... तो तेजस्वी यादव नहीं बनेंगे सीएम? कांग्रेस नेता के बयान से सियासी पारा हाई, बीजेपी ने महागठबंधन पर ली चुटकी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर खटपट शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता यशवंत कुमार ने तेजस्वी यादव की जगह राजेश राम को सीएम कैंडिडेट बनाने की मांग की. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को कृष्ण की तरह सारथी बनना चाहिए, जबकि राजेश राम को अर्जुन की तरह आगे करना चाहिए. हालांकि, उनके बयान पर राजद ने कड़ी आपत्ति जताई है.

Tejashwi Yadav: कांग्रेस नेता यशवंत कुमार के बयान से सियासी पारा हाई हो गया है. उन्होंने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव की जगह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को सीएम उम्मीदवार बनाना चाहिए. राजद ने यशवंत के बयान पर कांग्रेस से सफाई देने को कहा है.
यशवंत कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इसे चुनाव प्रचार में एनडीए औजार के रूप में इस्तेमाल करेगी. उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी का नाम आगे किया गया तो एनडीए जंगलराज और भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोलेगी. ऐसे में तेजस्वी से आग्रह है कि वे खुद कृष्ण की भूमिका में रहें और अर्जुन के रूप में अपने दलित साथी राजेश राम को आगे रखें.
राजद ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
यशवंत के बयान पर राजद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि यशवंत कुमार का बयान कांग्रेस का नहीं हो सकता. पार्टी लाइन से हटकर उन्होंने जो बयान दिया है, उस पर कांग्रेस को ध्यान देना चाहिए. साथ ही, कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि यशवंत ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों किया.
बीजेपी ने राजद और कांग्रेस पर कसा तंज
बीजेपी ने भी मामले को लेकर राजद और कांग्रेस पर तंज कसा है. पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कांग्रेस और राजद का गठबंधन स्वार्थ पर आधारित है. कांग्रेस के एक और नेता ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें तेजस्वी का चेहरा किसी भी हाल में स्वीकार नहीं है. नीरज ने कहा कि राजद का काला इतिहास उसका पीछा नहीं छोड़ रहा है. चुनाव से पहले महागठबंधन टूट जाएगा.
17 अप्रैल को होगी महागठबंधन की बैठक
बता दें कि एनडीए ने नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कही है. इससे महागठबंधन में भी सक्रियता बढ़ गई है. माना जाता है कि 17 अप्रैल को महागठबंधन की बड़ी बैठक होगी, जिसके पहले तेजस्वी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच दिल्ली में एक बैठक होगी.