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Asia Cup 2025: इंडिया-पाकिस्तान मैच का क्रेज हुआ फीका, आधे टिकट अब भी अनसोल्ड; कहीं यह वजह तो नहीं?

एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर इस बार क्रेज फीका पड़ गया है. जानकारी के अनुसार, इस हाई-वोल्टेज मैच के लगभग 50% टिकट अभी तक नहीं बिक पाए हैं. माना जा रहा है कि एकतरफा मुकाबलों और सोशल मीडिया पर चल रहे ‘बायकॉट ट्रेंड’ की वजह से फैंस की दिलचस्पी घटी है. पहले जहां इंडिया-पाक मैचों के टिकट मिनटों में बिक जाते थे, वहीं इस बार खाली सीटें आयोजकों की चिंता बढ़ा रही हैं.

Asia Cup 2025: इंडिया-पाकिस्तान मैच का क्रेज हुआ फीका, आधे टिकट अब भी अनसोल्ड; कहीं यह वजह तो नहीं?
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( Image Source:  ANI )

Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले को लेकर इस बार वैसा उत्साह नहीं दिख रहा, जैसा हमेशा से देखने को मिलता था. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मैच के करीब 50 प्रतिशत टिकट अब तक बिक नहीं पाए हैं. क्रिकेट जगत में यह हैरानी की बात मानी जा रही है, क्योंकि भारत-पाकिस्तान मैचों को लेकर आमतौर पर टिकटों की होड़ मच जाती है और कुछ ही घंटों में स्टेडियम हाउसफुल हो जाता है.

फैंस का जुनून क्यों हुआ ठंडा?

क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके पीछे कई वजहें हैं. सबसे बड़ी वजह यह है कि हाल के वर्षों में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच काफी एकतरफा रहे हैं. भारतीय टीम ने बड़े अंतर से पाकिस्तान को मात दी है, जिससे मुकाबले का रोमांच घट गया है. दर्शकों को लगता है कि नतीजा पहले से तय है और यह मैच पुराने दिनों जैसा रोमांचक नहीं रहेगा.

दूसरी अहम वजह है बॉयकॉट की भावना. सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग भारत-पाकिस्तान मुकाबलों को लेकर नाराजगी जता रहा है. उनका कहना है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट खेलना उचित नहीं है. इसी वजह से कई लोग टिकट खरीदने से परहेज कर रहे हैं.

टिकट बिक्री पर असर

एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान मैच को ही सबसे बड़ा आकर्षण माना जाता है. ऐसे में टिकटों का आधा हिस्सा बिकना बाकी रहना आयोजकों और बोर्ड दोनों के लिए चिंता का विषय है. कई बार यह भी देखा गया है कि टिकट ब्लैक मार्केट में ऊंचे दामों पर बिकते हैं, लेकिन इस बार मांग ही वैसी नहीं है.

आगे की रणनीति

मैच के दिन तक क्या स्टेडियम भर पाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा. क्रिकेट बोर्ड्स और आयोजकों को अब सोचना पड़ सकता है कि कैसे भारत-पाकिस्तान मुकाबलों का क्रेज वापस लाया जाए. अगर फैंस की दिलचस्पी लगातार कम होती रही, तो भविष्य में ऐसे मैचों की लोकप्रियता पर असर पड़ सकता है.

फिलहाल, यह साफ है कि एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मुकाबला भले ही खेल के लिहाज से अहम हो, लेकिन दर्शकों की नजर में इसका आकर्षण पहले जैसा नहीं रह गया है. यह बदलाव क्रिकेट संस्कृति में एक नए दौर की ओर इशारा कर रहा है, जहां दर्शक केवल परंपरागत प्रतिद्वंद्विता नहीं, बल्कि कड़े और रोमांचक मुकाबले देखना चाहते हैं.

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