नीतीश रेड्डी OUT, कुलदीप यादव IN! चौथे टेस्ट से पहले हरभजन सिंह ने Team India को क्या नसीहत दी?
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है. ऐसे में 23 जुलाई से मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट के लिए सही टीम चयन की जरूरत है. नीतीश कुमार रेड्डी का फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है. पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने हेड कोच गौतम गंभीर को सलाह दी है कि नीतीश की जगह कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया जाए, क्योंकि वह दोनों तरफ स्पिन कर इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए मुश्किल बन सकते हैं.

India vs England 4th Test 2025: इंग्लैंड के खिलाफ जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ में भारत फिलहाल 1-2 से पीछे चल रहा है. ऐसे में 23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट के लिए भारत को एकदम सटीक प्लेइंग XI उतारनी होगी. इस बीच, ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की फॉर्म को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
नीतीश ने अब तक मिली-जुली परफॉर्मेंस दी है. एजबेस्टन टेस्ट में वे दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके और गेंदबाज़ी में भी कोई विकेट नहीं ले पाए. लॉर्ड्स टेस्ट में उन्होंने पहले ही ओवर में दो विकेट लेकर प्रभावित किया और दूसरी पारी में भी एक विकेट झटका, लेकिन बल्लेबाज़ी में फिर निराशा हाथ लगी. उन्होंने पहली पारी में 30 और दूसरी में सिर्फ 13 रन बनाए, जब भारत 22 रनों से मुकाबला हार गया.
“कुलदीप यादव को टीम में होना चाहिए“
अब पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने नीतीश की जगह कुलदीप यादव को मौका देने की सलाह दी है. इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैंने लॉर्ड्स और बर्मिंघम टेस्ट से पहले ही कहा था कि कुलदीप को टीम में होना चाहिए. इंग्लैंड के बल्लेबाज़ जिस तरह से आक्रामक तरीके से खेलते हैं, वहां एक ऐसा स्पिनर जो दोनों तरफ टर्न करा सके, वो विकेट निकाल सकता है. कुलदीप यादव एक मिस्ट्री बॉलर की तरह उभर सकते हैं.”
“अगर मेरी टीम होती तो मैं नीतीश को ड्रॉप करता”
हरभजन ने आगे कहा, “अगर मेरी टीम होती तो मैं नीतीश को ड्रॉप करता और कुलदीप को सीधे टीम में लेता. टेस्ट क्रिकेट में अगर नई गेंद से कुछ खास नहीं हो रहा हो तो कुलदीप जैसे स्पिनर विकेट निकाल सकते हैं.”
टॉप ऑर्डर पर उठे सवाल
तीसरे टेस्ट में मिली हार के बाद भारत की बल्लेबाज़ी, खासकर टॉप ऑर्डर, पर सवाल उठे हैं. लक्ष्य आसान लग रहा था, लेकिन भारत बिखर गया. रविंद्र जडेजा को वॉशिंगटन सुंदर और नीतीश रेड्डी से मदद नहीं मिली. जडेजा को निचले क्रम के साथ साझेदारी करनी पड़ी और वे 61 रन बनाकर नाबाद लौटे, लेकिन जीत दिलाने में अकेले पड़ गए.