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'देश की सेना 10% लोगों के नियंत्रण में', राहुल गांधी के बयान पर मचा बवाल! BJP बोली-मोदी विरोध में देश से नफरत करने लगे हैं Rahul

बिहार के कुटुंबा में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश की 90% आबादी दलित, पिछड़ी और अल्पसंख्यक है, जबकि 10% लोग सेना और बड़ी कंपनियों को नियंत्रित करते हैं. उनके इस बयान पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी, कहा- मोदी विरोध में राहुल अब देश से नफरत करने लगे हैं.

देश की सेना 10% लोगों के नियंत्रण में, राहुल गांधी के बयान पर मचा बवाल! BJP बोली-मोदी विरोध में देश से नफरत करने लगे हैं Rahul
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( Image Source:  ANI )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 4 Nov 2025 8:25 PM IST

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं. मंगलवार को औरंगाबाद जिले के कुटुंबा में चुनावी रैली के दौरान उन्होंने दावा किया कि भारतीय सेना देश की आबादी के 10 फीसदी लोगों के नियंत्रण में है, जो समाज के ऊपरी तबके से आते हैं. उनके इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.

राहुल ने कहा कि देश की 90 फीसदी आबादी दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों से आती है, लेकिन इन वर्गों की हिस्सेदारी न तो सेना में दिखती है, न बड़ी कंपनियों में और न ही ऊंचे सरकारी पदों पर.

'सेना पर 10% आबादी का कब्जा'- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि 'अगर आप ध्यान से देखेंगे तो देश की 90 प्रतिशत आबादी दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े या अल्पसंख्यक समुदायों से आती है. देश की 500 सबसे बड़ी कंपनियों की सूची उठाइए, आपको वहां इन वर्गों का कोई नाम नहीं मिलेगा. सब लोग उसी 10% तबके से हैं. सारी नौकरियां, सेना और संसाधन उनके हाथ में हैं. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य एक ऐसा भारत बनाना है.

'जहां 90 फीसदी आबादी के लिए भी सम्मान और अवसर हो, जहां हर कोई गरिमा और खुशी के साथ जी सके. कांग्रेस हमेशा से पिछड़ों और वंचितों की आवाज रही है. राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. पार्टी प्रवक्ता सुरेश नाखुआ ने कहा कि “राहुल गांधी अब सेना में भी जाति खोज रहे हैं. उन्होंने कहा कि 10% लोग सेना को नियंत्रित करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी के प्रति उनकी नफरत अब भारत के प्रति नफरत में बदल गई है.'

बीजेपी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी बार-बार सेना और देश की संस्थाओं का अपमान करते हैं, जिससे उनकी मानसिकता उजागर होती है. यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने सेना को लेकर विवादित टिप्पणी की हो. अगस्त 2025 में उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था . 'चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जवानों को पीट रहे हैं और हमारी ज़मीन पर कब्ज़ा कर चुके हैं.'

उनके इस बयान पर एक सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी ने लखनऊ में मानहानि का मामला दर्ज कराया था. मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की पीठ ने राहुल से सख्त सवाल पूछे और कहा था. 'अगर आप सच्चे भारतीय हैं, तो ऐसा बयान कभी नहीं देंगे.'

बिहार चुनाव से पहले सियासी गर्मी

राहुल गांधी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं. कांग्रेस की सहयोगी पार्टियां उनके इस बयान से दूरी बना रही हैं, जबकि बीजेपी इसे “सेना का अपमान” बताकर राहुल पर हमलावर है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान कांग्रेस के लिए चुनावी नुकसानदेह साबित हो सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां पूर्व सैनिक और सुरक्षाबलों के परिवार बड़ी संख्या में रहते हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025राहुल गांधी
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