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गोवा नाइट क्लब हादसे में झारखंड के 3 मजदूरों की मौत, दो के शव राज्य पहुंचे; गांव में छाया मातम

गोवा के नाइट क्लब में लगी भयावह आग में मारे गए 25 लोगों में झारखंड के तीन युवा मजदूर भी शामिल थे. झारखंड के दो शव सोमवार सुबह रांची एयरपोर्ट पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया. झारखंड लौटे दो शवों को उनके पैतृक गांव भेज दिया गया है

गोवा नाइट क्लब हादसे में झारखंड के 3 मजदूरों की मौत, दो के शव राज्य पहुंचे; गांव में छाया मातम
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( Image Source:  ANI )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 8 Dec 2025 4:38 PM

गोवा के नाइट क्लब में लगी भयानक आग में मारे गए 25 लोगों में झारखंड के तीन युवा मजदूर भी शामिल थे. झारखंड के दो शव सोमवार सुबह रांची एयरपोर्ट पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया. काम की तलाश में गोवा गए ये युवक अपने परिवार का सहारा थे, लेकिन एक हादसे ने उनकी दुनिया हमेशा के लिए उजाड़ दी.

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गोवा में रविवार आधी रात हुई इस दुर्घटना ने कई परिवारों के सपने निगल लिए. झारखंड लौटे दो शवों को उनके पैतृक गांव भेज दिया गया है, जहां अंतिम संस्कार की तैयारी के बीच परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मृतकों की हुई पहचान

हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों में रांची जिले के लापुंग प्रखंड के फतेहपुर गांव के दो सगे भाई प्रदीप महतो और बिनोद महतो शामिल थे. तीसरे मृतक मोहित मुंडा खूंटी जिले के कर्रा ब्लॉक के गोविंदपुर गांव के रहने वाले थे. उनका शव अभी झारखंड नहीं लाया जा सका है. ये सभी मजदूर गोवा के उसी नाइट क्लब में काम करते थे, जहां रविवार की रात अचानक आग भड़क उठी और देखते ही देखते सबकुछ राख में बदल गया.

शवों को लाने में प्रशासन की भूमिका

राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने गोवा सरकार से संपर्क साधकर दोनों शवों को झारखंड लाने में अहम भूमिका निभाई. मृतक उसी मांडर विधानसभा क्षेत्र से थे, जिसका प्रतिनिधित्व शिल्पी नेहा करती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की टीम लीडर शिखा लकड़ा ने रांची एयरपोर्ट पर शवों को रिसीव किया और श्रम विभाग के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों की सहायता सुनिश्चित की.

परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

मृतकों के बड़े भाई फागू महतो ने बताया “दोनों अविवाहित थे. वे मेहनत कर हर महीने करीब 30,000 रुपये घर भेजते थे. अगले साल वे हमारे साथ होली मनाने वाले थे.” यह कहते ही परिवार का दर्द और बढ़ जाता है. एक त्योहार की खुशी अब हमेशा के लिए मातम में बदल गई है।

मुख्यमंत्री का बयान

झारखंड के मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी एवं विधायक कल्पना सोरेन ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “बेहद हृदयविदारक और दुखद” बताया. सरकार ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने की बात कही है.

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