बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में पड़ सकती है फूट? बीजेपी के खिलाफ बगावती तेवर अपना रही यह पार्टी
बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए (NDA) में अपनी अनदेखी को लेकर खुलकर नाराज़गी जाहिर की है. उन्होंने कहा, "लगता है जैसे हम NDA में हैं ही नहीं." इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर से 40 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग दोहराई.

Jitan Ram Manjhi: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले एनडीए में फूट पड़ सकती है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बीस सूत्री अध्यक्ष में अपनी पार्टी की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के विधायक जहां हैं, वहां के प्रखंडों में भी हमारी पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनाया गया.
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम इस बात को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और जदयू के अशोक चौधरी के सामने उठाएंगे. उनसे कहेंगे कि ऐसा लगता नहीं है कि हम एनडीए में हैं.
'पार्टी को कोई तवज्जो नहीं दी जा रही'
मांझी का कहना है कि एनडीए गठबंधन में छोटे दलों की उपेक्षा की जा रही है और उनकी पार्टी को कोई तवज्जो नहीं दी जा रही. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर सम्मानजनक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ, तो उनकी पार्टी अलग राह पकड़ने को मजबूर हो सकती है.
'हम 35 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं'
मांझी ने कहा कि हम 35 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं की भी यही मांग है. ऐसे में हम 35-40 सीटों की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि हम बहुत जल्द हम सेना का गठन करेंगे. इसके साथ ही, उन सीटों का भी चयन किया जाएगा, जहां हमारी पार्टी मजबूत है.
कस्बा सीट पर ठोका दावा
HAM संरक्षक जीतन राम मांझी ने दावा किया कि अगर हम 35-40 सीटों पर लड़ेंगे तो 20 सीटें जीतेंगे. इसलिए हमें इतनी सीटें तो मिलनी ही चाहिए. इस दौरान उन्होंने कस्बा सीट पर भी दावा ठोका और कहा कि इस सीट पर हमारी पार्टी लड़ती आई है. ऐसे में यह सीट हमें ही मिलनी चाहिए.