बागियों ने बिगाड़ा जीत हार का खेल! बिहार की कई सीटों पर महागठबंधन और NDA के समीकरण डांवाडोल
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन और एनडीए में बागी उम्मीदवारों ने सियासी समीकरण बदल दिए हैं. कई सीटों पर महागठबंधन और NDA दोनों को अपने ही नेताओं से चुनौती मिल रही है, जिससे जीत-हार का खेल दिलचस्प बन गया है. इतना ही नहीं, कुछ सीटों पर टिकट न मिलने पर अपने सहयोगियों के खिलाफ कुछ नेता बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं.
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुकाबला जितना गठबंधनों और अन्य दलों व निर्दलीयों के बीच है, उतना ही उनके भीतर यानी अपने बागी उम्मीदवारों से भी है, जो टिकट न मिलने पर अपने प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गए हैं. बागी उम्मीदवारों ने करीब तीन दर्जन सीटों पर समीकरण बिगाड़ दिए हैं. इन लोगों ने टिकट न मिलने या दल की नीति से नाराज नेताओं ने निर्दलीय या छोटे दलों के बैनर तले मोर्चा संभाल लिया है, जिससे महागठबंधन और NDA दोनों की चिंता बढ़ गई है.
महागठबंधन और एनडीए के नेताओं को इस बात की चिंता है कि अपने दलीय प्रत्याशी के खिलाफ ताल ठोक रहे बागी खेला न कर दें. कुछ सीटों पर सहयोगी के खाते में सीट जाने पर असंतुष्ट उम्मीदवारों निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा, कहीं-कहीं वे दूसरे छोटे दलों के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
यही वजह है कि आरजेडी ने अपने दल के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 37 पदाधिकारियों को दल से से निष्कासित कर दिया है. जबकि जदयू ने दो पूर्व मंत्री, चार विधायक, तीन विधान पार्षद सहित 16 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है. इसी तरह बीजेपी ने भी कुछ बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने भी करीब आधा दर्जन लोगों को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है.
इन सीटों पर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बागी उम्मीदवार
राष्ट्रीय जनता दल
1. बडहरा- अशोक कुमार सिंह- सरोज यादव (निर्दलीय) 2. डेहरी- गुड्डू कुमार चंद्रवंशी- फतेह बहादुर सिंह (निर्दलीय) 3. चिरैया- लक्ष्मी ना. यादव- अक्षय लाल यादव (निर्दलीय) 4. शेरघाटी- प्रमोद कुमार वर्मा- सुरेंद्र सुमन (निर्दलीय) 5. बरौली- दिलीप सिंह- रेयाजुल हक राजू (निर्दलीय) 6. परिहार- स्मिता पूर्व – रितु जायसवाल (निर्दलीय) 7. गोविंदपुर- पूर्णिमा यादव- मो कामरान (निर्दलीय) 8. मधेपुरा- प्रो. चंद्रशेखर- इ. प्रणव प्रकाश (निर्दलीय) 9. महनार- इ. रवींद्र कुमार सिंह- संजय राय (निर्दलीय) 10. चेरिया बरियारपुर- सुशील कुमार- रामसखा महतो (निर्दलीय) 11. संदेश- दीपू सिंह -मुकेश सिंह यादव (निर्दलीय)
कांग्रेस
1. जाले- ऋषि मिश्रा- डॉ मशकूर उस्मानी (निर्दलीय)
JDU
1.जमालपुर- नचिकेता मंडल- शैलेश कुमार (निर्दलीय) 2. चकाई- सुमित कुमार सिंह- संजय प्रसाद (निर्दलीय) 3. बडहरिया- इंद्रदेव पटेल- श्याम बहादुर सिंह (निर्दलीय) 4. बरबीघा- डॉ कुमार पुष्पम जय- सुदर्शन कुमार (निर्दलीय) 5. गोपालपुर- बुलो मंडल- गोपाल मंडल (निर्दलीय) 6. कदवा- दुलाल चंद गोस्वामी- आशा सुमन (निर्दलीय) 7. नवीनगर - चेतन आनंद- लव कुमार सिंह (निर्दलीय).
भाजपा
1. कुढनी- केदार गुप्ता- धर्मेंद्र कुमार उर्फ अबोध (निर्दलीय) 2. बेनीपट्टी- विनोद नारायण झा- बी. झा मृणाल (निर्दलीय).
लोजपा-रामविलास
1.शेरघाटी- उदय कुमार सिंह- मुकेश कुमार (निर्दलीय)
इन सीटों पर सहयोगी हुए पराए
महागठबंधन के अधिकृत प्रत्याशी अपने ही सहयोगियों से किन-किन सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे चुनाव.
महागठबंधन
कटिहार में सौरभ अग्रवाल वीआईपी के खिलाफ आरजेडी प्रत्याशी रामप्रकाश महतो निर्दलीय, केसरिया में वीआईपी प्रत्याशी रणविजय के खिलाफ आरजेडी की पूनम देवी निर्दलीय, बरबीघा में कांग्रेस प्रत्याशी त्रिशूलधारी सिंह के खिलाफ आरजेडी के सतीश कुमार निर्दलीय और चैनपुर में आरजेडी प्रत्याशी ब्रज किशोर बिंद के खिलाफ वीआईपी के बाल गोविंद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा सुल्तानगंज, कहलगांव, नरकटियागंज और सिकंदरा में RJD बनाम कांग्रेस और करगहर में सीपीआई बनाम कांग्रेस के बीच भी टक्कर है. एनडीए में कुछ सीटों पर भीतरघात अपने ही सहयोगी से भितरघात का खतरा है.





