पूजा घर में शंख रहने के क्या हैं नियम, न करें ऐसी गलतियां वरना नहीं रूठ जाएंगी मां लक्ष्मी
हिंदू धर्म में शंख को बेहद शुभ और पवित्र माना गया है. यह न सिर्फ देवी-देवताओं का प्रिय माना जाता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक भी है. माना जाता है कि जिस घर के पूजाघर में शंख स्थापित होता है, वहां मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. लेकिन अगर शंख से जुड़े नियमों का पालन न किया जाए, तो इसका उल्टा असर भी हो सकता है.
हिंदू धर्म में प्रतिदिन पूजा करने का विशेष महत्व होता है. पूजा करने से जहां एक तरफ भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है वहीं दूसरी तरफ मानसिक शांति भी मिलती है. हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. जिसमें शंख का विशेष महत्व होता है. सनातन धर्म में शंख और इसकी ध्वनि बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी.
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की यह प्रिय वाद्य यंत्र हैं. ऐसे में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा में शंख का विशेष महत्व होता है. पूजा घर में शंख को रखने और इसकी नियमित रूप से पूजा करना का विशेष महत्व होता है. घर में शंख की पूजा करने और इसको रखने के कुछ नियम होते हैं. अगर इन नियमों का पालन न किया जाय तो इससे अशुभ परिमाण मिल सकते हैं. आइए जानते हैं पूजा घर में शंख रखने की दिशा और पूजा विधि.
शंख रखने की सही दिशा
हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व होता है. इसे बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है. वास्तु के अनुसार, घर पर शंख रहने के लिए सबसे शुभ दिशा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व की दिशा मानी जाती है. ऐसे में शंख को घर के मंदिर में इस दिशा में शंख रखने से हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और धन, सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.
पवित्रता का रखें ध्यान
शंख को बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है. ऐसे में शंख को हमेशा साफ-सुथरी वाली जगहों पर ही रखें. गंदे और धूल भरे स्थानों में शंख रखना बहुत की अशुभ माना जाता है. इससे घर पर नकारात्मक ऊर्जा फैलती है.
सीधे जमीन पर न रखें
वास्तु के अनुसार, शंख को कभी भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसे पूजा घर में हमेशा किसी साफ कपड़े के ऊपर या फिर किसी स्टैंड पर रखना चाहिए. इससे शंख की पवित्रता बनी रहती है.
शंख रहने की सही दिशा
शास्त्रों में शंख के रखने के नियमों के अनुसार, शंख को हमेशा भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी के दाहिने की तरफ रखना चाहिए. साथ ही शंख का खुला हुआ हिस्सा ऊपर की तरफ होना चाहिए.
पूजा घर में दो शंख रहना शुभ
हिंदू धर्म में पूजा घर में दो शंख रहने की परंपरा होती है. एक पूजा के लिए जबकि दूसरा बजाने के लिए. पूजा वाले शंख की कभी भी बजाना नहीं चाहिए. शंख बजाने के लिए अलग से शंख का इस्तेमाल करना चाहिए.
शिवजी की पूजा में वर्जित
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की पूजा में कभी शंख का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. शिवलिंग पर शंख से जल चढ़ाना और बजाना दोनों ही अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने शंखचूर्ण नाम के राक्षस का वध किया था इस कारण से पूजन में शंख का प्रयोग वर्जित माना जाता है.
कभी भी न रखें खाली
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा के बाद शंख को कभी भी खाली नहीं रखना चाहिए. शंख में हमेशा पानी की कुछ बूंदों को जरूर डालकर रखना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.





