ब्रोंको टेस्ट से मिली राहत; गिल, बुमराह, जितेश के बाद रोहित भी हुए पास; विराट का होगा क्या...
बीसीसीआई के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में चल रहे फिटनेस टेस्ट में रोहित शर्मा भी सफल रहे, वहीं शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह और जितेश शर्मा पहले ही पास हो चुके थे. टेस्ट में खिलाड़ियों की यो-यो, 2 किलोमीटर रन और DXA स्कैन शामिल हैं. विराट कोहली अब तक नहीं पहुंचे, इसलिए उनके बारे में संशय बरकरार है. अन्य पास हुए खिलाड़ी हैं मोहम्मद सिराज, यशस्वी जायसवाल, वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर. यह टेस्ट एशिया कप और आगामी भारत ‘ए’ के मैचों के लिए आवश्यक है.
बीसीसीआई के बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (सीओई) में इस समय भारत के सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स का फ़िटनेस टेस्ट चल रहा है. यहां जो खिलाड़ी फ़िटनेस टेस्ट से गुज़रे उनमें टीम इंडिया के वनडे कप्तान रोहित शर्मा और एशिया कप के लिए चुनी गई टीम के वो खिलाड़ी शामिल हैं जो इस समय चल रहे दलीप ट्रॉफ़ी घरेलू टूर्नामेंट में नहीं भाग ले सके हैं.
इन सभी खिलाड़ियों के लिए फ़िलहाल अच्छी ख़बर ये है कि टीम इंडिया के वर्तमान स्ट्रेंथ ऐंड कंडीशनिंग कोच एड्रिएन ली रॉक्स ने जिस ब्रोंको टेस्ट की सिफ़ारिश की थी उसे अभी शुरू नहीं किया गया है. अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस ने बीसीसीआई अधिकारी के हवाले से जानकारी दी है कि ब्रोंको टेस्ट सीज़न के अंत से शुरू किया जाएगा.
गिल, बुमराह, जितेश फ़िटनेस टेस्ट में पास
इस बीच सीज़न शुरू होने के साथ सभी खिलाड़ियों की फ़िटनेस जांचने का काम शनिवार से ही चल रहा है जहां एशिया कप में टीम इंडिया के उप-कप्तान शुभमन गिल, तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और विकेटकीपर जितेश शर्मा इसमें पास हो गए हैं. तो वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा के भी पास होने की ख़बर है. 25 वर्षीय गिल 9 सितंबर से शुरू होने जा रहे एशिया कप 2025 के लिए जल्द ही दुबई जाएंगे. उनके साथ उनके साथी खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह और जितेश शर्मा भी होंगे, जिन्होंने फ़िटनेस के मुश्किल मानकों को पूरा कर लिया है. गिल के लिए फिटनेस टेस्ट पास करना अनिवार्य हो गया था क्योंकि उन्हें बुख़ार की वजह से दलीप ट्रॉफ़ी से हटना पड़ा था, जहां उन्हें वो नॉर्थ ज़ोन के कप्तान थे. गिल पिछले कुछ दिनों से अपने होम टाउन में ही आराम कर बीमारी से उबरने में लगे थे.
रोहित और विराट पर क्या अपडेट है?
बीते दो दिनों से रोहित शर्मा के भी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में इस टेस्ट से गुज़रने की ख़बर चल रही थी जिनकी अब इसमें फ़िट घोषित किए जाने की ख़बर है. वहीं विराट कोहली अब तक सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस नहीं पहुंचे हैं तो उनके इस अनिवार्य फ़िटनेस टेस्ट लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि रोहित शर्मा और विराट कोहली टी20 से संन्यास ले चुके हैं और फ़िलहाल इनके पास कोई असाइनमेंट नहीं है. तो हाल ही इन दोनों के इसी साल वनडे से भी रिटायरमेंट लेने की अपुष्ट ख़बरें भी खूब चलीं. हालांकि फ़िलहाल रोहित शर्मा के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस पहुंच कर फ़िटनेस टेस्ट से गुज़रने का सीधा-सीधा मतलब तो यही है कि जब एशिया कप टूर्नामेंट के बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर तीन वनडे मुक़ाबले खेलेगी तो उसके लिए वो उपलब्ध हैं. मई के महीने में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट के घोषणा के बाद यह पहली बार है जब रोहित शर्मा अपने फ़िटनेस टेस्ट के लिए सीओई पहुंचे हैं. 30 सितंबर, 3 अक्टूबर और 5 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ के ख़िलाफ़ भारत ‘ए’ का मुक़ाबला कानपुर में होना है. उम्मीद है विराट कोहली उससे पहले अपना फ़िटनेस टेस्ट दे देंगे क्योंकि इन दोनों दिग्गजों के भारत ‘ए’ की तरफ से ग्रीन पार्क में खेलने की संभावना जताई जा रही है.
