श्मशान में पूजा कर रही महिला को भीड़ ने निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा, वीडियो वायरल होने पर बेटे ने लगाई फांसी
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में अंधविश्वास के नाम पर एक महिला के साथ बेरहमी की गई. श्मशान घाट में तंत्र-साधना के शक पर ग्रामीणों ने महिला को निर्वस्त्र कर पीटा और गांव में घसीटा, जिसका वीडियो वायरल हुआ. अपमान से सदमे में महिला के बेटे ने फांसी लगाने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया. पुलिस ने मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. तांत्रिकों की तलाश जारी है.
Maharajganj violence UP woman assaulted: उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले में अंधविश्वास और भीड़ की बर्बरता की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. पनियरा थाना क्षेत्र के एक गांव में तंत्र-मंत्र के शक में एक महिला के साथ अमानवीय बर्ताव किया किया. एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला को श्मशान घाट पर निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया और फिर उसे पूरे गांव में घसीटा गया.
मामला देर रात का है, जब महिला तंत्र-मंत्र और साधना के उद्देश्य से श्मशान घाट पहुंची. वहां पहले से मौजूद दो तांत्रिकों के साथ वह पूजा कर रही थी. इसी दौरान कुछ ग्रामीण मौके पर पहुंचे और महिला को नग्न अवस्था में देखकर भड़क गए. इसके बाद भीड़ ने उस पर हमला कर दिया.
महिला ने किसी तरह शाल से खुद को ढककर भागने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उसे फिर पकड़ लिया, निर्वस्त्र कर पीटा और श्मशान से गांव के चौराहे तक घसीटते हुए ले आई. इस घटना का वीडियो भी बनाया गया जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
बेटे ने की शर्म और सदमे में फांसी लगाने की कोशिश
इस शर्मनाक घटना के बाद महिला का बेटा मानसिक रूप से टूट गया. अपमान और भय के चलते फांसी लगाने की कोशिश की। ग्रामीणों ने उसे समय रहते बचा लिया, लेकिन परिवार इतना दहशत में था कि वे गांव छोड़कर रिश्तेदारों के घर चले गए।
पुलिस ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार
वीडियो के वायरल होने पर पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की. थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की जांच जारी है. पुलिस उन दो तांत्रिकों की भी तलाश कर रही है जो महिला के साथ श्मशान घाट में मौजूद थे.
सामाजिक कुरीतियों पर बड़ा सवाल
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि समाज में अब भी गहरे बैठे अंधविश्वास और भीड़तंत्र की खतरनाक मानसिकता को भी उजागर करती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई और जागरूकता बेहद ज़रूरी है, ताकि भविष्य में किसी के साथ इस तरह की निर्ममता न हो.





