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टॉयलेट जाने की भयानक सजा! 8 साल की छात्रा को करवाए 100 SIT-UP, अब पैर की वजह से अस्पताल में हुई भर्ती

Surguja News: छत्तीसगढ़ के एक स्कूल में दूसरी क्लास की 8 साल की छात्रा को शिक्षक ने सजा के रूप में 100 बार सीट-अप करवाए और डंडे से भी पीटा. जिसके बाद बच्ची चल नहीं पा रही है और उसके पैरो में काफी दर्द है. छात्रा के परिजनों ने जब स्कूल प्रबंधन से मामले के बारे में बताया तो उन्होंने सच मामने से इनकार कर दिया.

टॉयलेट जाने की भयानक सजा! 8 साल की छात्रा को करवाए 100 SIT-UP, अब पैर की वजह से अस्पताल में हुई भर्ती
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( Image Source:  canava )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 7 Sept 2025 1:05 PM IST

Surguja News: छत्तीसगढ़ में एक स्कूल के अंदर टीचर्स की अमानवीय हरकत देखने को मिली. सरगुजा जिले के प्रतापगढ़ स्कूल में बुधवार को दूसरी कक्षा की 8 साल की छात्रा से 100 बार उठक-पैठक यानी sit-up करवाए, जिससे उसकी हालात खराब हो गई.

यह मामला मुख्यमंत्री डीए वी स्कूल का बताया जा रहा है. छात्रा को क्लास से बाहर टॉयलेट जाने पर शिक्षक ने सजा के रूप में 100 बार सीट-अप करवाए और डंडे से भी पीटा. इसके बाद बच्ची के पैरों में चोटें आईं और वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही.

क्या है मामला?

पीड़िता छात्रा गुतुरमा की रहने वाली है. उसके परिजन ने कहा कि बच्ची टॉयलेट जा रही थी. उसी दौरान मोबाइल चला रही टीचर ने उसे रोक लिया. पहले तो छड़ी से उसके पैरों में दो बार मारा और 100 बार उठक-बैठक कराया. टीचर ने कहा, ज्यादा नाटक करने की जरूरत नहीं है चुपचाप अपनी क्लास में जाकर बैठो.

इसके बाद बच्ची अपने पैरों पर सही से खड़ी नहीं हो पा रही थी. उसके पैरों में काफी दर्द था. माता-पिता ने उसे अंबिकापुर के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस स्टेशन में शिकायत कराने गए तो उन्हें कहा, पहले बच्ची को लेकर आओ फिर एफआईआर दर्ज होगी.

टीचर के खिलाफ जांच के आदेश

छात्रा के परिजनों ने जब स्कूल प्रबंधन से मामले के बारे में बताया तो उन्होंने सच मामने से इनकार कर दिया. टीचर्स के साथ पूरा स्टाफ घटना को झूठ बताने लगे. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं स्कूल की आरोपी टीचर और प्रिंसिपल को जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक के लिए अवकाश पर भेज दिया गया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया को सरगुजा के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) दिनेश झा ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी मिलते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को टीम के साथ स्कूल भेजा गया है, जहां शिक्षकों, विद्यार्थियों और प्राचार्य के बयान दर्ज किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में साफ है कि छात्रा के साथ गलत हुआ है, हालांकि जिस शिक्षिका पर आरोप है, वह सीधे उस बच्ची को पढ़ाती नहीं है. साथ ही उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज भी देखी जा रही है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि बार-बार उठक-बैठक करने से उसकी पैर की मांसपेशियों में दरारें पड़ गई हैं, जिसके कारण वह न खड़ी हो पा रही है और न चल पा रही है. बच्ची की मां ने कहा, कई दिन बीत गए, लेकिन मेरी बेटी अब भी दर्द से परेशान है.

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