कौन हैं सत्येंद्र साह जिनकी गिरफ्तारी से सासाराम में बदली सियासी हवा? झारखंड पुलिस आज करेगी कोर्ट में पेश, सीमा कुशवाहा की बड़ी अपील
बिहार के सासाराम विधानसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी ने पार्टी के अंदर सियासी भूचाल ला दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड पुलिस ने उन्हें एक पुराने आपराधिक मामले में गिरफ्तार किया है. आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा. अब बीजेपी और जेडीयू के नेता चुनाव प्रचार के दौरान आरजेडी को सत्येंद्र का शाह नाम लेकर जंगलराज की दुहाई देकर हमला बोलने से नहीं चूकेंगे.

बिहार चुनाव 2025 में सासाराम विधानसभा सीट सुर्खियों में है. इसकी पहली वजह यह है कि सत्येंद्र साह और चर्चित चेहरा सीमा कुशवाहा के बीच आरजेडी की ओर से टिकट को लेकर सियासी प्रतिद्वंद्विता का होना था. इस खेल में साह बाजी मारने में सफल रहे, लेकिन चुनावी माहौल में उस समय बड़ा मोड़ आ गया जब पुलिस ने आरजेडी प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्तारी के बाद से सासाराम की राजनीति में भूचाल जैसा माहौल है. सियासी दलों के लिए आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गया है.
आरजेडी के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि पार्टी के प्रत्याशी सत्येंद्र साह को एक साजिश के तहत गिरफ्तार कराया गया है. इससे उनके चुनावी मुहिम पर फर्क नहीं पड़ेगा और साह चुनाव में जीत हासिल करेंगे.
21 साल पुराने डकैती के मामले में हुई गिरफ्तारी
दरअसल, सत्येंद्र साह पर झारखंड के गढ़वा थाना पुलिस ने वर्ष 2004 (21 साल पहले) दर्ज डकैती के मामले में गैर-जमानती वारंट जारी था. नामांकन के दिन जब उन्होंने सासाराम में अपना नामांकन दाखिल किया, उसी समय पहले से जारी वारंट के आधार पर बिहार पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और झारखंड पुलिस के हवाले कर दिया.
आरजेडी प्रत्याशी की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों में असंतोष फैल गया. प्रशासन के खिलाफ समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की और सत्येंद्र साह की जीत के दावे किए गए. इस दौरान अनुमंडल कार्यालय के बाहर कुछ देर के लिए अफरा तफरी मच गई और समर्थकों की भारी भीड़ के कारण शहर के पुरानी जीटी रोड पर जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई.
आरजेडी का आरोप है कि गिरफ्तारी का समय ठीक चुनावी नामांकन के बाद किया गया, इसलिए यह विरोधियों की साजिश का हिस्सा हो सकता है. इस घटना की वजह से RJD की चुनावी रणनीति प्रभावित होने की संभावना है. झारखंड पुलिस आज उन्हें अदालत में पेश करेगी. आरजेडी उम्मीदवार सत्येंद्र शाह करगहर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. झारखंड पुलिस ने उन्हें एक पुराने आपराधिक मामले में पकड़ा है.
कौन हैं सत्येंद्र शाह?
सत्येंद्र साह सासाराम के जाने-माने कारोबारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने सासाराम की राजनीति में अपनी पहचान आरजेडी के सक्रिय नेता के तौर पर बनाई है. स्थानीय स्तर पर गरीबों और किसानों के बीच काम करने की वजह से वे सासाराम क्षेत्र में लोकप्रिय माने जाते हैं. इस बार आरजेडी ने उन पर भरोसा जताते हुए सासाराम सीट से मैदान में उतारा था.
वीडियो जारी कर आरजेडी के लिए मांगा समर्थन
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच कहीं टिकट मिलने की खुशी तो कहीं ना मिलने की नाराजगी भी है. ऐसे में राजद की महिला नेता सीमा कुशवाहा की चर्चा सासाराम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की थी, लेकिन पार्टी की तरफ से उन्हें टिकट नहीं मिला. हालांकि, उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया.
वीडियो में सीमा कुशवाहा जनता ये यह अपील करती हुई सुनाई देती हैं कि इस बार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएं. सीमा कुशवाहा ने कहा एक साधारण परिवार से आने वाली एक महिला के लिए राजनीति का सफर कभी आसान नहीं होता, लेकिन आप सभी के सहयोग, विश्वास और समर्थन ने हर कठिन परिस्थिति में मुझे हौसला और शक्ति दी है.
हेमंत सोरेन की नाराजगी का असर तो नहीं
सत्येंद्र साह की नामांकन दाखिल करने के तत्काल बाद गिरफ्तारी को हेमंत सोरेन की नाराजगी से जोड़कर भी देखा जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेएमएम ने बिहार चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की, उसके तुरंत बाद सत्येंद्र साह को गिरफ्तार किया गया. झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में जेएमएम की सरकार है. महागठबंधन की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए सीटें नहीं दिए जाने की वजह से जेएमएम नाराज है. झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार ने जेएमएम के चुनाव नहीं लड़ पाने के लिए आरजेडी और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. जेएमएम की ओर से ये भी कहा गया था कि पार्टी इसका बदला लेगी.