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वाहनों पर रोक, ऑफिस टाइमिंग में बदलाव और पार्किंग दरें दोगुनी... दिल्ली में ‘बेहद खराब’ AQI के बीच रेखा सरकार ने उठाए कड़े कदम

दिल्ली की हवा लगातार ‘बहुत खराब’ स्थिति में है. AQI 355 के पार पहुंच गया है. इसे देखते हुए सरकार ने BS-III और उससे नीचे के वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया, ऑफिस टाइमिंग बदली, कारपूलिंग की अपील की और पार्किंग शुल्क दोगुना कर दिया. ये कदम सर्दियों के दौरान प्रदूषण कम करने के लिए उठाए गए हैं.

वाहनों पर रोक, ऑफिस टाइमिंग में बदलाव और पार्किंग दरें दोगुनी... दिल्ली में ‘बेहद खराब’ AQI के बीच रेखा सरकार ने उठाए कड़े कदम
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( Image Source:  ANI )

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी (Very Poor Category) में बनी हुई है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार और केंद्र के Commission for Air Quality Management (CAQM) ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. शनिवार सुबह राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 355 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है.

सबसे ज्यादा प्रदूषण बवाना में, द्वारका में राहत

शनिवार दोपहर 3 बजे तक बवाना में AQI 410 रहा, जो ‘गंभीर’ स्तर को छू रहा है. वहीं, द्वारका में हवा कुछ बेहतर रही, जहां AQI 201 दर्ज हुआ. लगातार गिरती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए सरकार ने नई पाबंदियाँ लागू की हैं.

गैर-Delhi BS-III और उससे नीचे के मालवाहक वाहनों की एंट्री बैन

CAQM ने 1 नवंबर से आदेश जारी किया है कि दिल्ली में अब गैर-पंजीकृत BS-III और इससे नीचे के स्टैंडर्ड वाले व्यावसायिक वाहनों (Commercial Goods Vehicles) को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. BS यानी Bharat Stage Emission Standards वर्तमान में BS-VI (BS-6) मानक लागू हैं.

आदेश के अनुसार, BS-IV से नीचे के Light, Medium और Heavy Goods Vehicles (LGV, MGV, HGV) को दिल्ली में एंट्री नहीं मिलेगी. आयोग का कहना है कि यह कदम राजधानी और आसपास के इलाकों में वाहन उत्सर्जन (vehicular emissions) घटाने के उद्देश्य से उठाया गया है.

दिल्ली सरकार के दफ्तरों के टाइमिंग में बड़ा बदलाव

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम (MCD) के ऑफिसों के कामकाजी समय में बदलाव किया गया है ताकि एक ही समय में सड़क पर वाहनों का दबाव न बढ़े. इसके अलावा, अब दिल्ली सरकार के दफ्तर सुबह 10:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक चलेंगे.

दिल्ली नगर निगम के दफ्तरों का समय सुबह 8:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक रहेगा. पहले दोनों दफ्तरों में सिर्फ आधे घंटे का फर्क था (9:30–6:00 और 9:00–5:30), जिससे ट्रैफिक जाम और प्रदूषण बढ़ता था. अब अधिक अंतर से वाहन भार समान रूप से वितरित होगा.

कारपूलिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का आह्वान

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नागरिकों से अपील की है कि वे निजी वाहन साझा (Carpooling) करें और मेट्रो, बसों जैसे सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा इस्तेमाल करें. उन्होंने निजी कंपनियों से भी अनुरोध किया है कि वे खराब वायु गुणवत्ता के मद्देनजर अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (WFH) की अनुमति दें.

पार्किंग शुल्क हुआ दोगुना

नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) ने भी प्रदूषण नियंत्रण के तहत पार्किंग शुल्क दोगुना करने का आदेश दिया है. अब चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग दर ₹40 प्रति घंटा और दोपहिया के लिए ₹20 प्रति घंटा होगी. बसों के लिए शुल्क ₹300 प्रति घंटा तय किया गया है. हालांकि यह दरें ऑन-स्ट्रीट पार्किंग और मंथली पास धारकों पर लागू नहीं होंगी. यह वृद्धि Graded Response Action Plan (GRAP) Stage-2 के लागू रहने तक प्रभावी रहेगी.

विशेषज्ञों की राय

पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे उपाय तभी कारगर होंगे जब राजधानी और NCR के सभी हिस्से सामूहिक रूप से अनुपालन करें, क्योंकि प्रदूषण का स्रोत सिर्फ दिल्ली नहीं बल्कि आस-पास के राज्यों से भी आता है.

दिल्ली की हवा एक बार फिर सांस लेने लायक नहीं रही है. ऐसे में सरकार ने ट्रैफिक नियंत्रण, दफ्तरों के समय में बदलाव और पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी जैसे कदम उठाए हैं ताकि सड़कों पर वाहनों की संख्या घटे और प्रदूषण पर कुछ लगाम लगाई जा सके.

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