मुझसे नहीं हो पाया पापा... MBBS के छात्र ने लगा ली फांसी, सुसाइड नोट में पिता से मांगी माफी, फेल होने के प्रेशर ने ली जान
शनिवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई. फर्स्ट ईयर का एमबीबीएस छात्र हिमांशु कश्यप अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया. महज़ 24 साल की उम्र में उसकी जिंदगी का यूं अचानक थम जाना पूरे कॉलेज परिसर को गहरे सदमे में डाल गया. यह सब कुछ सिर्फ फेल होने के प्रेशर के कारण हुआ.

छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर के सरकारी मेडिकल कॉलेज से आई एक दर्दनाक खबर ने हर किसी को झकझोर दिया. एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने अपने ही कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने अपने पिता से माफी मांगते हुए लिखा 'मुझसे नहीं हो पाया पापा.' यह शब्द पढ़कर हर किसी का दिल पसीज गया.
बताया जा रहा है कि छात्र लंबे समय से पढ़ाई के भारी दबाव में था और मानसिक तनाव झेल रहा था. डॉक्टर बनने का सपना उसके लिए बोझ बन गया और आखिरकार उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया. घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि युवाओं पर बढ़ते पढ़ाई का दबाव उनकी जिंदगी छीनने तक मजबूर क्यों कर रहे हैं.
एग्जाम के दिन लगाया फंदा
घटना की शुरुआत तब हुई जब हिमांशु सुबह अपनी परीक्षा देने नहीं पहुंचा. उसके साथी छात्रों को यह अजीब लगा. वे उसके कमरे तक पहुंचे और दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. बार-बार कोशिश करने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तो आखिरकार दोस्तों ने दरवाजा तोड़ा. अंदर जो नजारा था, उसने सबको हिला दिया. हिमांशु फंदे से लटका मिला.
सुसाइड नोट में कहा- पापा मैं नहीं कर पाया
पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला. उस छोटे से कागज पर लिखे शब्द हर किसी का दिल तोड़ देने वाले थे. नोट में लड़के ने अपने पिता को कहा 'मुझसे नहीं हो पाया, आई एम सॉरी पापा.'यह साफ इशारा था कि पढ़ाई और एग्जाम का प्रेशर वह झेल नहीं पाया था.
फेल होने की टीस
कॉलेज के डीन डॉ. के.के. साहरे ने बताया कि हिमांशु ने 2024 की पहले साल के एग्जाम को पास नहीं कर पाया था और इस साल दोबारा परीक्षा दे रहा था. हो सकता है कि उसे इस बात का डर हो कि वह दोबारा अच्छा परफॉर्म न कर पाए. मेडिकल पढ़ाई का दबाव, समाज और परिवार की उम्मीदें, ये सब उसके लिए भारी पड़ गए.
पुलिस और आगे की जांच
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में आकस्मिक मृत्यु का केस दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.