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महज 31 साल में 21000 करोड़ के मालिक, कौन हैं Aravind Srinivas, जिन्होंने बिलेनियर की लिस्ट में बनाई जगह

सिर्फ 31 साल की उम्र में 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक बन चुके अरविंद श्रीनिवास आज भारत के सबसे युवा अरबपति हैं. वह अब एआई की दुनिया का बड़ा नाम बन गए हैं. अरविंद एआई परप्लेक्सिटी के फाउंडर हैं.

महज 31 साल में 21000 करोड़ के मालिक, कौन हैं Aravind Srinivas, जिन्होंने बिलेनियर की लिस्ट में बनाई जगह
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( Image Source:  Instagram- @aravindsrinivas )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 2 Oct 2025 1:32 PM IST

31 साल की उम्र में जहां लोग अपने करियर की दिशा तय कर रहे होते हैं, वहीं चेन्नई में जन्मे अरविंद श्रीनिवास दुनिया के सबसे युवा अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो चुके हैं. 2025 की M3M हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में उनका नाम शामिल है.

इस होनहार युवा ने यह साबित कर दिया कि जुनून, मेहनत और सही दिशा में किया गया काम किसी भी सपने को हकीकत बना सकता है. उनकी गिनती अब न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के सबसे चमकते AI इंटरप्रेन्योर में होने लगी है. अरविंद श्रीनिवास की सफलता की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखता है.

कौन हैं अरविंद श्रीनिवास?

अरविंद श्रीनिवास का जन्म 7 जून 1994 को चेन्नई में हुआ. अरविंद एआई परप्लेक्सिटी के फाउंडर हैं. बचपन से ही वह साइंस में इंटरेस्ट रखते थे. यही जिज्ञासा उन्हें लेकर गई आईआईटी मद्रास तक, जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की. खास बात यह रही कि वे पढ़ाई के साथ-साथ रीइन्फोर्समेंट लर्निंग जैसे विषय खुद भी पढ़ाते थे. जिज्ञासा और मेहनत का यह मेल ही उनकी असली पहचान बना.

विदेशी धरती पर बड़ी उड़ान

आईआईटी के बाद अरविंद ने अमेरिका का रुख किया और यूसी बर्कले से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी हासिल की. यहां उन्होंने कंप्यूटर विज़न, ट्रांसफॉर्मर्स और जेनेरेटिव मॉडल्स जैसी रिसर्च पर काम किया. पीएचडी के दौरान और उसके बाद, उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी एआई कंपनियों में काम किया – OpenAI, DeepMind और Google. उनकी रिसर्च से HaloNet और ResNet-RS जैसे मॉडल बने, वहीं OpenAI के मशहूर प्रोजेक्ट DALL·E 2 में उन्होंने योगदान दिया.

पर्प्लेक्सिटी एआई की शुरुआत

साल 2022 में अरविंद ने Denis Yarats और Andy Konwinski के साथ मिलकर एआई परप्लेक्सिटी शुरू किया. यह एक कन्वर्सेशनल सर्च इंजन है जो सवालों के सीधे, भरोसेमंद और तेज जवाब देता है. यह प्लेटफॉर्म ट्रेडिशनल सर्च इंजनों का ऑप्शन बनकर सामने आया और बहुत जल्द ही दुनियाभर में फेमस हो गया.

इन्वेस्टर के रूप में नई पहचान

अरविंद अब सिर्फ एक उद्यमी ही नहीं, बल्कि एआई स्टार्टअप्स में निवेश करने वाले निवेशक भी बन गए हैं. उन्होंने ElevenLabs (टेक्स्ट-टू-स्पीच) और Suno (टेक्स्ट-टू-म्यूजिक) जैसी कंपनियों में निवेश किया है. यह दिखाता है कि उन्हें एआई के भविष्य को आकार देने में गहरी दिलचस्पी है.

भारत से खास जुड़ाव

दिलचस्प बात यह है कि पर्प्लेक्सिटी एआई का सबसे बड़ा यूज़र बेस आज भारत है. यही वजह है कि अरविंद देश में बड़े पैमाने पर रणनीति बना रहे हैं. वह भारत में इंजीनियरिंग हब बनाने, एजुकेशन और हेल्थ जैसे क्षेत्रों में साझेदारी करने और आने वाले समय में एक खास परप्लेक्सिटी फंड की योजना भी बना रहे हैं.

मेहनत और जुनून की मिसाल

अरविंद श्रीनिवास की कहानी इस बात का सबूत है कि अगर जुनून और मेहनत हो तो उम्र कभी भी बाधा नहीं बनती. एक साधारण परिवार से निकला चेन्नई का लड़का आज अरबों की संपत्ति का मालिक है. उनकी यात्रा हर युवा के लिए प्रेरणा है कि सपने सही दिशा में लगाए जाएं तो दुनिया की कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है.

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