Begin typing your search...

सबको चाहिए रोटी... पाकिस्‍तान में भी हो रही बिहार चुनाव की चर्चा, नजम सेठी बोले- कांग्रेस लोकतंत्र बचाते रह गई और...

बिहार चुनाव के नतीजे आते ही भारत ही नहीं, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तान के नामी टीवी चैनल पर एंकर और विश्लेषक बिहार चुनाव को लेकर चर्चा करते दिखाई देते हैं.

सबको चाहिए रोटी... पाकिस्‍तान में भी हो रही बिहार चुनाव की चर्चा, नजम सेठी बोले- कांग्रेस लोकतंत्र बचाते रह गई और...
X
( Image Source:  x-@Bihar_se_hai )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 18 Nov 2025 2:03 PM IST

बिहार चुनाव के नतीजों ने न सिर्फ भारत में राजनीतिक बहस को तेज किया है, बल्कि इसकी चर्चा पड़ोसी देश पाकिस्तान के टीवी स्टूडियो तक पहुंच गई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार नजम सेठी और समा टीवी की एंकर सईदा आयशा नाज़ बिहार के चुनावी गणित पर खुलकर बातें करते दिखाई दे रहे हैं.

जहां नजम सेठी ने कहा कि अब सभी को रोटी चाहिए. वहीं, उन्होंने बताया कि कैसे कांग्रेस के लोकतंत्र बचाओ नारे ने खुद उनकी नैया डुबा दी. इतना ही नहीं, बीजेपी की जीत का फॉर्मूला भी बताया.

पाकिस्तान में हो रही बिहार चुनाव की चर्चा

वायरल वीडियो में नजम सेठी ने कहा कि ' बिहार में एक करोड़ लोगों को 10 हजार रुपये बांटे गए थे और इतने पैसों का असर सीधे वोटिंग पैटर्न पर पड़ा. उनके मुताबिक, 10 हजार भारतीय रुपये करीब 30 हजार पाकिस्तानी रुपये होते हैं, जिससे गरीब तबके पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. इसी वजह से उन्हें लगता है कि इस बार महिलाओं ने बड़ी संख्या में वोट दिया और मतदान प्रतिशत में खासा उछाल देखने को मिला. यह दा

बीजेपी ने उठाए असली मुद्दे

इस चर्चा के दौरान पत्रकार ने कहा कि बिहार चुनाव में अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दे असल में सबसे ज्यादा प्रभावी रहे. बीजेपी ने महंगाई, रोज़गार, लोअर कास्ट के लिए सुविधाएं और आर्थिक सुधार जैसे विषयों को अपना मुद्दा बनाया. पैनलिस्टों का मानना है कि लोगों ने इस बार वैचारिक या भावनात्मक नारेबाज़ी से ज्यादा अपने रोज़मर्रा के संघर्षों को ध्यान में रखते हुए वोट दिया.

कांग्रेस का लोकतंत्र और संविधान बचाओ नारा ले डूबा

नजम सेठी का विश्लेषण था कि कांग्रेस “लोकतंत्र और संविधान बचाओ” जैसे पुराने नारों पर अटकी रही, जबकि समय और माहौल बदल चुका है. उन्होंने दावा किया कि दुनिया भर में अब लोकतंत्र जैसे वैचारिक मुद्दे उतने असरदार नहीं रहते. लोग रोटी, पानी, आर्थिक सुरक्षा और विकास की बात सुनते हैं. इसी गैप को बीजेपी ने समझा और पूरा चुनाव अपना आर्थिक एजेंडा सामने रखकर लड़ा.

बीजेपी की जीत और 501 किलो लड्डुओं की चर्चा

वीडियो में यह भी जिक्र आता है कि बीजेपी ने जीत के जश्न के लिए 501 किलो लड्डू का ऑर्डर तक दे रखा था. यह बयान सोशल मीडिया यूज़र्स के लिए मज़ाक और मीम्स का नया ईंधन बन गया है. यह वायरल चर्चा इस बात का सबूत है कि बिहार चुनाव सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि सरहद के पार भी उत्सुकता और बहस का बड़ा विषय बना हुआ है.

वर्ल्‍ड न्‍यूजबिहार विधानसभा चुनाव 2025
अगला लेख