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इस टीम को उसी की धरती पर कोहली ने जमकर धोया, भारत को पहली बार जिताई टेस्ट सीरीज; 18 मैचों में ठोक डाले 1542 रन

विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सफर सिर्फ रन या आंकड़ों की कहानी नहीं है, यह जुनून, जज़्बे और जिद की एक पूरी गाथा है. 2011 में जहां उन्होंने पहला शतक लगाया, वहीं 2025 में उन्होंने आखिरी सलामी दी- सिडनी की उन्हीं पिचों पर... कभी अकेले दम पर टीम को संभालने वाले विराट, इस बार खुद संघर्ष करते नज़र आए – पर लड़ना नहीं छोड़ा। बल्ला शायद चुप रहा, लेकिन आंखों की नमी और फैंस की तालियों ने सब कह दिया. ऑस्ट्रेलिया की ज़मीन ने जिस खिलाड़ी को ‘किंग कोहली’ बनाया, वहीं से उन्होंने क्रिकेट को नम आंखों से अलविदा कहा.

इस टीम को उसी की धरती पर कोहली ने जमकर धोया,  भारत को पहली बार जिताई टेस्ट सीरीज; 18 मैचों में ठोक डाले 1542 रन
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( Image Source:  ANI )

Virat Kohli in Australia: क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं, जो मैदान पर अपनी मौजूदगी से मुकाबले की तस्वीर बदल देते हैं. विराट कोहली उन्हीं में से एक हैं.ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी और चुनौतीपूर्ण पिचों पर कोहली का प्रदर्शन हमेशा चर्चा में रहा है. इस टीम के खिलाफ उनका बल्ला जमकर गरजा. अफसोस की बात है कि जिस टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में कोहली सबसे अधिक सफल रहे, उसी के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से उन्हें इस फॉर्मेट से संन्यास लेने को मजबूर होना पड़ा.

कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट का एलान किया. इसी के साथ उनके 14 साल के शानदार करियर का अंत हो गया. ऑस्ट्रेलिया विराट कोहली के लिए विदेशी धरती पर सबसे सफल टेस्ट वेन्यू रहा है. इस टीम के खिलाफ उन्होंने कई बेहतरीन पारियां खेली हैं.

ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली का कैसा रहा प्रदर्शन?

विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की धरती पर 18 मैचों में 46.72 की औसत से 1542 रन बनाए हैं, जिसमें 7 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं. कंगारुओं के खिलाफ ही कोहली ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के अलावा, किसी अन्य देश में उन्होंने 2 से ज्यादा शतक नहीं बनाया.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली ने बनाए 2232 रन

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली ने 30 टेस्ट मैचों में 43.76 की औसत से 2232 रन बनाए हैं, जिसमें 9 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. यह किसी भी विपक्षी टीम के खिलाफ उनके सबसे ज्यादा रन और शतक हैं.

2011-12: कोहली का पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा

23 साल के विराट कोहली ने 2011-12 में अपना पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा किया. इस सीरीज को ऑस्ट्रेलिया ने 4-0 से अपने नाम किया. हालांकि, कोहली ने 37.50 की औसत से 300 रन बनाए. इसमें एडिलेड में उनका पहला टेस्ट शतक भी शामिल है.

2014-15: करियर का स्वर्णिम दौर

इस सीरीज़ में विराट कोहली ने 86.50 की जबरदस्त औसत के साथ 692 रन बनाए, जिसमें 4 शतक शामिल रहे. हालांकि, भारत सीरीज 2-0 से हार गया, लेकिन कोहली ने अपनी बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीत लिया.

2018-19: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को मिली पहली टेस्ट सीरीज जीत

2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली ने अपनी कप्तानी में भारत को पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाई. हालांकि, 4 मैचों में उनके बल्ले से 40.28 की औसत से 282 रन ही निकले.

2020-21: सिर्फ पहला टेस्ट ही खेल पाए कोहली

2020-21 में कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए वापस भारत लौट आए थे. उस टेस्ट में उन्होंने 78 रन बनाए थे. हालांकि, अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत ने एतिहासिक जीत दर्ज की थी.

2024-25: एक निराशाजनक अंत

अपने अंतिम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली ने 9 पारियों में 23.75 की औसत से 190 रन बनाए. वे 8 बार ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों पर आउट हुए. यह तकनीकी कमजोरी 2014 के इंग्लैंड दौरे की याद दिलाती है. विराट ने खुद माना कि वह तेज़ और उछाल भरी पिचों पर अनुशासित नहीं रह पाए.

कप्तानी की वापसी- एक भावुक मोड़

सिडनी टेस्ट के अंतिम दो दिन कोहली ने फिर से कप्तानी की, जब जसप्रीत बुमराह चोटिल हो गए. यह वही मैदान था, जहां कोहली ने 10 साल पहले पहली बार भारत की कप्तानी की थी.

भारत से ज्यादा विदेश में सफल रहे कोहली

कोहली भारत से ज्यादा विदेशी धरती पर सफल रहे. उन्होंने भारत में 55 टेस्ट मैचों में 55.58 की औसत से 4336 रन बनाए. वहीं, विदेशी धरती पर उन्होंने 68 मैचों में 41.13 की औसत से 4894 रन बनाए, जिमें 16 शतक शामिल हैं.

कोहली का कुल टेस्ट करियर

  • मैच: 123
  • रन: 9,230
  • औसत: 46.85
  • सेंचुरी: 30

कभी नहीं मिटेगी कोहली की छाप

ऑस्ट्रेलिया की पिचें आसान नहीं होतीं, लेकिन विराट कोहली ने वहां अपनी बल्लेबाज़ी से इतिहास रचा. उनका सफर एक प्रेरणा है - जुनून, मेहनत और आत्मचिंतन की... भले ही अंत मधुर न रहा हो, लेकिन कोहली ने जो छाप छोड़ी है, वह कभी मिटेगी नहीं.

विराट कोहलीस्‍पोर्ट्स न्‍यूजक्रिकेट न्‍यूज
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