क्या है रिपोर्ट कार्ड?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में जो अन्य खिलाड़ी फ़िटनेस टेस्ट से गुजरे उनमें मोहम्मद सिराज, यशस्वी जायसवाल, वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर का नाम अहम है. बताया जा रहा है कि ये सभी फ़िटनेस टेस्ट में पास हो गए हैं. जायसवाल और वाशिंगटन सुंदर एशिया कप के लिए स्टैंडबाई की लिस्ट में हैं, जबकि शार्दुल चार तारीख़ से सेंट्रल ज़ोन के ख़िलाफ़ दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में वेस्ट ज़ोन का नेतृत्व करने वाले हैं तो वो इस फ़िटनेस टेस्ट के बाद फ़िलहाल सीओई में ही ठहरेंगे क्योंकि दलीप ट्रॉफ़ी मुक़ाबले यहीं सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं एशिया कप के लिए स्टैंडबाई रखे गए विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को दलीप ट्रॉफ़ी के क्वार्टरफ़ाइनल मुक़ाबले से पेडू में परेशानी की वजह से हटना पड़ा और फ़िलहाल मेडिकल टीम की देखरेख में हैं. तो अभिमन्यु ईश्वरन भी बुखार के कारण दलीप ट्रॉफ़ी मुक़ाबला नहीं खेल सके. दलीप ट्रॉफ़ी में ईश्वरन ईस्ट ज़ोन तो जुरेले नॉर्थइस्ट ज़ोन और गिल नॉर्थ ज़ोन के कप्तान बनाए गए थे. एशिया कप में टीम इंडिया के अन्य सदस्य जैसे- अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, कुलदीप यादव और रियान पराग (स्टैंडबाई) अपनी ज़ोनल टीम के लिए दलीप ट्रॉफ़ी के क्वार्टरफ़ाइनल मैच में खेले हैं, तो उनके फ़िटनेस टेस्ट की अलग से ज़रूरत नहीं है.
क्रिकेटरों को कौन-कौन से टेस्ट से गुज़रना होता है?
फ़िटनेस टेस्ट इसलिए बेहद ज़रूरी हो जाते हैं क्योंकि इससे एक खिलाड़ी के शरीर के वर्तमान हालत को समझने में मदद मिलती है. बतौर प्रोफ़ेशनल मैनेजमेंट की यह ज़िम्मेदारी होती है कि वह इस टेस्ट में खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण, पर ऐसे लक्ष्य तय करें जो मुश्किल तो हों पर मेहनत कर के पूरा किया जा सके. इसे ही देखते हुए क्रिकेट के खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट और 2 किलोमीटर के ट्रायल टेस्ट के अलावा हड्डियों की सघनता (घनत्व) को मापने के लिए किया जाने वाला टेस्ट डीएक्सए स्कैन से भी गुज़रना पड़ा है. यो-यो टेस्ट में खिलाड़ियों की 20 मीटर की दूरी पर दो पंक्तियां बनाई जाती हैं. खिलाड़ियों को टेस्ट शुरू करते हुए एक छोर से दूसरे छोर (20 मीटर की साइडलाइन) से वापस मुड़ कर अपनी सीमा रेखा में आना होता है. इसमें अलग-अलग लेवल होते हैं. खिलाड़ियों को हर 40 मीटर की दौड़ के बाद 10 सेकेंड का ब्रेक दिया जाता है. ब्रेक के बाद अगले लेवल में दौड़ने की तेज़ी और बढ़ती जाती है. इस टेस्ट को पूरा करने के लिए समय निर्धारित होता है और खिलाड़ियों की तेज़ी के आधार पर उन्हें अंक दिए जाते हैं. यो-यो टेस्ट पास करने का न्यूनतम स्कोर 17.1 है. 2 किलोमीटर के ट्रायल टेस्ट को गेंदबाज़ों को 8 मिनट 15 सेकेंड तो विकेटकीपर और बल्लेबाज़ों को 15 सेकेंड अतिरिक्त यानी 8 मिनट 30 सेकेंड में पूरा करना अनिवार्य है.





