राबड़ी देवी के घर के बाहर लगे 'टाइगर अभी जिंदा है' के पोस्टर, लिखा- ना झुका हूं-न झुकूंगा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लैंड फॉर जॉब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से चार घंटे तक पूछताछ की. इससे पहले राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव से भी पूछताछ हुई थी. ईडी ने रेलवे में हुई भर्तियों और लालू परिवार के संबंधों की जांच की. पटना में इस कार्रवाई के बाद राजनीति गरमा गई है.

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी के आवास के बाहर कुछ पोस्टर लगाए गए, जिनमें लिखा था, "ना झुका हूं, ना झुकूंगा, टाइगर अभी जिंदा है." यह पोस्टर ऐसे समय पर सामने आए हैं जब लालू प्रसाद यादव को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया था. इस मामले को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है.
पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव पटना स्थित ईडी दफ्तर में पेश हुए, जहां उनसे करीब चार घंटे तक पूछताछ चली. यह दूसरी बार था जब उन्हें इस मामले में तलब किया गया था. ईडी अधिकारियों ने उनसे लैंड फॉर जॉब घोटाले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे. इस दौरान उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती भी उनके साथ मौजूद थीं.
पहले लगे थे नीतीश के पोस्टर
अब इस पोस्टर को आने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. इससे पहले 7 जून 2024 को पटना की सड़कों पर एक पोस्टर लगा जिसमें नीतीश कुमार की तस्वीर थी और उसपर 'टाइगर जिंदा है' लिखा था. अब एकबार फिर से 'टाइगर जिंदा है' वाले पोस्टर से सियासी हलचल मच गई है.
लालू से पूछे गए कई सवाल
जानकारी के अनुसार, ईडी ने लालू यादव से रेलवे में हुई नियुक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ इन भर्तियों के संबंध को लेकर सवाल किए. खासतौर पर उनसे पूछा गया कि कैसे उनकी पत्नी, बेटी और बेटे के नाम जमीन दान करने वालों के रिश्तेदारों को रेलवे में नौकरी मिली? इस घोटाले को लेकर पहले भी कई बार जांच हो चुकी है, और इस बार ईडी ने विस्तृत जानकारी जुटाने के बाद लालू यादव से सवाल किए.
पहले राबड़ी और तेजप्रताप से हुई थी पूछताछ
इससे पहले, ईडी ने लालू यादव से पूछताछ से एक दिन पहले उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप यादव को भी तलब किया था. दोनों से करीब चार-चार घंटे तक पूछताछ हुई थी. ईडी इस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है और यह जांच कर रही है कि क्या रेलवे की भर्तियों में जमीन के बदले नौकरियां दी गई थीं? पूछताछ से पहले ईडी अधिकारियों की एक टीम ने इस केस से जुड़े जमीन मालिकों से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए थे. यह घोटाला लंबे समय से चर्चा में रहा है और अब इस पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इस मामले में आगे क्या होगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.