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INDvsENG : इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों ने किया था ख़ारिज, पर टीम इंडिया के बैटरों ने कर दी बोलती बंद

हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन भारत ने इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों के सारे अनुमान गलत साबित करते हुए 359/3 का स्कोर खड़ा कर दिया. यशस्वी जायसवाल (101), कप्तान शुभमन गिल (127*) और ऋषभ पंत (65*) ने बेहतरीन पारियां खेलीं. यह प्रदर्शन 2002 के ऐतिहासिक टेस्ट की याद दिलाता है. पूर्व कप्तानों नासिर हुसैन और माइक अथर्टन ने सीरीज़ को भारत के लिए कठिन बताया था, लेकिन गिल-पंत-गंभीर की नई तिकड़ी ने इंग्लैंड को शुरुआती झटका दे दिया.

INDvsENG : इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों ने किया था ख़ारिज, पर टीम इंडिया के बैटरों ने कर दी बोलती बंद
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( Image Source:  https://x.com/ICC/ )
अभिजीत श्रीवास्तव
By: अभिजीत श्रीवास्तव

Updated on: 21 Jun 2025 2:21 PM IST

यशस्वी जायसवालः 101 रन

कप्तान शुभमन गिलः नाबाद 127 रन

उप-कप्तान ऋषभ पंतः नाबाद 65 रन

हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन 359/3 बना चुकी टीम इंडिया की यह पारी अब तक 2002 में हेडिंग्ले में खेले गए उसी टेस्ट मैच की तरह दिख रही है जिसमें भारतीय टीम के तीन बल्लेबाज़ों ने शतक जमाया था और पहली पारी 628 रन बनाकर घोषित की थी.

इंग्लैंड की टीम दोनों पारियों में 273 और 309 रन बना सकी. भारत एक पारी और 46 रनों से वो मुक़ाबला जीत गया था. हालांकि रन बनाने की गति उस मैच से कहीं अधिक है क्योंकि उस मैच में पहले दिन राहुल द्रविड़ के शतक के बावजूद भारत ने ढाई सौ से कम रन बनाए थे.

हालांकि तब टीम इंडिया के कप्तान रहे सौरव गांगुली ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि 2002 में लीड्स टेस्ट के पहले दिन पिच कुछ अलग थी. साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि इस बार लीड्स में भारत की पहली पारी में शतकों की संख्या चार हो सकती है. गांगुली ने लिखा, "इस बार (शतकों की) ये संख्या 4 हो सकती है. इस अच्छी पिच पर.. पंत और शायद करुण... 2002 में पहले दिन की पिच इससे थोड़ी अलग थी."

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों के अनुमान के ठीक उलट प्रदर्शन

भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन जो प्रदर्शन किया है वो इंग्लैंड क्रिकेट के पूर्व कप्तानों माइक अथर्टन और नासिर हुसैन के अनुमानों के ठीक उलट है.

इन दोनों दिग्गज़ों ने भारत के साथ टेस्ट सिरीज़ शुरू होने के पहले कहा था कि आगामी सिरीज़ भारत के लिए मुश्किल साबित होगी. उनके साथ-साथ निक नाइट, ग्रीम स्वान, मैथ्यू हेडेन, डेल स्टेन और कई अन्य खिलाड़ियों ने भी यह अनुमान लगाया था कि पांच मैचों की यह सिरीज़ कौन जीतने जा रहा है.

नासिर हुसैन ने तो भारत की जीत की किसी भी संभावना को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा था, "इंग्लैंड का अपने पिचों पर बहुत शानदार रिकॉर्ड है और विराट कोहली, रोहित शर्मा के नहीं होने के कारण भारत रन नहीं बना सकेगा. यह सिरीज़ कौन जीतेगा, इस बारे में मेल स्पोर्ट में अपने कॉलम में नासिर हुसैन ने लिखा, "यह कहना मुश्किल है, लेकिन मुझे लगता है कि घरेलू फ़ायदा इंग्लैंड के पक्ष में होगा, और मैं 3-1 से इंग्लैंड की जीत की उम्मीद कर रहा हूं."

वहीं स्काई स्पोर्ट्स पर जब माइक अथर्टन से सिरीज़ को लेकर पूछा गया था कि ये सिरीज़ कैसी होगी, तो उन्होंने कहा था कि इंग्लैंड को अपने घर में रिकॉर्ड बेहद मजबूत है और भारतीय टीम में अनुभव की कमी है. अथर्टन ने कहा था, "इंग्लैंड यह सिरीज़ जीतेगी क्योंकि अगर आप हाल के वर्षों को देखें तो इंग्लैंड का अपने घरेलू मैदान पर रिकॉर्ड बहुत मजबूत है और भारतीय टीम में बदलाव की वजह से शीर्ष क्रम में उसके चोटी के बल्लेबाज़ नहीं हैं."

हालांकि अथर्टन ने ये भी कहा था कि भारतीय टीम के पास अच्छे युवा खिलाड़ी भी हैं, पर साथ में यह भी बोले कि "उन जैसे बड़े खिलाड़ियों (रोहित और विराट) की कमी को पूरा करने से पहले एक-दो बाधाओं को पार करना पड़ेगा."

