19 फेक इंस्टाग्राम अकाउंट, महिलाओं की ड्रेस पहनता था साइकोपैथ; रोंगटे खड़े कर देगा बलौदा बाजार हत्याकांड
यह भयानक घटना तब सामने आई जब 25 अक्टूबर 2025 की सुबह ग्राम चरोटी में एक पैरावट (कचरे का ढेर) के पास लोगों को एक युवती का आधा जला हुआ शव दिखाई दिया. शव को देखते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई. आसपास के लोग डर गए और तुरंत पुलिस को खबर कर दी.
छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदा बाजार जिले में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना हुई है, जो सुनकर किसी का भी रोंगटा खड़ा हो जाए. यहां एक 26 साल की युवती की हत्या कर दी गई, और हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि उसका अपना प्रेमी था. यह मामला जितना दुखद और पीड़ादायक है, उतना ही हैरान करने वाला और सनसनीखेज भी. पुलिस की गहन जांच से पता चला है कि हत्यारा एक खतरनाक साइकोपैथ किस्म का युवक है. वह महिलाओं की तरह कपड़े पहनता था, मेकअप करता था और सोशल मीडिया पर लड़कियों के नाम से 19 फर्जी अकाउंट बनाकर अनजान महिलाओं को अपने प्यार के जाल में फंसाने की कोशिश करता रहता था.
प्रेम संबंध टूटने के गुस्से में उसने अपनी प्रेमिका को पहले चाकू से कई बार गोदा, फिर लकड़ी से पीट-पीटकर मार डाला और आखिर में शव को पास के कचरे के ढेर (पैरावट) में फेंककर आग लगा दी, ताकि सारे सबूत जलकर राख हो जाएं. यह घटना बलौदा बाजार थाना क्षेत्र के सिटी कोतवाली के अंतर्गत आने वाले छोटे से गांव चरोटी में हुई. गिरफ्तार आरोपी की पहचान 25 साल के सालिक राम पैकरा के रूप में हुई है, जो इसी गांव चरोटी का रहने वाला है. पुलिस का कहना है कि सालिक राम ने अपनी प्रेमिका तेजस्विनी पटेल को बेरहमी से मौत के घाट उतारा और फिर शव को जलाकर भागने की योजना बनाई. आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं.
जला हुआ शव मिलने से गांव में मची खलबली
यह भयानक घटना तब सामने आई जब 25 अक्टूबर 2025 की सुबह ग्राम चरोटी में एक पैरावट (कचरे का ढेर) के पास लोगों को एक युवती का आधा जला हुआ शव दिखाई दिया. शव को देखते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई. आसपास के लोग डर गए और तुरंत पुलिस को खबर कर दी. सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. साथ में फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी आई, जिन्होंने शव की बारीकी से जांच की. जांच में पता चला कि शव पर चाकू जैसे धारदार हथियार से कई गहरे घाव थे, और शरीर को लकड़ी या किसी भारी चीज से पीटा भी गया था. शव का बड़ा हिस्सा जल चुका था, लेकिन साफ था कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि सोची-समझी हत्या है. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और छानबीन शुरू कर दी. गांव वालों से पूछताछ की, परिजनों से बात की और हर संभावित सुराग को खंगाला.
साइको प्रेमी सालिक राम पर कैसे पड़ा शक?
बलौदा बाजार की पुलिस अधीक्षक (एसपी) भावना गुप्ता के नेतृत्व में जांच टीम ने बहुत मेहनत की. साइबर सेल के एक्सपर्ट्स और सिटी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने गांव में ही कैंप लगाया. वहां गवाहों के बयान लिए, युवती के परिवार वालों से लंबी बातचीत की और मोबाइल रिकॉर्ड्स चेक किए. धीरे-धीरे शक की सुई सालिक राम पैकरा पर घूमने लगी. वह युवती का पूर्व प्रेमी था और दोनों के बीच कुछ समय से झगड़े चल रहे थे. पुलिस ने सालिक को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की. पहले तो वह झूठ बोलता रहा, लेकिन सबूतों के सामने टूट गया और सारा सच उगल दिया.
आरोपी की साइकोपैथिक प्रवृत्ति का चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सालिक राम की मानसिक स्थिति बिल्कुल सामान्य नहीं है. वह एक साइकोपैथ है, यानी उसमें इंसानियत की भावना नाममात्र की है. जांच में उसके घर से महिलाओं के कपड़े, मेकअप का सामान और खुद महिलाओं की तरह सज-धजकर खींची गई दर्जनों तस्वीरें मिलीं. वह अक्सर लड़कियों की ड्रेस पहनता था और खुद को आईने में निहारता था. यह उसकी विकृत मानसिकता का सबूत है.
इंस्टाग्राम पर 19 फेक अकाउंट
महिलाओं को फंसाने का जालसबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सालिक राम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर महिलाओं के नाम, फोटो और प्रोफाइल से पूरे 19 फर्जी अकाउंट बनाए हुए थे. इन अकाउंट्स से वह अनजान लड़कियों और महिलाओं से चैट करता था, उन्हें प्यार का झांसा देता था, अच्छी-अच्छी बातें करके प्रभावित करता था और रिश्ता बनाने की कोशिश करता था. पुलिस को शक है कि तेजस्विनी के अलावा भी कई महिलाएं उसके इस धोखे का शिकार हुई होंगी. अब बलौदा बाजार पुलिस इन सभी अकाउंट्स की गहराई से जांच कर रही है. साइबर सेल की टीम तकनीकी तरीके से इन प्रोफाइल्स को खंगाल रही है, ताकि पता चले कि सालिक ने कितनी महिलाओं से संपर्क किया, उन्हें कितना धोखा दिया और क्या उसके कोई अन्य अपराध भी जुड़े हैं. अगर कोई और पीड़िता सामने आती है, तो मामला और बड़ा हो सकता है.
साइकोपैथ आखिर होता क्या है?
आसान मनोवैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की मानें तो साइकोपैथ एक ऐसा इंसान होता है, जिसकी सोच, भावनाएं और व्यवहार आम लोगों से बिल्कुल अलग होते हैं. ऐसे व्यक्ति में दूसरों के दर्द, दुख या भावनाओं के प्रति कोई संवेदना नहीं होती. उसे अपने किए पर न पछतावा होता है, न अपराधबोध। बाहर से वह बहुत आकर्षक, मीठी बातें करने वाला और आत्मविश्वासी लगता है, लेकिन अंदर से ठंडा, चालाक, स्वार्थी और खतरनाक होता है. वह लोगों को सिर्फ अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करता है. कई बार ऐसे लोग अपराध भी बहुत सोच-समझकर, बिना डरे करते हैं. मनोविज्ञान की भाषा में इसे 'एंटीसोशल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (ASPD)' का एक गंभीर प्रकार कहा जाता है. इसका इलाज करना बहुत मुश्किल होता है, क्योंकि ऐसे लोग खुद को बीमार नहीं मानते और बदलना नहीं चाहते. सालिक राम जैसा मामला दिखाता है कि ऐसे लोग समाज के लिए कितने बड़े खतरे बन सकते हैं.





