ते चले गए. साल 2020 में कराची विमान हादसे और फर्जी पायलट लाइसेंस मामले के उजागर होने से PIA की साख को गहरा झटका लगा. वर्तमान में PIA पर 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बताया जा रहा. पिछले साल भी पाकिस्तान सरकार ने PIA को बेचने की कोशिश की थी.





