राज्य की सुख-समृद्धि के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के प्रमुख देवी मंदिरों में की पूजा-अर्चना
पटना में नवरात्रि की महाअष्टमी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर, बड़ी पटनदेवी और छोटी पटनदेवी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की. उन्होंने राज्य की सुख, शांति, समृद्धि और प्रगति की कामना की. मारूफगंज में मां दुर्गा की भी पूजा की गई. पूजा के दौरान प्रमुख अधिकारी और श्रद्धालु उपस्थित रहे. मारवाड़ी सेवा समिति ने उन्हें अंगवस्त्र, पाग और प्रतीक चिन्ह भेंट किए. मुख्यमंत्री ने धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं के माध्यम से सामाजिक सद्भाव और विकास का संदेश दिया.

नवरात्रि के पावन अवसर पर महाअष्टमी के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की सुख, शांति और समृद्धि की कामना के लिए पटना के प्रमुख देवी-देवताओं के मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना की. मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर पहुंचकर मां शीतला देवी की पूजा की.
मंत्रोच्चार और विधिपूर्वक आरती के दौरान उन्होंने राज्यवासियों की खुशहाली, सामाजिक सद्भाव और प्रगति के लिए विशेष प्रार्थना की.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने पटना सिटी स्थित बड़ी पटनदेवी मंदिर और छोटी पटनदेवी मंदिर में भी जाकर पूजा-अर्चना की. पुरोहितों ने मंत्रोच्चार करते हुए पूजा करवायी, जिसमें मुख्यमंत्री ने श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ भाग लिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मां बड़ी पटनदेवी एवं मां छोटी पटनदेवी से राज्यवासियों की समृद्धि, शांति और सामाजिक समरसता की प्रार्थना की.
मुख्यमंत्री ने मारूफगंज स्थित श्री श्री बड़ी देवी जी और श्री श्री दलहट्टा देवी जी के मंदिर में भी मां भगवती दुर्गा की आराधना की. इस दौरान मारूफगंज मारवाड़ी सेवा समिति ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र, पाग और प्रतीक चिन्ह भेंट स्वरूप प्रदान किया. यह भेंट मुख्यमंत्री के प्रति सम्मान और स्नेह का प्रतीक मानी गई.
सभी वरिष्ठ अधिकारी भी पूजा में हुए शामिल
पूजा-अर्चना के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. इनमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव अनुपम कुमार, सचिव कुमार रवि, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा सहित अन्य अधिकारी और श्रद्धालु शामिल थे. सभी ने मिलकर देवी भगवती की आराधना में भाग लिया और राज्यवासियों के कल्याण के लिए कामना की.
'भाईचारा और सहयोग की भावना बनाए रखें'
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नवरात्रि का त्योहार केवल धार्मिक महत्त्व का ही नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है. उन्होंने जनता से अपील की कि इस पावन अवसर पर वे अपने परिवार और समाज में सद्भाव, भाईचारा और सहयोग की भावना बनाए रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर हम न केवल अपनी आस्था को मजबूत करते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा और विकास की दिशा में भी योगदान देते हैं.
धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं को जोड़कर चलना जरूरी
नवरात्रि महोत्सव के इस अवसर पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने पूजा-अर्चना को और भी गरिमामयी और भव्य बना दिया. श्रद्धालु और अधिकारी दोनों ही इस अवसर पर उत्साह और भक्ति भाव से शामिल हुए. राज्य की प्रमुख देवी-देवताओं की पूजा के माध्यम से मुख्यमंत्री ने यह संदेश भी दिया कि सामाजिक सद्भाव, विकास और समृद्धि के लिए धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं को जोड़कर चलना आवश्यक है.
इस प्रकार नवरात्रि की महाअष्टमी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पूजा-अर्चना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही बल्कि यह राज्य की खुशहाली, शांति और समृद्धि की कामना का प्रतीक भी बनी.