Chirag Paswan's Political Khela: बिहार की 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान करने वाले चिराग पासवान चाहते क्या हैं?
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला चिराग पासवान का एलान प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा है. साल 2020 में एलजेपी रामविलास 34 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. सिर्फ एक सीट पर एलजेपी-आर के प्रत्याशी को जीत मिली थी. लोकसभा चुनाव में LJPR 5 सीट जीतने में कामयाब हुई थी.

Bihar Assembly Elections 2025 News: बिहार विधानसभा का चुनाव अक्टूबर और नवंबर 2025 में होना है. ऐसे में वहां की राजनीति पर चर्चा भी वाजिब है. फिर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार चुनाव को लेकर चौंकाने वाला बयान देकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. यही वजह है कि आम जनता से लेकर सियासी जानकार तक यह जानना चाहते हैं कि आखिर प्रदेश की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाला बयान चिराग पासवान ने क्यों दिया? जबकि वह खुद जानते हैं, ऐसा होना नामुमकिन है.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर बयान ऐसे समय में दिया है, जब पीएम नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा अगले कुछ दिनों में प्रस्तावित है. ऐसे में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख के बयान को लेकर पटना से दिल्ली तक के सियासी गलियारों में अलग-अलग मायने लगाए जा रहे हैं.
क्या चाहते हैं चिराग पासवान?
दरअसल, चिराग पासवान चाहते हैं कि एलजेपी-आर बिहार में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े. ताकि बिहार की पॉलिटिक्स में वह अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकें. बताया जा रहा है कि एनडीए की ओर से एलजेपी-आर को 25 से 30 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है, लेकिन चिराग पासवान चाहते हैं कि एलजेपी-आर को कम से कम 38 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका गठबंधन कोटे से मिले.
चिराग पासवान का कहना है कि ऐसा वे नहीं चाहते, बल्कि बिहार की जनता की इच्छा है कि प्रदेश को युवा नेतृत्व मिले और एलजेपी-आर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े. जनता की इच्छा का सम्मान करते हुए उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि बिहार के कई जिलों में एलजेपी समर्थक कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान का पोस्टर लगा उन्हें संभावित सीएम के रूप में अभी से पेश करना शुरू कर दिया है.
'यह सब प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा है'
बिहार के एक वरिष्ठ पत्रकार ने नाम न छापने की शर्त पर 243 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले चिराग पासवान के बयान पर कहा, "यह प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा है. साल 2020 में चिराग पासवान ने 34 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. सिर्फ एक सीट पर उनकी पार्टी को जीत मिली थी. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के प्रत्याशी पांच सीटों पर चुनाव जीतने में सफल हुए थे, लेकिन इसका क्रेडिट एनडीए को जाता है न कि एलजेपी-आर को."
उन्होंने आगे बताया, "साल 2020 में भी सीट आवंटन पर बात नहीं बनने के बाद चिराग पासवान की पार्टी अलग चुनाव लड़ी थी. उनके इस फैसले का सबसे ज्यादा नुकसान नीतीश कुमार को हुआ था. इस बार भी नीतीश कुमार को लेकर उनकी राय अच्छी नहीं है. हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक लड़की के रेप के मामले को चिराग पासवान ने मुद्दा बनाया था. बिहार के सीएम नीतीश कुमार को एक पत्र के जरिए बताया था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था अच्छी नहीं है."
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि उनके मन में आज भी यह है कि नीतीश कुमार को लेकर अच्छी धारणा नहीं है. वह अब भी मानते हैं कि जेडीयू की वजह से रामविलास पासवास का अपमान हुआ था. यही वजह है कि वो प्रेशर पॉलिटिक्स के तहत ज्यादा से ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए ऐसा कर रहे हैं.
चिराग पासवान के फैसले से एनडीए को मिलेगी मजबूती- विभय झा
एलजेपी-आर के प्रवक्ता विभय झा ने यह पूछने पर कि 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर चिराग पासवान क्या संदेश देना चाहते हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा, "एलजेपी-आर के नेता और कार्यकर्ता बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर पूरी मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. इसका सीधा लाभ विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिलना तय है." विभय झा ने यह भी कहा, "एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत जारी है. हमारी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव की तैयारी में जुटी है. ताकि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर एनडीए को मजबूती मिले."
क्या कहा था चिराग पासवान ने?
केंद्रीय मंत्री और एलजेपी-आर प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कहा था कि हमारी पार्टी प्रदेश की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ताकि NDA को मजबूती मिले. हम लोग एकजुट होकर विजय की ओर आगे बढ़ें. हालांकि, उन्होंने 'जंगलराज' पर आरजेडी के साथ कांग्रेस को भी घेरा है.