कौन है अग्रसेन, चोर या झूठा... अमित बघेल के बयान से सुलगा छत्तीसगढ़; सिंधी और अग्रवाल समाज सड़कों पर उतरा, केस दर्ज
राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल के विवादित बयान ने नया बवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने अग्रसेन महाराज और अन्य महान हस्तियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे अग्रवाल और सिंधी समाज भड़क उठा. कई जिलों में विरोध-प्रदर्शन के बाद रायपुर पुलिस ने बघेल के खिलाफ FIR दर्ज की है.
राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. इस बीच छत्तीसगढ़ क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल के बयान पर विवाद पैदा हो गया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी की ही मूर्ति कोई तोड़ी गई, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महराज की मूर्ति क्यों नहीं टूटती. इनकी मूर्ति पर क्यों पेशाब नहीं किया जाता.
अमित बघेल यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि अग्रसेन महाराज कौन हैं, चौर है या झूठा है. बघेल ने कहा कि पाकिस्तानी वाले सिंधी मछली वाले भगवान के बारे में क्या जानते हैं... उन्होंने हमारी छत्तीसगढ़ महतारी की गर्दन काटकर अपमान किया है.
रायपुर-सरगुजा समेत कई जिलों में विरोध
अमित बघेल के बयान से अग्रवाल समाज और सिंधी समाज भड़क उठा. रायपुर, सरगुजा और रायगढ़ समेत कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए और FIR दर्ज करने की मांग की गई, जिसके बाद मंगलवार की रात सिटी कोतवाली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 के तहत एफआईआर दर्ज की.
क्या है पूरा मामला?
रायपुर के वीआईपी चौक पर स्थित छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा को कुछ अराजक तत्वों ने तोड़ दिया. रविवार को क्रांति सेना मौके पर पहुंची, जहां उसकी पुलिस के साथ झड़प हो गई. हालांकि, हंगामे के बाद मूर्ति को दोबारा लगा दिया गया.वहीं, पुलिस ने सोमवार की सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जो मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है.





