World Test Championship: ठोकी सेंचुरी और लगाई रिकॉर्डों की झड़ी- ब्रैडमैन, ग्रीनिज, क्लार्क के क्लब में मारक्रम
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका के सलामी बल्लेबाजी एडेन मारक्रम ने शानदार नाबाद शतक लगाया. उनकी इस पारी की बदौलत साउथ अफ्रीका की टीम पहली बार खिताब जीतने की कगार पर खड़ी है. अपनी पारी के दौरान मारक्रम ने कप्तान तेम्बा बावुमा के साथ शानदार साझेदारी निभाई और रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी.

Aiden Markram Century in WTC Final 2025: एडेन मारक्रम ने लेग स्टंप पर आ रही जॉस हेज़लवुड की गेंद को मिडविकेट पर फ़्लिक कर चौका जमाया और हेलमेट उतार कर आसमान की ओर देखते हुए ईश्वर को प्रणाम किया, साथ ही अपने बल्ले को ऊपर की ओर उठाकर शतक का जश्न मनाया. पूरा स्टेडियम खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनके शतक की सराहना कर रहा था. स्टैंड में खड़े एबी डिविलियर्स के चेहरे पर मुस्कान तैर रही थी तो लॉर्ड्स के ड्रेसिंग रूम में मौजूद सभी साथी खिलाड़ी और उनका परिवार ख़ुशी में झूम रहा था.
हो सकता है, उस पल ख़ुद मारक्रम ने भी सोचा हो कि यह उनके करियर का सबसे बड़ा शतक है. निश्चित रूप से यह दक्षिण अफ़्रीका के क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा शतक बनने की कगार पर है. पीछे खड़े कप्तान टेंबा बवुमा भी तालियां बजाते हुए उनके पास तक आए और मारक्रम को गले लगा लिया. कुछ क्षण के बाद दोनों ने एक दूसरे की ओर ऐसे देखा जैसे बता रहे हों कि "अभी काम पूरा नहीं हुआ है." निश्चित रूप से मारक्रम ने नाबाद शतक (102 रन) बना लिया है औऱ दूसरी छोर से कप्तान बवुमा भी 65 रन बना कर डटे हुए हैं पर जीत अभी 69 रन दूर है.
WTC फ़ाइनल में शतक जमाने वाले तीसरे बैटर
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल मुक़ाबले में शुरुआती दो दिनों तक भारी उथलपुथल के बीच इन दोनों बल्लेबाज़ों ने तीसरे दिन के अंत तक दक्षिण अफ़्रीका को कंगारुओं पर बढ़त दिला दी है. बेशक दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने इस फ़ाइनल को कांटे की टक्कर का बनाने में बड़ा योगदान दिया है लेकिन कम स्कोर वाले इस मुक़ाबले में जब कंगारुओं ने दक्षिण अफ़्रीका के सामने जीत के लिए 282 रनों का लक्ष्य रखा तो मारक्रम ने अपनी टीम के लिए इतिहास लिखने की ठानी और लॉर्ड्स के मैदान पर एक ऐसा अनूठा शतक जड़ दिया जिसने रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी. वो ऐसे तीसरे क्रिकेटर बन गए जिन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में शतक जमाया है.
2021-23 में द ओवल में खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ (121 रन) और ट्रैविस हेड (163 रन) ने शतक जमाने का कारनामा किया था. तब उन दोनों की शतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया था जिसने भारत को हराने में बड़ी भूमिका निभाई थी.
ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले जा रहे 2023-25 के फ़ाइनल में मारक्रम ने लॉर्ड्स के मैदान में पहली पारी में शून्य तो दूसरी पारी में शतक जमाया है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में ऐसा करने वाले मारक्रम इकलौते बल्लेबाज़ हैं. वहीं लॉर्ड़स के मैदान में किसी टेस्ट मैच में शून्य और शतक बनाने वाले मारक्रम नौंवे बल्लेबाज़ हैं.
ब्रैडमैन, ग्रीनिज और क्लार्क के क्लब में शामिल हुए मारक्रम
अपने इस शतक के साथ मारक्रम अपने देश के पहले ऐसे क्रिकेटर बन गए जिसने आईसीसी के किसी टूर्नामेंट के फ़ाइनल में शतक जमाया है. यह मारक्रम के टेस्ट करियर का आठवां शतक है तो लॉर्ड्स पर चौथी पारी में जमाया गया नायाब शतक भी है. इसके साथ ही मारक्रम गॉर्डन ग्रीनिज (वेस्ट इंडीज़), रॉय फ़्रेडरिक (वेस्ट इंडीज़), सर डॉन ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया), माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया), जेफ़्री बायकॉट (इंग्लैंड), एलेन लैंब (इंग्लैंड), एलेक स्टीवर्ट (इंग्लैंड), नासिर हुसैन (इंग्लैंड), और बेन स्टोक्स (इंग्लैंड) जैसे उन क्रिकेटरों के उस ख़ास क्लब से जुड़ गए, जहां इन सभी बल्लेबाज़ों ने लॉर्ड्स पर चौथी पारी में शतक जमाने का कारनामा किया है.
टेस्ट की चौथी पारी में तीसरी बार शतक जमाया
टेस्ट मैच की चौथी पारी के शतक को बहुत अहम माना जाता है. इससे क्रिकेटर की दक्षता, संयम और लगन का आंकलन भी किया जाता रहा है. अब तक केवल 268 बार ही टेस्ट मैच की चौथी पारी में किसी बल्लेबाज़ ने शतक जमाने का कारनामा किया है. इनमें से कई खिलाड़ियों ने दो, तीन, चार या पांच बार भी चौथी पारी में शतक जमाए हैं. मारक्रम ने किसी टेस्ट मैच की चौथी पारी में शतक जमाने का कारनामा तीसरी बार किया है. ऐसा करने वाले वो क्रिकेट इतिहास के केवल 15वें बल्लेबाज़ हैं.
टेस्ट मैच की चौथी पारी में तीन बार शतक जमाने वाले क्रिकेटरों में सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, ग्राहम गूच, सर डॉन ब्रैडमैन, रिकी पोंटिंग, हर्बर्ट सटक्लिफ़ जैसे धुरंधर बल्लेबाज़ शामिल हैं. इस टेस्ट में मारक्रम ने गेंदबाज़ी से ऑलराउंड प्रदर्शन भी किया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में स्टीव स्मिथ का विकेट तब चटकाया जब वो 66 रन बना कर बहुत ख़तरनाक हो चुके थे. तो दूसरी पारी में भी मारक्रम ने एक विकेट लिया.
इस कारनामे ने भी मारक्रम को एक ऐसे क्लब से जोड़ा जहां उन खिलाड़ियों को रखा गया है, जिन्होंने इंग्लैंड में खेले गए एक ही टेस्ट के दौरान शतक और विकेट लेने का कारनामा किया है. मारक्रम से पहले इस क्लब में ब्रुस मिशेल, ग्रीम पोलक और जैक कैलिस जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं.
मारक्रम ने अपने पराक्रम से दक्षिण अफ़्रीका को दूसरी बार वर्ल्ड कप दिलाने की ठान ली है. पहली बार उन्होंने 2014 में अपनी अंडर-19 टीम को चैंपियन बनाया था. क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक को तो मारक्रम ने अपने शतक से रंग ही दिया है. कप्तान बवुमा के साथ 143 रन की साझेदारी भी निभा चुके हैं. अब उनकी टीम केवल 69 रन बाद एक नया इतिहास रचने के मुहाने पर खड़ी है.