पनेसर बोले- जैसी पिच, वैसी जीत

इंग्लैंड के पूर्व ऑफ़ स्पिनर ग्रीम स्वान ने तो भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ को (ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़) एशेज से पहले के प्रैक्टिस मैच तक बता डाले थे. इससे उनकी बहुत आलोचना भी हुई थी. टेस्ट मैचों में भारत के 41 बल्लेबाज़ों को आउट कर चुके ग्रीम स्वान ने कहा था, "उनके पास विराट और रोहित नहीं हैं. हां, उनकी जगह कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी ज़रूर आ रहे हैं. लेकिन हमारे पास अच्छे गेंदबाज़ हैं जो यहां के कंडीशन के अनुरूप गेंदबाज़ी करते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि इंग्लैंड 4-1 या 3-2 से सिरीज़ जीतेगी. उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे और एशेज में आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे."

दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ डेल स्टेन ने भी कहा कि यह सिरीज़ 3-2 से इंग्लैंड के पक्ष में जाएगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सभी मैचों में बहुत तगड़ा मुक़ाबला देखने को मिलेगा. वहीं इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मॉन्टी पनेसर ने यह नहीं बताया कि कौन यह सिरीज़ जीतेगा पर उन्होंने कहा कि यह पिच पर निर्भर करता है कि फ़ैसला किसके पक्ष में आएगा.

अगर ग्रीन टॉप मिली यानी पिच पर घास हुई तो इंग्लैंड को कुछ फ़ायदा हो सकता है. अगर फ़्लैट पिच हुई तो भारत के जीतने के बहुत आसार हैं.

कुछ ऐसा ही कहना माइकल वॉन का है, जिन्होंने इंग्लैंड के टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी के फ़ैसले पर आश्चर्य जताया. वो बोले, "स्टोक्स ने यहां की परिस्थितियों पर समुचित ध्यान नहीं दिया है, क्योंकि इस बार लीड्स में असामान्य गर्मी है जो पिछली गर्मियों की तुलना में अलग मौसम है."

टीम इंडिया का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन

इसमें कोई शक नहीं के हेडिंग्ले में पहला टेस्ट शुरू होने से पहले तक केवल इंग्लैंड के इन कप्तानों को ही नहीं बल्कि भारत के भी कई पूर्व खिलाड़ियों ने रोहित शर्मा और विराट कोहली की एकसाथ ग़ैरमौजूदगी में टीम इंडिया के पास अनुभव की कमी की बात तो ज़रूर कही थी. हालांकि सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने साथ ही वहां के कंडीशन में कैसे खेलना है इसकी सलाह भी दी थी. सचिन ने तो यहां तक कहा था कि शुभमन गिल को अपनी बल्लेबाज़ी पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि रन स्कोर करेंगे तो कप्तानी करनी आसान हो जाएगी.

भारतीय टीम ने वही किया भी. पहले केएल राहुल और यशस्वी ने इस मैदान पर पहले विकेट के लिए नया भारतीय रिकॉर्ड बनाया फिर यशस्वी ने वेस्ट इंडीज़, ऑस्ट्रेलिया के बाद अब इंग्लैंड में भी शतक जमा दिया, तो गिल ने बतौर कप्तान पहले ही मैच में सेंचुरी बना दी और आईपीएल में ऑउट ऑफ़ फ़ॉर्म चल रहे ऋषभ पंत ने भी एमएस धोनी और कुमार संगकारा को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट मैचों में सबसे तेज़ 3000 रन बनाने वाले एशियाई क्रिकेटर होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.

पहले दिन का खेल देखते हुए यह कहना मुश्किल नहीं है कि नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर निश्चित रूप से बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बड़े उलटफेर करने के इरादे से मैदान में उतरे हैं.

"गेंद को बहुत ध्यान से देखो"

मैच के बाद यशस्वी जायसवाल ने कहा, "गेंद 100% स्विंग हो रही थी लेकिन ढीली गेंद के इंतज़ार में रहते हुए अपनी इनिंग्स को एंजॉय कर रहा था. मैं अच्छा प्रदर्शन करने की इच्छाशक्ति रखता हूं." यशस्वी बोले, "बाहर (विदेश में) जाकर बल्लेबाज़ी करना और इंग्लिश समर का आनंद लेना अद्भुत है. सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया. हमने बहुत अच्छी तैयारी की है. हाल के हफ़्तों में बहुत अच्छे प्रैक्टिस सेशन और अभ्यास मैच हुए, इसलिए यहां खेलने में आसानी हुई. गिल ने लाजवाब बैटिंग की. पिच पर वो शांत और संयमित रहे." यशस्वी ने कहा कि यहां कि पिचों पर बस, गेंद को बहुत ध्यान से देखो."

शतक जमाने से ठीक पहले यशस्वी के दोनों हाथों में ऐंठन आ गई थी. इस पर यशस्वी ने कहा, "हो जाता है कभी-कभी. दोनों हाथों में ऐंठन आ गई थी, पर अभी ठीक है."

स्‍पोर्ट्स न्‍यूजस्टेट मिरर स्पेशल
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