Begin typing your search...

काशी विश्वनाथ परिसर में रील बनाकर फंसे तेज प्रताप, मंदिर प्रशासन ने CRPF को लिखा पत्र; JDU बोली- उन्हें कानून तोड़ने में आता है मजा

तेज प्रताप यादव का काशी विश्वनाथ मंदिर में बनाए गए वायरल रील को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मंदिर के सीईओ ने बताया कि परिसर में मोबाइल ले जाना सख्त रूप से वर्जित है और पुलिस व सीआरपीएफ को जांच के लिए पत्र भेजा गया है. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तेज प्रताप पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है. पहले ही पार्टी से निष्कासित तेज प्रताप अब एक नए कानूनी संकट में घिरते नजर आ रहे हैं.

काशी विश्वनाथ परिसर में रील बनाकर फंसे तेज प्रताप, मंदिर प्रशासन ने CRPF को लिखा पत्र; JDU बोली- उन्हें कानून तोड़ने में आता है मजा
X

Tej Pratap Yadav Kashi Vishwanath Temple Controversy: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और लालू परिवार से बेदखल किए गए तेज प्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार मामला काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में रील बनाने का है. इसे लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है. उन पर कार्रवाई की तलवार भी लटक रही है. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तेज प्रताप पर तीखा हमला बोला है. वहीं, मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने पुलिस और सीआरपीएफ को पत्र लिखकर जांच करने का अनुरोध किया है.

बता दें कि तेज प्रताप ने 13 जून को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन का वीडियो X पर शेयर किया है. उन्होंने कहा- बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद हो, मां गंगा का निर्मल पवित्र घाट हो, पूरी दुनिया को मैं भूल जाऊं और बनारस में मेरा भोला मुझे याद हो हर हर महादेव बोलना ही होगा.

"तेज प्रताप को कानून तोड़ने में आनंद आता है"

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तेज प्रताप यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, "तेज प्रताप अराजनीतिक और अराजक स्वभाव के नेता हैं, जिन्हें कानून तोड़ने में आनंद आता है. वह ऐसे धार्मिक स्थल पर वीडियो बनाते हैं जहां ऐसा करना साफ़ तौर पर मना है. इससे करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचती है."

“मंदिर के भीतर मोबाइल फोन या कैमरा ले जाना बैन है"

काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में तेज प्रताप यादव द्वारा बनाए गए वायरल रील पर मंदिर के CEO विश्व भूषण मिश्रा ने कहा, “मंदिर के भीतर का क्षेत्र प्रतिबंधित है, वहां मोबाइल फोन या कैमरा ले जाना बैन है. हालांकि, वीआईपी और श्रद्धालुओं के अनुरोध पर मंदिर का अधिकृत कैमरा मैन उनकी तस्वीरें लेता है."

मंदिर के CEO ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि एक राजनीतिक व्यक्ति मंदिर के अंदर जाकर रील बना रहा था. चूंकि सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस और सीआरपीएफ पर है, इसलिए दोनों के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है कि वे इस मामले की जांच करें, दोषियों पर उचित कार्रवाई करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करें.”

लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला

बता दें कि तेज प्रताप यादव ने 12 साल से अनुष्का यादव के साथ रिलेशनशिप में रहने को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसके बाद 25 मई को लालू यादव ने उन्हें परिवार और पार्टी से 6 साल के लिए बेदखल कर दिया. हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने पोस्ट को डिलीट कर दिया था, लेकिन तब तक उनकी और अनुष्का की कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी थी.

Politicsबिहारतेज प्रताप यादव
अगला लेख