Begin typing your search...

'मेरी खामोशी को कमजोरी मत समझो, शुरूआत तुमने की है, अंत में करूंगा...' किस ओर है तेज प्रताप का इशारा?

तेज प्रताप यादव ने लालू यादव की तस्वीर के साथ पोस्ट करते हुए लिखा- मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालो ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं. शुरुआत तुमने किया है, अंत मैं करूंगा. उनके इस पोस्ट से आरजेडी के अंदर हलचल मच गई है. हाल ही में लालू यादव ने तेज प्रताप को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.

मेरी खामोशी को कमजोरी मत समझो, शुरूआत तुमने की है, अंत में करूंगा... किस ओर है तेज प्रताप का इशारा?
X
( Image Source:  X )

Tej Pratap Yadav New X Post : राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लालू परिवार से बेदखल किए गए तेज प्रताप यादव ने बड़ा एलान किया है. उन्होंने अपने पिता लालू यादव की तस्वीर को निहारते हुए कहा कि शुरुआत तुमने की है, अंत में करूंगा. यह मत समझना की तुम्हारी साजिशों के बारे में हमें पता नहीं है. ऐसे में सियासी गलियारे में यह सवाल तेजी से तैर रहा है कि आखिर तेज प्रताप ने किसे धमकी दी है.

तेज प्रताप यादव ने 19 जून को X पर किए गए एक पोस्ट में कहा- जो मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझ बैठे हैं, उन्हें ये जान लेना चाहिए कि मुझे तुम्हारी चालों की पूरी खबर है. शुरुआत तुमने की थी, लेकिन इसका अंजाम मैं करूंगा. अब झूठ और धोखे से रचे इस चक्रव्यूह को तोड़ने का वक्त आ गया है. सच सबके सामने आएगा... और उसे तय करेगी मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय, न कि कोई राजनीतिक दल या परिवार. तैयार रहो, पर्दा अब उठने वाला है.

तेज प्रताप को लालू ने पार्टी से क्यों निकाला?

इससे पहले, तेज प्रताप ने लालू यादव के जन्मदिन पर उन्हें वीडियो कॉल कर बधाई दी थी. वे लालू और राबड़ी देवी के बड़े बेटे हैं और मंत्री भी रह चुके हैं. हाल ही में उन्होंने अपनी 12 साल पुरानी प्रेम कहानी अनुष्का यादव के साथ साझा की थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ा और वे RJD व परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिए गए.

राजनीति और परिवार में तल्खी

निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने ट्वीट किया था कि उन्होंने गांठ बांध ली है, लेकिन नया राजनीतिक दल नहीं बनाएंगे. उन्होंने सभी से यह गुमराह करने वाले 'जयचंद' जैसे लोगों पर ध्यान न देने की अपील की थी. बाद में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि कुछ लोग परिवार और पार्टी में साजिश कर रहे हैं. मेरी चुप्पी को कमजोरी न समझें.

मुक़ाबला किससे?

तेज प्रताप ने 'जयचंद' शब्द का प्रयोग कर उन RJD लोगों को निशाने पर लिया, जो परिवार में अलगाव की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने खुद पर लगे निजी और राजनीतिक इल्ज़ामों से निपटने के लिए न्यायालय तथा जनता का सहारा लेने का मन बनाया है, और साफ किया कि कोई पार्टी या परिवार उनकी प्रतिबद्धता नहीं बदल सकता.

अब आगे क्या?

तेज प्रताप की यह चुनौती RJD व बिहार राजनीति में नई हलचल ला सकती है. उनके निष्कासन से पहले और बाद के बयानों ने परिवार की राजनीति व सत्ता संघर्ष के बीच एक नया मोड़ दिया है. भविष्य में उनका रुख़, क्या वे आरजेडी में लौटेंगे या किसी नए गठबंधन की नींव रखेंगे, इसका निर्णय उन्ही के अगले कदम तय करेंगे.

Politicsबिहारबिहार विधानसभा चुनाव 2025
अगला लेख