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कितना खतरनाक है आग और हीटर जलाकर सोना? अंगीठी जलाकर सोए दो गार्ड की दम घुटने से मौत

हीटर और आग जलाकर ठंड से बचा जा सकता है, लेकिन यह परेशानी का भी सबब बन जाता है. रात को कमरे में आग और हीटर जलाकर सोने से आक्सीजन का लेवर और ह्यूमिडिटी कम हो जाती है. इसके कारण नाक बंद हो सकती है.

कितना खतरनाक है आग और हीटर जलाकर सोना? अंगीठी जलाकर सोए दो गार्ड की दम घुटने से मौत
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 31 Dec 2024 11:30 AM IST

पूरे देश में ठंड से लोगों का बुरा हाल है. सर्दी से बचने के लिए लोग अंगीठी और हीटर का इस्तेमाल करते हैं. हाल ही में फरीदाबाद से एक मामला सामने आया है, जहां कथित तौर पर अंगीठी जलाकर सोने से दो गार्ड की दम घुटने के कारण मौत हो गई.

सर्दियों के मौसम में आग जलाकर और हीटर चालू कर रजाई में सोने का अपना ही अलग मजा है, लेकिन कब पूरी रात हीटर चालू रखने से न सिर्फ रातों की नींद खराब हो सकती है बल्कि यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. चलिए जानते हैं इसके नुकसान.

बढ़ जाता है कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल

हीटर चालू करके सोने से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ जाता है. इसके चलते हार्ट डिजीज से पीड़ित लोगों को सीने में दर्द हो सकता है. इसके अलावा, स्मोकिंग करने वाले लोगों को भी परेशानी हो सकती है. साथ ही, रात को आग जलाकर सोने से छोटे बच्चों और बुजुर्गों की तबियत बिगड़ सकती है.

नींद में परेशानी

सोते समय हीटर का इस्तेमाल करने से बॉडी ओवरहीटिंग का शिकार हो सकता है, जिससे नींद में परेशानी आ सकती है. इतना ही नहीं बॉडी डिहाइड्रेटेड हो जाती है. ज्यादा गर्मी से कुछ मामलों में हीटस्ट्रोक भी हो सकता है.

हो सकती है हैमरेज की परेशानी

गैस हीटर का उपयोग करने पर एस्फिक्सिया (स्लीप डेथ) का जोखिम बढ़ जाता है. कमरे में ज्यादा कार्बन मोनोऑक्साइड दिमाग में ब्लड की सप्लाई को चोक कर देते है, जिससे हेमरेज और आखिर में मौत हो सकती है. हीटिंग सिस्टम का उपयोग करने से हवा ड्राई हो सकती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, ड्राई स्किन और आंखों में जलन हो सकती है.

सांस लेने में दिक्कत

रात के दौरान कमरे बंद रहते हैं. ऐसे में अगर आप हीटर और आग जलाकर सोएंगे, तो हवा पास न होने के कारण सांस लेने में दिक्कत आ सकती है. इसके अलावाआग जलाकर सोने से जलने का खतरा हो सकता है. चिनगारी बाहर गिरने से जलन हो सकती है. आग से निकलने वाला धुंआ और पार्टिकल का कॉन्टैक्ट सांस से होने से फेफड़ों में जलन हो सकती है और अस्थमा जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं.

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