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CM Oath Ceremony: गांधी मैदान का क्या है इतिहास, कब से शुरू हुई CM शपथ ग्रहण की परंपरा, किन-किन घटनाओं की बनी गवाह?

Bihar CM Oath Ceremony: पटना का गांधी मैदान सिर्फ एक आम मैदान नहीं बल्कि बिहार और भारत की राजनीतिक की धुरी भी है. ब्रिटिश राज और आजादी की लड़ाइयों से जुड़े इस मैदान में कई बार मुख्यमंत्री शपथ-ग्रहण समारोह हुए हैं. यह मैदान कई बड़ी राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं का गवाह भी रहा है. जानिए इसकी शुरुआत, परंपरा और सुनहरे ऐतिहासिक पल.

CM Oath Ceremony: गांधी मैदान का क्या है इतिहास, कब से शुरू हुई CM शपथ ग्रहण की परंपरा, किन-किन घटनाओं की बनी गवाह?
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Bihar CM Oath Ceremony News: बिहार की राजधानी पटना स्थित गांधी मैदान एक प्रतिष्ठित स्थल है, जिसे न सिर्फ एक विशाल सार्वजनिक खुला स्थान माना जाता है, बल्कि यह बिहार की राजनीतिक और सामाजिक विरासत का अहम हिस्सा है. ब्रिटिश काल में इसे 'पटना लॉन” के नाम से जाना जाता था. यह मैदान, आजादी की लड़ाइयों का और सत्ता परिवर्तन का गवाह रहा है. यहां पर मुख्यमंत्री शपथ-ग्रहण समारोह, अभूतपूर्व राजनीतिक रैलियां और सांस्कृतिक प्रदर्शन होते रहे हैं. यही वजह है कि गांधी मैदान की अहमियत समय-समय पर और बढ़ जाती है. अब गुरुवार को नीतीश कुमार एक बार फिर उसी गांधी मैदान में सीएम पद की शपथ लेंगे.

गुरुवार यानी 20 नवंबर भी पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान एक ऐतिहासिक पल और शक्ति प्रदर्शन का गवाह बनेगा. गुरुवार को 11.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार इसी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लाखों की संख्या में लोग इस पल का गवाह बनेंगे. प्रशासन ने इसे भव्य आयोजन बनाने की तैयारी कर ली है. मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री के अलावा लगभग 20 नए मंत्रियों को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शपथ दिलाएंगे.

गांधी मैदान का इतिहास

  • गांधी मैदान मूल रूप से “पटना लॉन” (Patna Lawns) नाम से जाना जाता था. ब्रिटिश काल में 1824-1833 के बीच इसका उपयोग घुड़दौड़ और गोल्फ के लिए किया जाता था.
  • पटना का गांधी मैदान मैदान स्वतंत्रता आंदोलन के कई अहम मोर्चों का केंद्र बिंदु बना. यहां महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, जयप्रकाश नारायण और अन्य नेताओं ने रैलियां कीं. पटना में जब कोई विशाल रैली का आयोजन होता है तो वो इसी मैदान में होता है.
  • साल 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 की पहली स्वतंत्रता दिवस वर्षगांठ के समय — 'बांकीपुर मैदान' या 'पटना लॉन' का नाम बदलकर गांधी मैदान कर दिया गया.
  • गांधी मैदान के बारे में कहा जाता है कि खैरुन मियां ने यह जमीन दान की थी. ताकि राष्ट्रीय आंदोलन को बढ़ावा मिल सके.

कब से शुरू हुई सीएम शपथ ग्रहण की परंपरा?

  • पटना के गांधी मैदान में 1990 में सबसे पहले लालू प्रसाद यादव ने यहां मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उसी के बाद से यह सीएम पद की शपथ ग्रहण के लिए परंपरागत स्थल बन गया.
  • नीतीश कुमार पहली बार 2005 में गांधी मैदान में शपथ ले चुके हैं. इसके बाद 2010 और 2015 में भी शपथ-समारोह यहां हुए.
  • 2025 में वे फिर रिकॉर्ड 10वीं बार CM बनने जा रहे हैं और यह समारोह चौथी बार गांधी मैदान में होगा. 2025 के चुनाव में 2010 के बाद पहली बार एनडीए गठबंधन को 202 सीटें मिली है. इतना बड़ा बहुमत मिलने के बाद नीतीश कुमार गांधी मैदान से संदेश देना चाह रहे हैं कि यह जनता की पसंदीदा सरकार है. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई राज्यों के सीएम मौजूद रहेंगे.
  • गांधी मैदान कई बड़े स्वतंत्रता दिवस समारोह, राजनीतिक रैलियां और सार्वजनिक सभाओं का मंच रहा है.
  • 5 जून 1974 को जयप्रकाश नारायण की 'संपूर्ण क्रांति' की पुकार इस मैदान में गूंजी थी जो बाद में राजनीतिक बदलावों की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण रही.
  • 3 अक्टूबर 2014 को दशहरा समारोह के बाद गांधी मैदान में भीड़ में भगदड़ (stampede) हुई थी, जिसमें दर्जनों लोगों की जान गई थी.
  • गांधी मैदान सिर्फ राजनीति ही नहीं, सांस्कृतिक गतिविधियों का भी केंद्र रहा है — जैसे पटना पुस्तक मेला, थिएटर प्रदर्शन आदि यही पर आयोजित होता है.

गांधी मैदान: सुरक्षा चाक चौबंद

नई एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, सुरक्षा एजेंसियां, नगर निगम और विभिन्न एजेंसियों की संयुक्त टीम स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले चुकी है. पूरे मैदान को कार्यक्रम के अनुरूप अलग-अलग जोन में विभाजित किया गया है. मैदान को दुल्हन की सजाया गया है. ताकि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से की जा सके.

सामान्य प्रशासन विभाग ने 25 बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रतिनियुक्त किया है, जिसमें पांच अधिकारियों को विशिष्ट अतिथियों के लिए लगाया गया है. गांधी मैदान में मुख्य मंच के निर्माण को वीवीआईपी सुरक्षा मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा. आसपास बैरिकेडिंग, विशेष अतिथियों के लिए अलग मार्ग, मीडिया के लिए निर्धारित क्षेत्र और आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था पर काम चल रहा है.

पंडाल, साउंड सिस्टम और प्रकाश व्यवस्था की जिम्मेदारी अलग-अलग एजेंसियों को सौंपी गई है. गांधी मैदान में चल रही तैयारियों का प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर, रेंज आईजी जितेंद्र राणा और जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि शपथ ग्रहण समारोह न केवल शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके, बल्कि यह पल ऐतिहासिक भी बने.

बिहारनीतीश कुमारनरेंद्र मोदीसम्राट चौधरी
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