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भर्ती परीक्षा में नया नियम, नकल रोकने के लिए जारी हुआ ड्रेस कलर कोड, इन रंग के कपड़े पहनकर गए तो एंट्री बैन

छत्तीसगढ़ व्यापमं ने नकल पर लगाम कसने के लिए इस बार एक अनोखा और सख्त फैसला लिया है. अब सिर्फ एडमिट कार्ड और पहचान पत्र ही नहीं, बल्कि कपड़ों का रंग भी परीक्षा में एंट्री तय करेगा. दरअसल, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक की भर्ती परीक्षा से व्यापमं ने कलर कोड सिस्टम लागू करने की घोषणा की है, जो 9 नवंबर से शुरू हो जाएगा.

भर्ती परीक्षा में नया नियम, नकल रोकने के लिए जारी हुआ ड्रेस कलर कोड, इन रंग के कपड़े पहनकर गए तो एंट्री बैन
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( Image Source:  Meta AI: Representative Image )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 30 Oct 2025 3:47 PM IST

छत्तीसगढ़ में होने वाली भर्ती परीक्षाओं के नियम अब और सख्त हो गए हैं. इस बार नकल पर रोक लगाने के लिए व्यापमं ने एक नया कदम उठाया है, जो हर परीक्षार्थी के लिए जानना जरूरी है. अब परीक्षा में सिर्फ एडमिट कार्ड और पहचान पत्र ही नहीं, बल्कि कपड़ों का रंग भी एंट्री तय करेगा. यानी अगर आपने गलत रंग का कपड़ा पहन लिया, तो परीक्षा केंद्र तक पहुंचकर भी अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी.

दरअसल, पिछली परीक्षाओं में गहरे रंग के कपड़ों की वजह से नकल के कई मामले सामने आए थे. इसी को ध्यान में रखते हुए व्यापमं ने इस बार ड्रेस कलर कोड सिस्टम लागू कर दिया है.

अब इन रंगों के कपड़े पहनना होगा मना

व्यापमं के नए निर्देशों के मुताबिक, परीक्षा देने वाले उम्मीदवार काले, नीले, हरे, गहरे चॉकलेटी और मरून रंग के कपड़े नहीं पहन सकेंगे. इन रंगों पर पूरी तरह बैन रहेगा. अगर कोई परीक्षार्थी इन रंगों के कपड़ों में परीक्षा केंद्र पहुंचेगा तो उसे अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इस नियम के पीछे व्यापमं का तर्क है कि गहरे रंग के कपड़ों में छिपे गैजेट्स या चीटिंग डिवाइसेस को पकड़ना मुश्किल होता है. हल्के रंग के कपड़े पहनने से निगरानी आसान रहती है और किसी तरह की गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जा सकता है.

क्या है विवाद?

पिछले कुछ समय से भर्ती परीक्षाओं में कपड़ों के रंग को लेकर लगातार विवाद खड़े हो रहे थे. कई बार अभ्यर्थी गहरे या मिलते-जुलते रंग के कपड़े पहनकर पहुंचते थे, जिससे परीक्षा केंद्रों पर कर्मचारियों और उम्मीदवारों के बीच तनाव और बहस की स्थिति बन जाती थी. इस समस्या ने तब और तूल पकड़ा जब 13 जुलाई 2025 को पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर परीक्षा के दौरान बिलासपुर केंद्र पर नकल का मामला सामने आया.

व्यापमं का फैसला

इस घटना के बाद व्यापमं ने तुरंत सख्त कदम उठाने का फैसला किया. अगले ही दिन यानी 14 जुलाई को एक नया निर्देश जारी करते हुए अभ्यर्थियों को हल्के रंगों के आधी बांह वाले कपड़े पहनने की सलाह दी गई. हालांकि, इस नियम में रंगों की क्लियरिटी न होने के कारण कैंडिडेट्स से लगातार शिकायतें और कंफ्यूजन बनी रही. ऐसे में अब व्यापमं ने सबक लेते हुए क्लियर कलर कोड जारी किया है, ताकि नकल पर भी रोक लग सके और किसी तरह का विवाद या असमंजस न पैदा हो.

परीक्षा से जुड़ी जानकारी

ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक भर्ती परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 3 नवंबर को जारी किए जाएंगे. यह भर्ती अभियान स्वास्थ्य सेवाएं संचालनालय के तहत पुरुष और महिला स्वास्थ्य संयोजक के कुल 200 पदों के लिए चल रहा है. परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू होगी, लेकिन उम्मीदवारों को सुबह 10:30 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंचना जरूरी होगा.

परीक्षा में प्रवेश पाने के लिए अभ्यर्थियों को अपने एडमिट कार्ड के साथ फोटो वाला पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस, साथ लाना अनिवार्य है. व्यापमं का कहना है कि इस बार नकल पर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी. यानी इस परीक्षा में सिर्फ आपका ज्ञान और तैयारी ही नहीं, बल्कि ड्रेस कोड भी यह तय करेगा कि आप परीक्षा हॉल में कदम रख पाएंगे या नहीं.

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