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नीतीश के साथ नहीं होगा कोई गठबंधन, चुनाव के बाद चाचा का क्या होगा उन्हें भी पता है : तेजस्वी यादव
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है, जहां जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दे रही हैं. नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत को राजनीति में लाने की तैयारी में हैं, जबकि बीजेपी उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहती है. तेजस्वी यादव ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता अब उन्हें हटाने के लिए तैयार है.

बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है, इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर दी है. जेडीयू के नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत को लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं. इसे लेकर बीजेपी का भी रुख साफ़ है कि वह नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ना चाहती है. वहीं, आरजेडी की तरफ से तेजस्वी यादव को चेहरा बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी चल रही है.
इसे लेकर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है. आजतक से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता नहीं चाहती कि नीतीश कुमार फिर से सीएम बनें. इस बार जनता उन्हें हटाने का काम करेगी. आइए इन पॉइंट्स में जानते हैं उन्होंने बातचीत में क्या क्या कहा?
- 14 करोड़ लोगों का भविष्य असुरक्षित: तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार और देश की एक बड़ी आबादी रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से जूझ रही है. सरकार की नीतियों में अस्थिरता के कारण जनता का भविष्य अंधकार में दिख रहा है.
- बिहार की जनता नीतीश को सीएम नहीं चाहती: जनता अब बदलाव चाहती है और नीतीश कुमार से असंतुष्ट है. आगामी चुनावों में जनता उन्हें हटाने का मन बना चुकी है और एक नई सरकार की उम्मीद कर रही है.
- हमारे पास विजन और रोडमैप है: हमारी पार्टी के पास बिहार के विकास के लिए ठोस योजनाएं और रणनीतियां हैं. हम जनता को एक स्पष्ट और मजबूत नेतृत्व देने के लिए तैयार हैं.
- विपक्ष के सवालों पर चुनाव आयोग गंभीर नहीं: तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करना चाहिए. लेकिन विपक्ष द्वारा उठाए गए गंभीर सवालों पर आयोग का ढीला रवैया लोकतंत्र के लिए खतरा है.
- सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी: हमारा संघर्ष किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं, बल्कि सांप्रदायिकता फैलाने वालों के खिलाफ है. देश को विभाजित करने वाली ताकतों से हम मजबूती से लड़ते रहेंगे.
- नीतीश कुमार के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा: तेजस्वी यादव ने कहा कि हम स्पष्ट कर चुके हैं कि नीतीश कुमार से हमारा कोई राजनीतिक समझौता नहीं होगा. बिहार के विकास के लिए हम अलग राह पर चलेंगे.
- हम जो कहते हैं, वो करते हैं: भले ही तेजस्वी यादव की उम्र कम हो, लेकिन उनकी बातें और इरादे मजबूत हैं. हमारी पार्टी ने जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने की दिशा में हमेशा काम किया है.
- जनता के सामने अपना विजन रख रहे: हमारा मकसद सिर्फ सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि बिहार को नई दिशा देना है. इसलिए हम जनता के सामने स्पष्ट रूप से अपनी योजनाएँ और सोच रख रहे हैं.
- सीएम नीतीश सरकार चलाने योग्य नहीं: बिहार में राजनीतिक अस्थिरता और बार-बार की सत्ता परिवर्तन ने स्पष्ट कर दिया कि नीतीश कुमार अब सरकार संभालने योग्य नहीं हैं. जनता अब एक स्थिर नेतृत्व चाहती है.
- बिहार ने कई आंदोलन देखे: तेजस्वी यादव ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब भी बिहार के लोगों को अन्याय महसूस हुआ, उन्होंने आंदोलन किया. आने वाले समय में भी जनता अपनी आवाज बुलंद करेगी.
- बिहार की बागडोर असुरक्षित हाथों में: तेजस्वी यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार के पास न तो विकास का विजन है और न ही प्रशासन चलाने की क्षमता. बिहार की जनता असुरक्षित महसूस कर रही है.
- हमने 17 महीने काम करके दिखाया: तेजस्वी ने कहा कि जब हमें सरकार संभालने का मौका मिला, हमने कम समय में भी कई बड़े फैसले लिए. जनता ने हमारे काम को देखा और सराहा है.
- परिवारवाद पर टिप्पणी नहीं: राजनीति में किसे आना चाहिए और किसे नहीं, यह जनता तय करेगी. जो अच्छा काम करेगा, जनता उसे ही चुनेगी.
- चेहरा चमकाने के लिए होते हैं संभल जैसे विवाद: कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं. इनका मकसद सिर्फ अपनी लोकप्रियता बढ़ाना है, विकास करना नहीं.
- बीजेपी का मतलब भारत को तोड़ने वाली पार्टी: बीजेपी सांप्रदायिक तनाव, दंगों और विकास विरोधी नीतियों के लिए जानी जाती है. उनका एजेंडा सिर्फ सत्ता में बने रहना है, जनता की भलाई नहीं.
- औरंगजेब पर राजनीति बेकार: औरंगजेब को लेकर उन्होंने कहा कि इतिहास को लेकर राजनीति करने का कोई मतलब नहीं है. हर कोई अपने नजरिए से इतिहास को देखता है, लेकिन वर्तमान में जनता के असली मुद्दे कुछ और हैं.
- नीतीश कुमार को हो चुका है भविष्य का एहसास: नीतीश कुमार को पता है कि बिहार की राजनीति में उनका समय खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र में जो हुआ, वैसा ही बिहार में भी होने की संभावना है.
- बागेश्वर बाबा के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं: मैं इन धार्मिक विवादों में नहीं पड़ना चाहता. मेरा ध्यान सिर्फ बिहार की जनता की भलाई और विकास कार्यों पर है.