Operation Sindoor: चीन और तुर्की के अलावा कौन-कौन से मुस्लिम देशों ने दिया पाक का साथ
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल सीमा पार आतंकवाद पर करारा प्रहार किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश भी दिया कि भारत अब उकसावे को चुपचाप सहने वाला नहीं है. जैसे ही इस कार्रवाई की खबरें सामने आईं, दुनिया में कूटनीतिक चर्चाएं तेज हो गईं. जहां कई देशों ने भारत का साथ दिया, लेकिन कई ऐसे मुस्लिम देश भी हैं, जो पाकिस्तान के साथ खड़े हैं.

जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, तो यह सिर्फ एक सीमित सैन्य कार्रवाई नहीं रही. यह एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन गया. इन हमलों की खबर जैसे ही फैली दुनियाभर की निगाहें इस क्षेत्र पर टिक गईं.
कुछ देशों ने इसे आतंक के खिलाफ उठाया गया साहसी कदम बताया, तो कुछ ने पाकिस्तान के समर्थन में आवाज़ उठाई. चलिए जानते हैं किन देशों ने दिया पाकिस्तान का साथ.
अजरबैजान है पाक के साथ
हमले के तुरंत बाद अजरबैजान ने एक आधिकारिक बयान जारी किया. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ हुई हिंसा की निंदा की और साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई. अपने बयान में अजरबैजान ने कहा कि ' हम पाकिस्तान पर हुए सैन्य हमलों की निंदा करते हैं, जिनमें कई नागरिकों की जान गई और कई लोग घायल हुए. हम इस कठिन समय में पाकिस्तान के लोगों के साथ खड़े हैं.'
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तुर्की का पाक के लिए प्यार
अजरबैजान के साथ-साथ तुर्की भी पाकिस्तान के सपोर्ट में आया. तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर बयान जारी किया और कहा भारत का हमला क्षेत्र में बड़े युद्ध का खतरा बढ़ा सकता है. हम इस तरह के हमलों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने की कड़ी निंदा करते हैं.'
संयम बरतें
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कतर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'वे भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही स्थिति को गंभीरता से देख रहे हैं. बयान में साफ तौर पर कहा गया कि कतर भारत और पाकिस्तान से अपील करता है कि वे अधिकतम संयम बरतें, लड़ाई-झगड़े से दूर रहें और समझदारी से काम लें.'