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मैनेजर और चचेरे भाई के बाद Zubeen के साथ 24 घंटे साथ रहने वाले 2 और लोग गिरफ्तार, अब खुलेगा 'सिंगापुर साज़िश' का राज़!

असम के मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत मामले में जांच ने नया मोड़ ले लिया है. शुक्रवार को CID की स्पेशल टीम ने जुबीन के दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स को गिरफ्तार किया है, जो उनके साथ हर वक्त मौजूद रहते थे. इससे पहले उनके मैनेजर और चचेरे भाई संदीपन गर्ग को भी हिरासत में लिया जा चुका है. जांच एजेंसियों के अनुसार, यह गिरफ्तारी ‘सिंगापुर साज़िश’ की परतें खोल सकती है.

मैनेजर और चचेरे भाई के बाद Zubeen के साथ 24 घंटे साथ रहने वाले 2 और लोग गिरफ्तार, अब खुलेगा सिंगापुर साज़िश का राज़!
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( Image Source:  Social Media )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 10 Oct 2025 12:33 PM

असम के मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत को अब तक पूरे 22 दिन पूरे हो चुके हैं और इस मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे है. अब जांच एजेंसियों ने एक और बड़ा कदम उठाया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जुबीन गर्ग के मौत मामले में उन दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो उनके साथ 24 घंटे रहते थे. यह गिरफ्तारी एक दिन बाद हुई जब उनके चचेरे भाई और असम पुलिस सर्विस (APS) अधिकारी संदीपन गर्ग को इस हाई-प्रोफाइल केस में हिरासत में लिया गया था. संदीपन गर्ग कामरूप जिले में पदस्थ थे और जुबीन की मौत के वक्त उनके साथ मौजूद थे.

इस केस की जांच क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कर रही है, जिसने अब तक कुल सात गिरफ्तारियां की हैं. मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा है क्योंकि जुबीन गर्ग न सिर्फ असम बल्कि पूरे भारत के संगीत जगत में जाने माने चेहरों में से एक थे.

दो PSO गिरफ्तार, SIT ने बढ़ाई जांच की रफ्तार

एजेंसी एएनआई के मुताबिक, CID की SIT टीम ने जुबीन गर्ग के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों नंदेश्वर बोऱा और परेश बैश्य को गिरफ्तार किया है. दोनों लंबे समय से जुबीन के साथ तैनात थे. इससे पहले, जांच टीम ने जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और सिंगापुर फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंता को दिल्ली से गिरफ्तार किया था.

कैसे हुई थी जुबीन गर्ग की मौत?

19 सितंबर को सिंगापुर में एक तैराकी हादसे के दौरान जुबीन गर्ग की मौत हो गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त संदीपन गर्ग भी वहीं मौजूद थे. कुछ चश्मदीदों ने दावा किया कि जब जुबीन पानी में तैरते हुए संघर्ष कर रहे थे, तो उनके मैनेजर ने किसी को मदद करने नहीं दी. एक गवाह ने कहा, 'जुबीन एक एक्सपर्ट स्विमर थे, वह डूबने से नहीं मर सकते.'

CID ने शुरू की हत्या की एंगल से जांच

मामले की गंभीरता को देखते हुए असम CID ने हत्या के शक के एंगल से जांच शुरू कर दी है. असम पुलिस के स्पेशल DGP (CID) एम.पी. गुप्ता ने कहा कि 'आज हमने संदीपन को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है. जांच चल रही है, इसलिए अभी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की जा सकती.'

ज़ुबीन गर्ग सिंगापुर क्यों गए थे?

जुबीन सिंगापुर में भारत-सिंगापुर राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के उत्सव में हिस्सा लेने गए थे. यह कार्यक्रम 19 से 21 सितंबर तक चलने वाला था, लेकिन उनकी अचानक मौत के बाद सभी आयोजन रद्द कर दिए गए.

पोस्टमार्टम और ज़हर की जांच

मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए दो पोस्टमार्टम कराए गए. एक सिंगापुर में और दूसरा गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज (GMCH) में. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा क्योंकि यह न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है. हालांकि, कोई भी इच्छुक व्यक्ति CID कार्यालय जाकर रिपोर्ट देख सकता है.'

सरकार ने जुबीन गर्ग के विसरा सैंपल को दिल्ली स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) भेजा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उन्हें जहर तो नहीं दिया गया था. सरमा ने कहा, '10 अक्टूबर तक रिपोर्ट आ जाएगी, जिससे यह साफ होगा कि जुबीन की मौत में जहर की भूमिका थी या नहीं.'

बैंडमेट का सनसनीखेज दावा- 'जुबीन को जहर दिया गया'

जुबीन के बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी ने दावा किया कि जुबीन की मौत डूबने से नहीं बल्कि जहर देने से हुई है. हालांकि, मुख्यमंत्री सरमा ने इस दावे पर सावधानी बरतने की बात कही. गोस्वामी खुद इस केस में आरोपी हैं. इसलिए हम उनकी बात पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं कर सकते. जहर वाले एंगल की जांच जारी है, और सब कुछ 11 अक्टूबर तक साफ हो जाएगा.” जुबीन गर्ग की मौत ने पूरे असम और पूर्वोत्तर भारत को झकझोर दिया है. संगीतप्रेमी न्याय की उम्मीद कर रहे हैं. सीएम सरमा और CID दोनों ही आश्वस्त कर रहे हैं कि दोषियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा.

जुबिन गर्ग
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