कौन हैं निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत? रिश्वत मांगने से जुड़े स्टिंग ऑपरेशन में फंसीं, CBI जांच की कर दी मांग
भरतपुर जिले की बयाना विधानसभा से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत विधायक निधि से फंड मंजूर कराने के बदले रिश्वत मांगने से जुड़े कथित स्टिंग ऑपरेशन में फंसीं हुई हैं. जिसको लेकर ऋतु बनावत ने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
राजस्थान की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. विधायक निधि से फंड मंजूर कराने के बदले रिश्वत मांगने से जुड़े कथित स्टिंग ऑपरेशन में फंसीं बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. उन्होंने इसे लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की साख से जुड़ा गंभीर विषय बताते हुए निष्पक्ष जांच पर जोर दिया है.
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दरअसल, एक मीडिया संस्थान द्वारा किए गए स्टिंग में कांग्रेस विधायक अनीता जाटव, भाजपा विधायक रेवंत राम डांगा और निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत के नाम सामने आए हैं. स्टिंग ऑपरेशन में विधायक निधि से फंड की मंजूरी के बदले रिश्वत मांगने का दावा किया गया है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी तेज हो गई है.
निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ने लिखा पत्र
भरतपुर जिले की बयाना विधानसभा से विधायक ऋतु बनावत ने इस पूरे मामले को लेकर एक पत्र लिखा है. अपने पत्र में उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लक्ष्य की दिशा में कार्य कर रहे हैं, वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा राज्य में जीरो टॉलरेंस नीति पर अमल कर रहे हैं. ऋतु बनावत ने लिखा कि जनता का विश्वास ही किसी जनप्रतिनिधि की सबसे बड़ी पूंजी होता है और मौजूदा समय में प्रकाशित समाचार ने सभी जनप्रतिनिधियों को संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है.
'लोकतंत्र के प्रति जनता का भरोसा डगमगा रहा'
अपने पत्र में विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “इस प्रकार के समाचारों से आम जनता का लोकतंत्र के प्रमुख स्तंभ जनप्रतिनिधियों के प्रति विश्वास डगमगाने लगा है. किसी भी पद, विशेषकर विधायक पद की एक गरिमा होती है, जिसे तथाकथित अखबार के माध्यम से धूमिल किया गया है. यह अत्यंत गंभीर विषय है.”
कौन हैं ऋतु बनावत?
ऋतु बनावत ने साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बयाना सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया था. उन्होंने पहले भाजपा से टिकट की मांग की थी, लेकिन टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार अमर सिंह जाटव को 40,642 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. उनकी यह जीत उस समय राजस्थान की राजनीति में काफी चर्चा का विषय बनी थी.





